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कटिंग से आसानी से लगाएं ‘इन्सुलिन’ का पौधा, स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

बढ़ती उम्र के साथ बहुत से लोगों को शुगर की शिकायत होने लगती है। जो लोग इस बीमारी को गंभीरता से नहीं लेते हैं, उन्हें जल्द ही दवाई और इन्सुलिन इंजेक्शन पर निर्भर होना पड़ता है। हालांकि, शोधकर्ताओं का दावा है कि शुगर के मरीज प्राकृतिक तरीकों से अपने रक्त में ग्लूकोस की मात्रा को कम रख सकते हैं। यही वजह है कि पिछले कुछ समय में लोगों के बीच ‘इन्सुलिन’ नामक पौधे को लेकर जागरूकता बढ़ी है। 

दरअसल, Costus Igneus Nak को भारत में ‘इन्सुलिन’ या फिर ‘स्पाइरल फ्लैग’ के नाम से जाना जाता है। इस पौधे को इन्सुलिन इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसकी पत्तियों को चबाने से आपके रक्त में ग्लूकोस की मात्रा कम हो जाती है। इस कारण यह पौधा शुगर के मरीजों के लिए काफी कारगर है। इसके अलावा, इस पौधे की बनावट और पत्ते बहुत ही खूबसूरत होते हैं। इसके पत्ते स्पाइरल तरीके से शाखाओं पर लगे होते हैं और इसलिए बहुत से घरों में इसे ऑर्नामेंटल पौधे के रूप में भी लगाया जाता है। इन्सुलिन पौधे को आप आसानी से अपने घर में लगा सकते हैं। 

Insulin Plant (Source)

जरूरी नहीं है कि आप इसे तभी लगाएं जब आपके परिवार में किसी को शुगर की बीमारी हो। इन्सुलिन को आप अपने घर और बगीचे की खूबसूरती बढ़ाने के लिए भी लगा सकते हैं। हरियाणा में बागवानी विकास अधिकारी विपेश गर्ग कहते हैं कि घर में इन्सुलिन का पौधा लगाना आसान है। आप चाहें तो पौधा नर्सरी से खरीदकर ला सकते हैं या फिर पौधे की कटिंग से लगा सकते हैं। 

क्या-क्या चाहिए

इन्सुलिन का पौधा ‘जिंजर फैमिली’ से संबंध रखता है। इसलिए इसे आप राइजोम और कटिंग से लगा सकते हैं। यह तीन-चार फ़ीट तक बढ़ता है। यह सख्त पौधा है और इसे जरूरत के अनुसार ही पानी देना होता है। साथ ही, इन्सुलिन के पौधे को बहुत ज्यादा धूप की आवश्यकता नहीं होती है। विपेश कहते हैं कि इसे आप ऐसी जगह लगाएं, जहां सिर्फ सुबह के समय कुछ समय धूप रहती हो। 

Grow Insulin Plant at Home (Source)

कुछ ही महीनों में इन्सुलिन का पौधा बढ़ने लगता है। इसे बहुत ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती है। आप महीने में एक बार इसमें जैविक खाद दे सकते हैं। इसके अलावा, विपेश कहते हैं कि किसी भी पौधे को लगाने का सबसे सही समय बारिश का मौसम होता है। इसलिए अगर आप इन्सुलिन का पौधा अपने घर में लगाना चाहते हैं तो यह मौसम सबसे ज्यादा उपयुक्त है। अगर आपको अपने आसपास कोई कटिंग नहीं मिल रही है तो आप नर्सरी से भी पौधा खरीदकर ला सकते हैं। ताकि आगे के लिए आप इसी पौधे से और पौधे लगा सकें। 

हैप्पी गार्डनिंग। 

संपादन- जी एन झा

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