दुनिया में सबसे खूबसूरत फूलों में सूरजमुखी के फूल की गिनती होती है। सूरजमुखी के फूल दिखने में जितने सुंदर और आकर्षक होते हैं, उतने ही ये गुणकारी भी होते हैं। इनके गुण छिपे होते हैं बीजों में। सूरजमुखी के बीजों में औषधीय गुण होते हैं और इसी वजह से इन्हें खाया भी जाता है और इन बीजों से तेल भी बनता है। आज हम आपको बता रहे हैं कि किस तरह आप गमला या फिर ग्रो बैग में सूरजमुखी फूल उगा सकते हैं।
असम के गुवाहाटी में रहने वाली सुमन दास जो पेशे से वकील हैं और साथ ही गार्डनिंग भी करतीं हैं, अपने छत पर और बालकनी में सूरजमुखी के फूल उगा रहीं हैं।सुमन, द बेटर इंडिया के माध्यम से आज बता रहीं हैं कि कैसे आप अपनी छत या बालकनी में गमलों में या फिर ग्रो बैग में सूरजमुखी उगा सकते हैं।
क्या-क्या चाहिए:
सुमन कहतीं हैं कि सबसे पहले अपने घर की उस जगह की तलाश करें जहाँ सबसे अधिक धूप आती हो।
- गमला/ग्रो बैग या फिर कोई भी प्लास्टिक का डिब्बा और ड्रम ऐसा लें, जो एक फीट गहरा हो और एक फीट तक चौड़ा हो।
- गमले में ड्रेनेज सिस्टम अच्छा होना चाहिए।
- पॉटिंग मिक्स बनाने के लिए आप 50% मिट्टी में 40% खाद और 10% रेत मिला सकते हैं।
कैसे लगाएं:
“सूरजमुखी के पौधों को ट्रांसप्लांट करने की ज़रूरत नहीं पड़ती है। आप इन्हें सीधे ही गमलों में लगा सकते हैं। इसलिए पहले ही उस हिसाब से गमला लीजिए,” सुमन ने बताया।
बीज बोने की प्रक्रिया के बारे में सुमन कहती हैं:
- सबसे पहले पॉटिंग मिक्स भरकर गमले को अच्छे से तैयार करें।
- अब मिट्टी में 2-3 सेंटीमीटर का गड्ढ़ा करें अपनी ऊँगली से और इसमें बीज को लगायें।
- ऊपर से मिट्टी से इसे ढक दें और स्प्रिंकल करके पानी दें।
“अगर आप चाहें तो बीज को बोने से पहले 3 घंटे तक भिगोकर भी रख सकते हैं। इससे इन्हें अंकुरित होने में थोड़ा कम समय लगता है। लेकिन यदि आपने बीजों को नहीं भी भिगोया है तब भी ये अंकुरित हो जाएंगे,” सुमन ने कहा।
- वैसे तो सूरजमुखी के बीज 7-10 दिन में अंकुरित हो जाने चाहिए लेकिन कभी-कभी इन्हें दो हफ्ते का समय भी लग जाता है। इसलिए धैर्य रखें और नियमित देखभाल करें।
- जहाँ भी आपका गमला है वहाँ पर दिन में कम से कम 5-6 घंटे अच्छी धूप आनी चाहिए।
- जैसे-जैसे पौधे बढ़ेंगे आपको ध्यान रखना है कि आप नियमित रूप से पानी और खाद आदि दें।
सुमन कहतीं हैं कि पानी बहुत ज्यादा नहीं देना है। पानी सिर्फ तभी दें जब मिट्टी सूखी हो और ध्यान रखें कि पानी कभी भी गमले में भरा न रहे। क्योंकि सूरजमुखी कम पानी में भी हो जाएंगे लेकिन ज़रूरत से ज्यादा पानी पौधों को खराब कर देता है।
- सूरजमुखी के पौधों में बहुत ही कम पेस्ट अटैक की समस्या होती है। लेकिन यदि आपको पेस्ट जैसा कुछ लग रहा है तो आप नीम के तेल का स्प्रे कर सकते हैं।
- सूरजमुखी के पौधों के पोषण का ख़ास ख्याल रखना होता है क्योंकि इन्हें पोषण की ज़रूरत काफी होती है। हर दो-तीन हफ्तों में आपको इन्हें एक बैलेंस्ड पोषण देना होगा। पोषण के लिए वर्मीकंपोस्ट के साथ बोनमील, नीमखली और एप्सोम साल्ट को मिलाकर पौधों में डाला जा सकता है।
- हर दो हफ्तों में एप्सोम साल्ट का स्प्रे भी पौधों में मैग्नीशियम की कमी को पूरा करता है।
- लगभग 80-90 दिन यानी कि तीन महीनों में पौधों में फूल लगने लगते हैं।
सुमन कहतीं हैं कि सूरजमुखी के पौधों को सालभर में कभी भी लगाया जा सकता है। लेकिन इन्हें लगाने का सबसे अच्छा समय सितंबर से अप्रैल और मई के बीच का होता है। लगभग 3-4 महीने में आपको सूरजमुखी के पौधों से फूल मिलना शुरू हो जाते हैं। इन्हें आप सजावट के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
फिर जैसे-जैसे फूल सूखने लगे आप इनमें से बीजों को निकालकर इकट्ठा कर सकते हैं। इन बीजों में आप और पौधे लगाने के लिए बीज रख सकते हैं और बाकी को आप चाहें तो भुनकर खाने में स्नेक्स के तौर पर शामिल कर सकते हैं!
सूरजमुखी के फूल जब पूरे खिलने के बाद सुख जाते हैं तो इनकी पत्तियाँ गिर जाती हैं और बीच के भाग में सिर्फ बीज बच जाते हैं। जिन्हें आप खाने या तेल बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। सूरजमुखी के बीज में आवश्यक फैटी एसिड, विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए हमें इन बीजों को किसी न किसी रूप में अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए।
तो फिर देर किस बात की, आज ही लाएं सूरजमुखी के बीज और लगाएं अपने घर में!
हैप्पी गार्डनिंग!
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