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दिल्ली: मात्र 20 मिनट में आपके कमरे की हवा को शुद्ध कर सकता है यह ‘स्मार्ट पौधा’

हम सब जानते हैं कि बहुत से लोग इंडोर प्लांट्स इसलिए रखते हैं ताकि उनके आस-पास की हवा शुद्ध हो सके। स्नेक प्लांट जैसे पौधे को खासतौर पर एयर प्योरीफायर के लिए जाना जाता है। बढ़ते शहरीकरण और प्रदूषण ने मानव जीवन के लिए अनिवार्य प्राकृतिक संसाधन जैसे, भोजन, पानी और हवा- तीनों को ही दूषित कर दिया है।

पानी और भोजन को शुद्ध रखने के लिए हमारे पास वाटर फिल्टर, गार्डनिंग जैसे विकल्प हैं। लेकिन हवा को शुद्ध रखने के लिए हमारे पास आसान विकल्प नहीं है। यदि हम एयर फिल्टर की बात करें तो यह इतना आसान नहीं है। बाजार में उपलब्ध बड़े एयर फिल्टर बहुत महंगे हैं तो घरों के लिए एयर फिल्टर के नाम पर ज़्यादातर इंडोर पेड़-पौधों को ही लगाया जाता है। लेकिन ये पौधे सिर्फ कुछ ही एरिया को कवर कर पाते हैं और अगर आपको एक पूरे कमरे की हवा को शुद्ध करना है तो कम से कम 10-12 पौधे लगाने पड़ेंगे।

लेकिन आज हम आपको एक ऐसी तकनीक के बारे में बता रहे हैं, जिससे एक छोटा-सा पौधा ही आपके पूरे घर की हवा को फिल्टर कर सकता है। यह इनोवेशन है IIT कानपुर के छात्र संजय मौर्या का, जिन्होंने एक ख़ास तरीके का ‘स्मार्ट बायो फिल्टर’ फ्लावरपॉट/प्लांटर बनाया है। इसका नाम है ‘UBreath’- यह हमारे आस-पास हवा के फिल्टर होने की प्रक्रिया को कई गुना बढ़ा देता है।

UBreath स्टार्टअप के को-फाउंडर संजय मौर्या कहते हैं, “हवा को शुद्ध करने वाले पौधे वातावरण से हवा को खींचते हैं जो उनकी जड़ों में जाती है और वहाँ पर हवा को शुद्ध किया जाता है। इसके बाद जो ऑक्सीजन उत्पन्न होता है उसे पौधे बाहर छोड़ते हैं। लेकिन यह प्रक्रिया बहुत ही धीमी है क्योंकि गमले में हवा को सप्लाई करने वाली जगह कम होती है।”

Ubreath Smart Flowerpot

लेकिन उन्होंने अपनी इस तकनीक के जरिए इस समस्या का भी हल निकाल लिया। दो साल पहले जब दिल्ली में प्रदूषण काफी ज्यादा बढ़ गया था और हर तरफ से इसके बारे में चिंता जताई जा रही थी। दिल्लीवासी मास्क पहनने को मजबूर थे और प्रदूषण के चलते ही उन्हें इवन-ओड ट्रैफिक नियमों का भी पालन करना पड़ा। प्रदूषण की बहुत सी वजहें हैं- वाहनों से निकलने वाला धुँआ, बढ़ती इंडस्ट्रीज, त्यौहारों पर पटाखे आदि जलाना और भी न जाने क्या-क्या।

IIT कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने वाले संजय उस वक़्त दिल्ली यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज से MBA कर रहे थे। वह ऐसा कोई हल ढूँढना चाहते थे जिससे कि सामान्य घरों में और कमर्शियल दफ्तरों में शुद्ध हवा मिल सके। उन्होंने अपने दोस्तों और सीनियर्स से इस बारे में बात की। रिसर्च के दौरान उन्हें समझ में आया कि हवा को शुद्ध करने के सीमित तरीके हैं या तो प्राकृतिक पौधे या फिर महंगे आर्टिफीसियल फिल्टर्स।

लेकिन सिर्फ एक-दो पौधे जल्दी से हवा शुद्ध नहीं कर सकते। इसलिए उन्होंने इस बारे में और सोचा कि आखिर क्या किया जा सकता है?

इस विषय पर अलग-अलग लोगों से बातचीत करते हुए और काम करते हुए, उनका सफ़र आज UBreath तक पहुँचा है। यह एक स्मार्ट बायोफिल्टर प्लांटर है जो पौधे की हवा को शुद्ध करने की खूबी को तकनीक से जोड़ता है, जिससे की कम समय में ज्यादा से ज्यादा हवा शुद्ध हो पाती है।

Sanjay Maurya and his Team

UBreath में तीन चीजें हैं: पौधा, स्मार्ट गमला और सूक्ष्मजीवों से भरपूर मिट्टी!

यह स्मार्ट फिल्टर बिजली से चलता है और ‘बायो-फिल्ट्रेशन’ के ज़रिए हवा शुद्ध होती है। चारों से हवा को खींचकर पौधा जड़ों तक पहुँचाता है और वहाँ पर हवा को फिल्टर किया जाता है। फिल्ट्रेशन के बाद यूबी यूनिट से स्वच्छ हवा को बाहर छोड़ दिया जाता है। इसमें कोई एक्स्ट्रा फिल्टर नहीं है, बस यह हवा को फिल्टर करने की प्रक्रिया को तेज करता है। इसमें एक फैन है जो गमले के अंदर सक्शन प्रेशर बनाता है और जड़ों में जो स्वच्छ हवा होती है उसे छोड़ता है। इसके अलावा, मिट्टी में कुछ एक्स्ट्रा सूक्ष्म जीव होते हैं जो प्रदूषक तत्वों को तोड़ने में मददगार रहते हैं।

इस डिवाइस की टेस्टिंग के दौरान पाया गया कि जिस हवा का एयर पॉल्यूशन लेवल 220 तक था, वह मात्र 15 मिनट में 20 के लेवल पर आ गया। इसी तरह एयर क्वालिटी इंडेक्स भी मात्र 20 मिनट में 285 से 30 तक आ गया।

संजय कहते हैं कि उन्होंने 5 घर में उगाये गए एयर प्योरीफायर पौधों को इसमें टेस्ट किया है। ये सभी पौधे गुरुग्राम में उनके घर की नर्सरी में उगाये गए। वह सबसे ज़्यादा लोगों को इसमें स्नेक प्लांट लगाने की सलाह देते हैं क्योंकि इसकी देख-रेख करना बहुत आसान है।

UBreath works in this manner

आपको कितने पौधे चाहिए यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका घर कितना बड़ा है। हालाँकि, एक UBreath यूनिट लगभग 200 स्क्वायर फ़ीट के कमरे की हवा को 15 मिनट में शुद्ध कर सकता है। इसके साथ ही आपको पौधे को रेग्युलर पानी देने की भी ज़रूरत नहीं है क्योंकि गमले में एक इन-बिल्ट वाटर यूनिट है जिसमें लगभग 150 मिली लीटर पानी आ जाता है और यह एक महीने तक पर्याप्त रहता है। जब भी मिटटी सूखने लगती है तो डिवाइस अपने आप इसे पानी दे देता है।

दिल्ली में रहने वाली निधि गुप्ता ने साल 2019 में उनसे एक यूनिट खरीदी थी क्योंकि उनके 4 साल के बेटे को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने लगी थी। निधि बतातीं हैं, “UBreath इस्तेमाल करने से पहले मैं अर्टिफिकल एयर प्योरिफायर इस्तेमाल कर रही थी। लेकिन इससे मुझे अपना घर बहुत ही ज़्यादा आर्टिफीसियल लगने लगा था। जैसे ही मेरा बेटा घर से बाहर निकलता उसे परेशानी होने लगती। इसके बाद हमने घर के अंदर हवा को शुद्ध करने वाले पौधे उगाना शुरू किया लेकिन यह भी काफी नहीं था।”

निधि ने UBreath के बारे में सोशल मीडिया पर पढ़ा और इसके बाद संजय से संपर्क किया। उन्होंने यह स्मार्ट बायोफ़िल्टर खरीदा। उनके मुताबिक यह घर को स्वच्छ रखता है और आकर्षक भी है।

इस डिवाइस की कीमत फ़िलहाल 5 हज़ार रूपये है और अभी टीम इसे सिर्फ दिल्ली एनसीएआर क्षेत्र में ही बेच रही है। अगर आप दिल्ली या आस-पास के क्षेत्र में रहते हैं तो यह प्रोडक्ट खरीद सकते हैं।

UBreath के बारे में आप https://www.ubreathe.in/ से जानकारी हासिल कर सकते हैं या फिर आप sanjay@urbanairlabs.com पर ईमेल कर सकते हैं।

मूल स्त्रोत: रौशिनी मुथुकुमार 

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