Site icon The Better India – Hindi

5 Low Light Plants जिन्हें रख सकते हैं घर के उस कोने में, जहाँ नहीं आती बिलकुल धूप

Low Light Plants

घर में पेड़-पौधे लगाना किसे पसंद नहीं होता? लेकिन फिर भी बहुत से कारणों के चलते, लोग अपने घरों में पौधे नहीं लगा पाते हैं। किसी के पास समय नहीं है, तो किसी के घर में ज्यादा खुली जगह नहीं है। एक और सामान्य परेशानी है, जिस कारण लोग पौधे नहीं लगा पाते हैं और वह है घर में धूप का न आना। बड़े-बड़े शहरों में बहुत से घरों में अच्छी और तेज धूप तो क्या, हल्की-हल्की धूप भी बड़ी मुश्किल से आ पाती है। लोगों को दिन के समय भी ट्यूबलाइट या बल्ब का सहारा लेना पड़ता है। अब ऐसे में, आप बागवानी तो भूल ही जाइए। 

लेकिन फिर भी कुछ ऐसे पौधे हैं, जिन्हें आप अपने घर के अंदर कम से कम रौशनी वाली जगह में भी लगा सकते हैं। ऐसे पौधों को इंडोर प्लांट, ऑर्नामेंटल प्लांट और कुछ-कुछ को ऑक्सीजन प्लांट भी कहते हैं। इनमें से कुछ पौधों को ‘Low Light Plant’ भी कहा जाए तो गलत नहीं होगा। 

लखनऊ में रहने वाली अंकिता राय गार्डनिंग एक्सपर्ट हैं। खासकर, उन्होंने तरह-तरह के इंडोर प्लांट लगाकर अपने घर को बहुत ही खूबसूरती से सजाया हुआ है। इनके घर पर आपको दीवारों, बेडरूम और घर की सीढ़ियों में कई पौधे दिख जाएंगे। अंकिता पिछले तीन सालों से इंडोर गार्डनिंग कर रही हैं। 

द बेटर इंडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया, “कई पौधों को आप कम रौशनी में लगा सकते हैं। लेकिन अगर आप ऐसी जगह लगा रहे हैं, जहां जरा भी रौशनी नहीं आती है, तो आपको पौधों के लिए ‘कृत्रिम रौशनी’ का इंतजाम करना होगा। क्योंकि हम सब जानते हैं कि पौधों में ‘फोटोसिंथेसिस’ की प्रक्रिया होती है। जिसके लिए रौशनी जरूरी है, नहीं तो पौधों का विकास रुक जाएगा। इसलिए अगर आप एकदम कम रौशनी वाली जगहों पर पौधे लगा रहे हैं तो आपको कुछ खास बातों का ख्याल रखना होगा।” 

इन पौधों को लगा सकते हैं कम रौशनी वाली जगहों पर

1. ज़ीज़ी प्लांट (ZZ Plant)

इसकी दो किस्में आपको नर्सरी में मिल जाएंगी। एक के पत्ते हरे होते हैं और दूसरे के काले। इसे आप कटिंग से भी लगा सकते हैं। 

*इस पौधे को बहुत ज्यादा पानी की ज़रुरत नहीं होती है। 

*अगर आप इसमें एक-दो हफ्ते भी पानी न दें, तो भी यह अच्छे से विकसित होगा। 

*आप इसे ऐसी जगह पर रखें, जहां हल्की नमी रहती हो। जैसे बैडरूम में आप इसे रख सकते हैं जहां एसी या कूलर चलता हो। 

*बीच-बीच में आप पौधे को देखते रहें कि इसके पत्ते सूख तो नहीं रहे हैं। अगर आपको लगे कि पौधा सूख रहा है, तो आप इसे दो-तीन दिन के लिए खिड़की के पास रख सकते हैं, जहां मध्यम रौशनी आती है। 

2. सिंगोनियम प्लांट (Syngonium Plant)

इस पौधे को एरोहेड भी कहते हैं, क्योंकि इसके पत्ते तीर के सिरे जैसे होते हैं। इस पौधे को भी आप कटिंग से आसानी से लगा सकते हैं। 

*यह ऑक्सीजन देता है, हवा को शुद्ध करता है और खूबसूरती भी बढ़ाता है।

*यह पौधा, मिट्टी और पानी दोनों में उगता है।

*इसका छोटा पौधा आप बोतल या फिर किसी फ्लावर पॉट में भी लगा सकते हैं।

3. स्नेक प्लांट (Snake Plant)

हवा को शुद्ध करने वाला यह पौधा कटिंग से विकसित हो जाता है। इसे आप मिट्टी या पानी में लगा सकते हैं। सबसे पहले आप एक पत्ते को लें, साफ़ करके इसे नीचे से सीधा काट लें। अब इस बड़ी पत्ती में से आप और एक-दो कटिंग कर सकते हैं।

बस ध्यान रखें कि नीचे का हिस्सा कौनसा है। इस कटिंग को आप, पानी या मिट्टी में लगा सकते हैं। 

*इस पौधे को भी, आप कम रौशनी वाली जगह पर लगा सकते हैं। 

*इसे हर रोज पानी देने की भी जरूरत नहीं होती है। 

*इसे आप अपने बेडरूम या लिविंग रूम में लगा सकते हैं। 

4. फिलोडैन्ड्रोन (Philodendron)

इस पौधे की कई किस्में होती हैं, जैसे एक किस्म में पत्तों का रंग हल्का हरा होता है, तो दूसरी किस्म में गहरे हरे रंग के पत्ते होते हैं। आपको जिस भी किस्म का पौधा मिल जाए, आप उससे कटिंग लेकर अपने घर में लगा लें। क्योंकि, यह हवा को शुद्ध करने के लिए बहुत ही अच्छा पौधा है।

*जब यह पौधा बढ़ने लगता है तो इसे सहारे की जरूरत होती है। इसलिए आप गमले में इसके पास कोई लकड़ी लगा सकते हैं, जिसके सहारे यह बढ़ता है। 

*इसे आप एकदम अंधेरे में नहीं रख सकते हैं। इसलिए कोशिश करें कि इसे ऐसी जगह रखें जहां हल्की रौशनी आती हो। 

5. चायनीज एवरग्रीन

यह सदाबहार पौधा है, इसे एग्लोनेमा भी कहते हैं। इसे काफी हल्की रौशनी की ज़रूरत होती है। इसे आप पानी में लगा सकते हैं। ध्यान रहे कि आप हर हफ्ते इसका पानी बदलें। यह क्लोरीन के प्रति संवेदनशील रहते हैं, तो आप पूरी रात नल के पानी को रखिये और सुबह इसे पौधों में दीजिए। इस पौधे को थोड़ा गर्म तापमान चाहिए होता है।

इन बातों का रखें ख्याल: 

तो देर किस बात की। आज ही अपने आसपास तलाशें ये पौधे और ले आएं घर। 

हैप्पी गार्डनिंग। 

संपादन- जी एन झा

कवर फोटो

यह भी पढ़ें: डॉक्टर कपल बना किसान, छत पर उगाते हैं 30 से ज़्यादा सब्ज़ियां और 10 तरह के फल

यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है, या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ साझा करना चाहते हो, तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखें, या Facebook और Twitter पर संपर्क करें।

Exit mobile version