हाल ही ,में डेनिश फुटबॉलर क्रिश्चियन एरिक्सन (29), टेलीविजन अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला (41) और अभिनेता पुनीत राजकुमार (46) जैसी मशहूर हस्तियों की, दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गयी। इन अकस्मात मृत्यु की ख़बरों ने सभी को चौंका कर रख दिया। युवा और दिखने में फिट लोगों की इस तरह से हुई मौत के संभावित कारणों पर, एक बार फिर चर्चा तेज़ हो गई है।
हालांकि, तनाव और जीवनशैली, हार्ट अटैक के मुख्य कारणों में से एक हैं, लेकिन द बेटर इंडिया ने और अधिक जानकारी आप तक पहुंचाने के लिए फोर्टिस अस्पताल (वसंत कुंज) के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ, डॉ. रजनीश सरदाना से बात की।
डॉ. सरदाना ने बताया, “जब हार्ट की मांसपेशियों में खून की आपूर्ति बंद हो जाती है, या इसमें किसी तरह की कोई रुकावट आती है, तो यह टिशूज़ को गलाने लगती है, जिसके कारण हृदय की कोशिकाओं (Cells) के टिशूज़ मर जाते हैं और हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचता है। सीने में दर्द और भारीपन इसके लक्षण हैं। इस दौरान, अगर तुरंत राहत न मिले, तो हार्ट में पर्मानेंट डैमेज हो जाएगा।
दिल के दौरे के कारण, आखिर क्यों हो रही हैं इतनी युवा मौतें?
डॉ. सरदाना इस सवाल का जवाब देते हुए एक शब्द में कहते हैं, “जीवनशैली”। उनका कहना है कि युवाओं में दिल के दौरे के मामले बढ़ने का एक प्रमुख कारण ‘जीवनशैली’ है। वह बताते हैं, “पश्चिमी देशों में, हार्ट अटैक से पीड़ित युवाओं की संख्या घट रही है, जबकि विकासशील देशों में यह संख्या बढ़ रही है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि हम कई ऐसी आदतों को अपना रहे हैं, जो पश्चिमी दुनिया में गलत थीं और तेजी से हो रहा शहरीकरण इन गलत आदतों में उतनी ही तेज़ी से इजाफा कर रहा है।”
वह कहते हैं, “हम (भारतीय), पश्चिमी आबादी या कॉकेशियन्स की तुलना में अपेक्षाकृत छोटे हैं और हमारे हार्ट और धमनियों का साइज़ भी छोटा होता है।”
तनाव, धूम्रपान और शुरुआती मधुमेह के कारण भी युवा, हृदय रोगों की चपेट में आ जाते हैं।
दिल के दौरे के लक्षण
- सीने में दर्दः छाती में जकड़न के साथ होने वाला दर्द, धीरे-धीरे आपके हाथों में नीचे की ओर भी बढ़ने लगता है। यह छाती के दोनों ओर, दाएं या बाएं हो सकता है।
- इस दौरान पांच से दस मिनट से अधिक समय तक पसीना आता रहता है।
जब भी आप इन लक्षणों को नोटिस करें, तो तुरंत दिल के दौरे से बचने के लिए ईसीजी करवाने के लिए अस्पताल पहुंचें। सरदाना कहते हैं, “हमने 22 साल की उम्र के लोगों में भी दिल का दौरा देखा है, इसलिए किसी भी लक्षण को नज़रअंदाज़ न करें और हमेशा इसकी तुरंत जांच करवाएं।”
क्या अत्यधिक व्यायाम भी हो सकता है कारण?
डॉ. सरदाना ने बताया, “वर्कआउट और अत्यधिक जिमिंग को भी ज्यादातर लोग इसका कारण मानते हैं, लेकिन यह 100 प्रतिशत सच नहीं है। जिन लोगों को पहले से हार्ट प्रॉब्लम है या जिन्हें COVID के दौरान हार्ट से जुड़ी कोई परेशानी हुई है, उन्हें धीमी गति से व्यायाम करना शुरू करना चाहिए। अगर वे अचानक तीव्र व्यायाम करते हैं, तो इससे ऑक्सीजन की कमी हो सकती है।” यह आमतौर पर पहले से हार्ट प्रॉब्लम वाले लोगों में होता है। बेहद ज़रूरी है कि COVID या किसी अन्य बीमारी से उबरने के बाद, आप आसान एक्सरासाइज़ ही करें और चरणबद्ध तरीके से काम करना शुरू करें। बहुत तेज़ कसरत से बचना चाहिए।
आखिर में वह कहते हैं, “हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षणों व संकेतों को ध्यान में रखें। धूम्रपान से बचें और अपनी जीवनशैली में ऐसी आदतों को शामिल करें, जो आपको स्वस्थ रहने में मदद करे। इसके अतिरिक्त, यह भी सुनिश्चित करें कि आपको अच्छी नींद आए और नींद पूरी भी हो।”
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मूल लेखः विद्या राजा
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