मुंबई के रहने वाले हन्नान जाटू ने लॉकडाउन के दौरान फूड डिलीवरी का कारोबार शुरू किया। आइए जानते हैं उन्होंने यह सब कैसे किया।
हन्नान जाटू 34 साल के हैं। उनका वाटरप्रूफ सॉल्यूशन का बिजनेस है। इसके अलावा उन्हें खाना बनाने का भी बहुत शौक है।
हन्नान कहते हैं, “मैं बचपन से ही बहुत चाव से खाना बनाता हूँ। पहले मैंने अपनी माँ का हाथ बंटाने के लिए खाना बनाना शुरू किया लेकिन जल्द ही कुकिंग की किताबों से पढ़कर तरह-तरह के पकवान और मिठाई बनाने लगा। लॉकडाउन के दौरान मेरे बच्चे और घर के अन्य लोग इस बात को लेकर अक्सर चर्चा करते थे कि अब उन्हें कई चीजें खाने को नहीं मिल रही हैं। इसके बाद मैं वह व्यंजन बनाने लगा जो हम अपने फेवरेट रेस्टोरेंट से ऑर्डर किया करते थे। इसमें बहुत से उत्तर भारतीय व्यंजन, बर्गर और कई दूसरी चीजें शामिल थीं। मैं सिर्फ अपने परिवार के लिए ही खाना नहीं बनाता हूँ बल्कि अपने पड़ोसियों को भी सर्व करता हूँ। उनका फीडबैक पाकर ही मैंने रेस्टोरेंट खोलने का फैसला किया। मेरे पड़ोसियों का कहना था कि मैं जो खाना बनाता हूँ उसका स्वाद बिलकुल उनके फेरवेट रेस्टोरेंट की तरह होता है।”
होम शेफ बनने का सफर
सितंबर की शुरूआत में हन्नान ने अपने वीकेंड के खाली समय का सदुपयोग करने का फैसला किया और उन्होंने ‘ईट लव रिपीट’ नाम से एक फूड डिलीवरी बिजनेस शुरू किया।
वह कहते हैं, “सर्विस शुरू करने से पहले मैंने अपनी स्किल को थोड़ा और बेहतर किया। कुछ व्यंजनों को बनाने में मुझे पहले से ही महारत हासिल थी, लेकिन मैंने कुछ और नए व्यंजन बनाने सीखे। नई रेसिपी सीखने के लिए मैंने कई कुक बुक और ऑनलाइन वीडियो देखे। यदि कोई सामग्री मेरे घर के किचन में नहीं होती थी, तो मैं उस व्यंजन को अपने तरीके से बनाता था। इसे मैं अपने परिवार और आसपास के दोस्तों को खिलाता था।”
खाना बनाने को लेकर एक बार जब हन्नान को अपने ऊपर कॉन्फिडेंस हो गया तब उन्होंने 100 व्यंजनों का एक मेन्यू तैयार किया जिसे वह ग्राहकों को परोस सकते थे।
आज हन्नान सोमवार से शुक्रवार तक अपने परिवार के बिजनेस को संभालते हैं और वीकेंड में शेफ का काम करते हैं।
आइए जानते हैं कि आप भी घर से कैसे शुरू कर सकते हैं फ़ूड डिलीवरी बिज़नेस-
स्टेप 1: खाना बनाने में महारत हासिल करें
खाने का बिजनेस शुरू करने के लिए यह जरूरी है कि आपको खाना बनाने में महारत हासिल होना चाहिए। हन्नान कहते हैं कि यदि आप ग्राहकों की पसंद का खाना नहीं बनाएंगे तो ग्राहक दूसरी बार आपको ऑर्डर नहीं देंगे। इसलिए आप जिस व्यंजन को बनाना जानते हैं, उसे तो बेहतर तरीके से बनाएं ही, साथ में नए व्यंजन बनाना भी सीखें।
“मैंने अपने मेन्यू में कुनाफा और बर्गर जैसी नई डिश तब शामिल किया जब मैं इसे अच्छे से बनाने के तरीके और स्वाद को जान गया। इसके लिए मैंने रेसिपी तीन से चार बार बनाकर खुद प्रैक्टिस की।”
स्टेप 2: मेन्यू को बेहतर बनाएं
वैसे तो अलग-अलग तरह के व्यंजनों की लिस्ट बनाना जरूरी है। लेकिन एक ही समय में सभी व्यंजनों को बनाकर हन्नान थकना नहीं चाहते थे। इसलिए उन्होंने 100 व्यंजनों की लिस्ट तैयार की जिनमें से वह हर वीकेंड पर सिर्फ 5 या 6 किस्म के व्यंजन बनाते थे।
वह कहते हैं, “मेन्यू हर वीकेंड अलग होना चाहिए और सभी व्यंजन एक से बढ़कर एक होना चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि मैं एक वीकेंड बर्गर बनाकर सर्व कर रहा हूँ तो इसके साथ में डेजर्ट के रूप में गुलाब जामुन को नहीं चुनूँगा बल्कि मैं कुकी-डॉट ब्राउनी या फज ब्राउनी तैयार करूँगा।”
स्टेप 3: बिजनेस का एक नाम चुनें और इसे वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर लाएं
परिवार और दोस्तों के साथ विचार-मंथन के बाद हन्नान ने अपनी सर्विस का नाम रखा – ईट लव रिपीट (ईएलआर)। उन्होंने इस नाम से इंस्टाग्राम पर एक पेज बनाया जहाँ वह नए ग्राहकों को आकर्षित कर सकते है और उनसे ऑर्डर ले सकते हैं।
हन्नान कहते हैं, “इंस्टाग्राम पेज पर मैंने व्यंजनों के टीजर शेयर करके यूजर्स को जोड़ा है। मैं अपने दोस्तों और परिवार के लोगों को व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए इसे दूसरे लोगों तक फैलाने का अनुरोध भी करता हूँ। अपने चाचा की मदद से, जो एक डिजाइनर हैं, मैंने अपने बिजनेस का लोगो डिज़ाइन किया और यहाँ तक कि डिलीवरी के लिए कुछ स्टिकर भी छपवाए।”
स्टेप 4: बिजनेस स्ट्रैटजी और व्यंजनों का रेट तय करें
चूंकि हन्नान खुद ही सभी व्यंजनों को बनाते हैं, इसलिए वह एक साथ कई सारे व्यंजन ऑफर नहीं करते हैं। वह वीकेंड को छोड़कर बाकी समय अपने मुख्य काम पर ध्यान देते हैं। इसलिए उन्होंने सिर्फ वीकेंड पर डिलीवरी करने का फैसला किया।
“मैं हर मंगलवार को उस हफ्ते के व्यंजनों का मेन्यू जारी कर देता हूँ ताकि ग्राहक मुझे पहले से ही ऑर्डर दे सकें। इससे मुझे जरूरी सामान, पैकेजिंग मैटेरियल खरीदने का समय मिल जाता है और भोजन की बर्बादी भी नहीं होती है। इसके अलावा मैं हर हफ्ते सिर्फ 3 से 5 किस्मों के व्यंजन ही ऑफर करता हूँ। हन्नान कहते हैं कि व्यंजन बनाने और उन्हें पैक करने के लिए खरीदे गए सामानों के आधार पर उसकी कीमत तय की जाती है।
स्टेप 5: डिलीवरी का तरीका तय करें
स्विगी जिनी, डुंज़ो और अन्य स्थानीय सेवाओं की मदद से हन्नान अपने ग्राहकों को फूड डिलीवरी करते हैं। डिलीवरी चार्ज जगह के आधार पर अलग-अलग होता है और इसे ग्राहक द्वारा भुगतान किया जाता है।
“भोजन को राज्य सरकार द्वारा प्रमाणित माइक्रोवाइबल कंटेनरों में पैक किया जाता है। ये कंटेनर कई पॉपुलर रेस्टोरेंट भी ग्राहकों को फूड डिलीवरी के लिए इस्तेमाल करते हैं। खाने से पहले इन कंटेनरों से भोजन निकालकर दोबारा गर्म भी किया जा सकता है। इसके अलावा, बॉक्स अच्छी क्वालिटी के होते हैं और घर पर इनका दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है। डिलीवरी के दौरान मैं ब्रांड के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए अपने बिजनेस स्टिकर को भी कंटेनरों के ऊपर लगाता हूं।”
शुरूआत में, हन्नान ने तीन साइज के 100 बॉक्स खरीदे थे। जिनमें से दो मुख्य व्यंजनों और मिठाइयों (8 और 7 रुपये) और एक सॉस/डिप्स (4 रूपये) सर्व करने के लिए था। वह इन्हें थोक में खरीदने की सलाह देते हैं। इससे वे सस्ते पड़ते हैं और ऑर्डर के अनुसार उनकी क्वालिटी भी बढ़ती जाती है।
अंत में, हन्नान कहते हैं कि आप जो कुछ भी बनाते हैं, उस पर भरोसा और धैर्य रखें। क्योंकि कोई भी बिजनेस शुरूआत में ही हिट नहीं होता है।
वह कहते हैं, “शुरूआत में, मुझे केवल कुछ ही ऑर्डर मिलते थे लेकिन समय के साथ इसमें सुधार होने लगा है और मुझे हर वीकेंड कम से कम 10 ऑर्डर मिल जाते हैं।”
यदि आप मुंबई में रहते हैं, तो आप भी ऑर्डर दे सकते हैं। हर हफ्ते वह क्या सर्व करने वाले हैं, यह जानने के लिए उन्हें इंस्टाग्राम पर फॉलो करें।
होम डिलीवरी का व्यवसाय कैसे शुरू कर सकते हैं, इसके बारे में अधिक जानने के लिए आप उन्हें elrbychefnaan@gmail.com पर ईमेल कर सकते हैं।
संपादन – जी. एन झा
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