गुजरात में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज़ों की संख्या 2000 से ज्यादा हो चुकी है। चिंता की बात यह है कि इनमें 1600 से भी ज्यादा मामले सिर्फ अहमदाबाद के हैं। जिस तरह से शहर में संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं, उस देखते हुए प्रशासन ने पिछले कुछ दिनों शहर में कर्फ्यू भी रखा, जो 24 अप्रैल को खुला है।
अहमदाबाद प्रशासन अपनी तरफ से हर संभव प्रयास कर रहा है ताकि संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सका और जितने भी संक्रमित लोग हैं, उन्हें क्वारंटाइन किया जा सके। इस संदर्भ में प्रशासन ने एपिडेमिक डिजीज एक्ट के तहत COVID-19 मरीज़ों के नाम और पता सार्वजनिक करने का फैसला किया। इसके पीछे का उद्देश्य लोगों में डर बढ़ाना नहीं बल्कि उन्हें अलर्ट करना था। प्रशासन चाहता है कि लोग अपने इलाके के मरीज़ों की सूची देखकर अंदाज़ा लगा सकते हैं कि वे उस व्यक्ति के संपर्क में आए हैं या फिर नहीं।
यदि कोई संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया है तो वह स्वयं अस्पताल और पुलिस प्रशासन को कॉल करके टेस्टिंग के लिए वॉलंटियर करे। साथ ही साथ, बढ़ते मरीज़ों की संख्या देख लोग पूरी निष्ठा और ज़िम्मेदारी से लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
अहमदाबाद के 23 वर्षीय इंजीनियर, अभय जानी ने जब इस बारे में पढ़ा तो उन्हें एक आइडिया आया। उन्होंने सोचा कि क्यों न नगर निगम द्वारा जारी की गई सूची की मदद से COVID-19 के मरीज़ों को गूगल मैप पर पॉइंट किया जाए। इससे लोग आसानी से अपने आस-पास के संक्रमित मरीज़ों के बारे में पता लगा सकते हैं। अभय बताते हैं कि उन्होंने 6 अप्रैल से अपना काम शुरू किया। उन्होंने सबसे पहले इलाकों को पॉइंट किया और फिर सभी मरीज़ों के पते को मैप में पॉइंट किया। इससे लोग आसानी से चेक कर सकते हैं कि उनके घर से कितनी दूरी पर कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ है।
7 अप्रैल को अभय ने मैप बनाकर तैयार कर लिया और उन्होंने इसे अपने कुछ दोस्तों के साथ शेयर किया। वहां से आगे शेयर होते-होते मात्र 4-5 दिनों में ही यह मैप लगभग 10 लाख लोगों तक पहुँच गया। अभय ने बताया, “इतने लोगों तक पहुँचने की मुझे आशा नहीं थी लेकिन यह पहुंचा तो मेरी ज़िम्मेदारी भी बढ़ी। क्योंकि अगर लोग इस पर निर्भर कर रहे हैं तो मुझे डाटा बिल्कुल सही रखना होगा। मैं हर दिन समय निकालकर नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार मैप को अपडेट करता हूँ। मेरा मैप काफी लोगों तक पहुँचने के बाद मुझे अहमदाबाद नगर निगम से भी सराहना मिली।”
अभय ने बताया कि शहर के अलग-अलग भागों को मैप पर पॉइंट करना आसान था लेकिन मरीज़ों के पते एकदम सही मार्क करने में परेशानी हो रही थी। ऐसे में, बहुत से लोगों ने सामने से सही पता पॉइंट करने में मदद की। उन्होंने कहा,”बहुत सी जगहें होती हैं मैप पर जिनकी मार्किंग एकदम सही नहीं होती है। खासकर कि अहमदाबाद के पुराने इलाकों के पतों को सही मार्क करने में लोग मददगार रहे।”
अभय के मैप को अब तक 10 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। इन सबके बीच अहमदाबाद नगर निगम ने भी COVID-19 मैप जारी किया है और अभय कहते हैं, “मैं यह बिल्कुल नहीं कहूँगा कि उन्होंने मेरे मैप को देखकर ऐसा कुछ किया। हो सकता है कि उनकी पहले से ही योजना हो ऐसा करने की। लेकिन मुझे ख़ुशी है कि हमारे शहर का प्रशासन दिन-रात मेहनत कर रहा है। मैं खुद भी अब सबसे यही कह रहा हूँ कि हमने प्रशासन के मैप पर निर्भर होना चाहिए क्योंकि वह ज्यादा सही है।”
पेट्रोलियम इंजीनियरिंग करने वाले अभय जानी, दिल्ली एनसीआर में गुरुग्राम के एक स्टार्टअप के साथ काम कर रहे हैं। पर जैसे ही कोरोना वायरस का अलर्ट देश में जारी हुआ, अभय अपने घर अहमदाबाद लौट आए। यहाँ भी वह कई स्वयंसेवी संगठनों से जुड़कर अपना योगदान दे रहे हैं। अभय कहते हैं कि इस मुश्किल घड़ी में घर पर रहते हुए भी अगर हम किसी न किसी तरह से मददगार हो सकते हैं तो हमें ज़रूर होना चहिये। आपके दिल में सिर्फ किसी के लिए कुछ अच्छा करने की भावना हो तो आपको रास्ते मिल ही जाते हैं!
अभय जानी द्वारा बनाया गया COVID-19 का मैप आप यहाँ देख सकते हैं: bit.ly/AmdCovid19 और अहमदाबाद नगर निगम द्वारा जारी मैप यहाँ पर: .
यह एक बहुत ही बेहतरीन पहल है क्योंकि यह नागरिकों को जागरूक करने के साथ-साथ ज़िम्मेदारी से काम लेने के लिए भी प्रेरित कर रही है। यदि अन्य शहरों में भी इस तरह के कदम उठाए जाएं तो स्थिति को संभालने में मदद मिल सकती है!
अभय जानी से संपर्क करने के लिए आप उन्हें फेसबुक या फिर ट्विटर पर मैसेज कर सकते हैं!
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