स्त्रोत: मनोरमा
केरल में बाढ़ के दौरान बचाव कार्यों के साथ-साथ भारतीय नौसेना राहत शिविर में रह रहे बाढ़ पीड़ितों के लिए खाना भी बना रही है। लेफ्टिनेंट कमांडेंट ओ. जयप्रकाश की देख-रेख में एक 15 सदस्यी नेवी टीम ने इस काम के लिए एक 'सामुदायिक रसोई' की शुरुआत की है।
यह रसोई कोचिन यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (सीयूएसएटी) के स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग की सिविल लैब में चलायी जा रही है। यहां से शिविरों में रहने वाले लोगों के लिए खाना भिजवाया जा रहा है।
शुक्रवार से शुरू हुई यह रसोई, तब तक खुली रहेगी, जब तक कि राहत-शिविर खुले हुए हैं। इस रसोई से अब तक लगभग 7, 000 लोगों को खाना परोसा जा रहा है। कमांडेंट जयप्रकाश का कहना है कि इस रसोई से आने वाले दिनों में 11,000 लोगों का खाना बनेगा।
हालांकि इस रसोई को पहले यूसी कॉलेज में खोला जाना था। लेकिन कलामस्सेरी-अलुवा रोड के भी डूब जाने के बाद, इसे सीयूएसएटी में खोला गया है।
नौसेना के जवानों द्वारा बनाये गए खाने को शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। नौसेना न केवल खाना पकाने बल्कि अन्य सामान जैसे चावल, सब्जियां आदि की भी आपूर्ति कर रही है।
संपादन - मानबी कटोच