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जुनून है तो मुमकिन है! सरकारी नौकरी छोड़ Master Chef पहुंचे अविनाश की कहानी

अविनाश पटनायक ने फूलों और खाने के अपने प्यार को आगे बढ़ाने के लिए एक कृषि अधिकारी के रूप में अपनी नौकरी छोड़ दी। आज, वह मास्टरशेफ इंडिया सीजन 7 हिस्सा हैं।

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Avinash Patnayak masterchef India

मास्टरशेफ सीज़न 7 में पहुंच चुके ओडिशा के रहनेवाले अविनाश पटनायक ने अपने खाना बनाने के शौक़ को पूरा करने और अपने इस पैशन को फॉलो करने के लिए अच्छी खासी सरकारी नौकरी छोड़ दी। दरअसल, अविनाश पटनायक के पिता भारतीय वायु सेना में थे और उनका अक्सर एक जगह से दूसरे जगह ट्रांसफर होता रहता था।

इसकी वजह से अविनाश और उनके परिवार को अलग-अलग जगहों के खाने और संस्कृतियों के बारे में जानने का मौका मिला और इसी अनुभव ने अविनाश के मन में कुकिंग के शौक़ को जन्म दिया। खाना बनाने के साथ-साथ, उन्हें गार्डनिंग करने और पौधों के बारे में जानने में भी दिलचस्पी थी।

इसलिए, उन्होंने फूलों की खेती में विशेषज्ञता हासिल की और एक कृषि अधिकारी के रूप में नौकरी करने लगे। उन्होंने 6 साल तक नौकरी की, लेकिन फिर उन्हें एहसास हुआ कि वह इस काम के लिए नहीं बने, कोई और काम उनका इंतज़ार कर रहा है।

आज अविनाश मास्टरशेफ इंडिया सीज़न 7 का हिस्सा हैं। लेकिन जॉब छोड़ने से लेकर मास्टरशेफ तक पहुंचने का उनका सफर आसान नहीं रहा। अविनाश के नौकरी छोड़ने के फैसले का उनकी माँ, रिश्तेदारों और घर के बड़ों ने काफी विरोध किया।

अविनाश की माँ, नौकरी छोड़ने के उनके फैसले से काफी नाराज़ थीं। कई रिश्तेदारों ने तो यहां तक ​​कहा कि दिमाग खराब हो गया है इसका। लेकिन दोस्तों के विश्वास और पिता के समर्थन ने उन्हें अपने फैसले के साथ आगे बढ़ने में मदद की।

कैसे पहुंचे मास्टरशेफ तक?

अविनाश को जिन भी लोगों ने हतोत्साहित किया था कि पैशन से खर्च नहीं निकलाता, उन सभी लोगों को दिखाना चाहते थे कि उनका जुनून उनकी ज़रूरतें भी पूरी कर सकता है। इसलिए, उन्होंने घर पर ही खाना बनाना और बेचना शुरू कर दिया। जिस समय लोग महामारी के दौरान पैसे और नौकरियां खो रहे थे, उस समय अविनाश अपने इस काम से अच्छे पैसे कमाने लगे थे।

उन्होंने बताया कि मास्टरशेफ में भाग लेना उनके प्लान में कभी नहीं था। वह सिर्फ अपनी पीएचडी पर ध्यान देना चाहते थे। लेकिन उनके आसपास के लोगों ने उन्हें शो में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और अविनाश ने शो में जाकर ना सिर्फ ऑडिशंस क्लियर किए, बल्कि टॉप 12 में अपनी जगह भी बनाई।

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