घूमना-फिरना किसे पसंद नहीं? जैसे ही काम से थोड़ी फुर्सत मिले या दिमाग थका हुआ सा महसूस करे, तो हम खुद को तरो-ताज़ा करने के लिए छोटी-बड़ी यात्राएं प्लान कर लेते हैं और आज-कल सोशल मीडिया के ज़माने में हम कहीं भी जाने से पहले, उस जगह के बारे में रिसर्च ज़रूर करते हैं। इसीलिए, आज हम आपको नॉर्थ ईस्ट की ‘सेवेन सिस्टर्स’ के बारे में कुछ दिलचस्प बाते बताएँगे, जो आपको आपकी अगली ट्रैवल डेस्टिनेशन चुनने में मदद करेगा।
लेकिन सबसे पहले जान लेते हैं कि ‘Seven Sisters’ यानी कि ये ‘7 बहनें’ है क्या? सेवन सिस्टर्स, पूर्वोत्तर भारत के सात आपस में लगे हुए राज्य हैं। ये राज्य हैं अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, मिज़ोरम, नागालैंड और त्रिपुरा। हालंकि इन राज्यों की संस्कृति और सम्पदा एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं, लेकिन राजनैतिक, समाजिक और आर्थिक तौर पर ये सभी एक ही जैसे हैं।
1947 में जब भारत, ब्रिटिश राज्य से मुक्त हुआ, तो देश के पूर्वोत्तर में तीन ही बड़े राज्य थे- मणिपुर, त्रिपुरा और असम। बाद में इन्हीं राज्यों से 4 राज्य और बने। 1963 में नागालैंड, 1972 में मेघालय और मिज़ोरम, यूनियन टेरिटरी बने और आखिर में 1987 में अरुणाचल प्रदेश को अलग राज्य का दर्ज़ा मिला।
तो चलिए जानें इन राज्यों से जुड़ी कुछ खास बातें-
1. सेवेन सिस्टर्स में एक है अरुणाचल प्रदेश

अरुणाचल प्रदेश में सुंदर पहाड़, झरने, नदियाँ तो हैं ही, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यहाँ 26 अलग जनजाति के लोग रहते हैं और हर एक का अलग कल्चर और रहन-सहन है। आप अरुणाचल जाकर इन लोगों के साथ वक़्त बिता सकते हैं और उनके बारे में जान सकते हैं, उनके साथ उनके त्योहार मना सकते हैं।
अरुणाचल प्रदेश का ज़ीरो इलाका, इन्हीं त्योहारों के लिए काफ़ी मशहूर है।
2. असम

असम, चाय के सुंदर बागानों के लिए तो मशहूर है ही, लेकिन क्या आप जानते हैं कि असम में माजुली नाम का दुनिया का सबसे बड़ा और उमानंदा नाम का सबसे छोटा रिवर आइलैंड है।
रूस, संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ईरान समेत कई देशों में असम की चाय की अच्छी डिमांड है। भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में सूरज बहुत पहले उगता है। ऐसे में असम के चाय बागान के कर्मचारियों के लिए अलग टाइम ज़ोन बनाया गया है, जिसे ‘चाय बागान टाइम’ कहा जाता है। चाय बागान टाइम, भारतीय मानक समय (IST) से एक घंटा आगे है।
3. सेवेन सिस्टर्स में से एक, मेघालय
मेघालय में 70 प्रतिशत जंगल ही हैं। यहाँ हर साल 11 हज़ार मिलीमीटर बारिश होती है। मेघालय की सबसे ख़ास बात यह है कि यहाँ परिवार का मुखिया कोई पुरुष नहीं, बल्कि महिलाएं होती हैं! लड़कियों को ही माँ-बाप की सारी पूंजी दी जाती है और लड़कियां ही पूरे परिवार की ज़िम्मेदारी उठाती हैं।
मेघालय में 500 से ज़्यादा काफ़ी लम्बी और गहरी लाइम स्टोन और सैंड स्टोन की गुफाएं हैं, जिसे देखने आप इस खूबसूरत राज्य में आ सकते हैं।
4. मणिपुर
मणिपुर जाने के लिए आपको सबसे पहले एक Inner Line Permit निकलवाना पड़ेगा, जो मणिपुर सरकार देती है। यहाँ Keibul Lamjao नाम का दुनिया का इकलौता फ्लोटिंग नेशनल पार्क है, जो लोकटक तालाब पर बना है। मणिपुर में दुनिया का सबसे पुराना पोलो ग्राउंड भी है और माना जाता है कि यहाँ के राजा कान्ग्बा ने 14वीं सदी में पोलो का खेल ईजाद किया था और अंग्रेज़ भी यहीं से सीखकर पोलो को ब्रिटेन ले गए।
स्वस्थ और शाकाहारी भोजन पसंद करने वाले मणिपुर के लोग अपने खाने में मसाले और जड़ी बूटियों का खूब उपयोग करते हैं। मसाले और जड़ी बूटियों जैसे हुकर चिव्स, पुदीना, धनिया, जीरा और काली मिर्च के उपयोग के साथ, वे ज्यादातर भोजन में अतिरिक्त तेल का उपयोग करते हैं।
5. मिजोरम, सेवेन सिस्टर्स में से एक
‘मिज़ोरम’ नाम को तीन भागों में बाँटकर, नाम का अर्थ निकाला जाता है “मि” मतलब “लोग”, “ज़ो” मतलब “पहाड़” और “रम” मतलब “प्रदेश”, जिनको जोड़ कर पूरा अर्थ हुआ ‘पहाड़ी लोगों का प्रदेश’ या ‘पहाड़ी लोगों की भूमि’।
मिजोरम का भी ज़्यादातर हिस्सा जंगलों से भरा है। पुकजिंग गुफा, मिजोरम की सबसे बड़ी मानव रचित गुफा है, जिसकी लंबाई 152 मीटर है और इसे एक अकेले आदमी ने बनाया था। मिजोरम में चपचार कूट नाम के त्योहार का बहुत महत्त्व है, जो मार्च के महीने में मनाया जाता है, जब स्थानीय लोग फसल काटकर ज़मीन को जलाते हैं।
6. नागालैंड
सेवेन सिस्टर्स में से एक नागालैंड की ऑफिशियल भाषा इंग्लिश है और यहाँ भी 16 से ज़्यादा जनजाति के लोग रहते हैं और इनके अलग-अलग त्योहारों के लिए नागालैंड मशहूर है। कोहिमा से 10 किलोमीटर की दूरी पर ‘किसामा’ नाम का एक हेरिटेज विलेज है, जिसे यहाँ के स्थानीय लोगों की संस्कृति और परंपरा को बचाने के मकसद से बनाया गया है।
‘भूट जोलोकिया’ दुनिया की सबसे तीखी मिर्च है, जो नागालैंड की देन है। इसका नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज़ हो चुका है।
7. त्रिपुरा
त्रिपुरा देश का सबसे छोटा राज्य और सेवेन सिस्टर्स में से एक है। यहाँ चार बड़ी वाइल्डलाइफ सेंचुरी हैं, जहाँ तरह-तरह के पशु-पक्षी देखने को मिलते हैं।त्रिपुरा में उनाकोटी नाम की जगह, पत्थरों को तराशकर बनायी गई है, जो देवी-देवताओं की मूर्तियों के लिए काफ़ी मशहूर है।
इसके अलावा और भी बहुत कुछ है, इन Seven Sisters में एक्स्प्लोर करने के लिए, लेकिन उसके लिए आपको वहां घूमने जाना पड़ेगा, तो कब बना रहे हैं आप अपना प्लान?
यह भी पढ़ेंः इन 10 जगहों की सैर के बिना अधूरी है गुजरात की ट्रिप
We at The Better India want to showcase everything that is working in this country. By using the power of constructive journalism, we want to change India – one story at a time. If you read us, like us and want this positive movement to grow, then do consider supporting us via the following buttons: