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Home प्रेरक किसान नोएडा में 100 स्क्वायर फिट के कमरे में उगा रहे केसर, कमा रहे लाखों

नोएडा में 100 स्क्वायर फिट के कमरे में उगा रहे केसर, कमा रहे लाखों

साउथ कोरिया में खेती की एडवांस तकनीकों के देखकर रमेश ने सोचा कि क्यों न इस तकनीक को भारत में भी पहुंचाया जाए। उन्होंने अपने काम के साथ-साथ, 6 महीनों तक खेती की ये तकनीकें भी सीखीं और भारत वापस आकर नोएडा के सेक्टर 63 में 100 स्क्वायर फिट के कमरे में केसर उगाना शुरू किया।

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Ramesh Gera is growing saffron in 100 sq ft room in Noida

कश्मीर में तो आपने केसर की खेती खूब देखी होगी, लेकिन अब नोएडा के एक छोटे से कमरे में 64 साल के इंजीनियर रमेश गेरा केसर उगा रहे हैं। वह इससे न सिर्फ खुद अच्छी कमाई कर रहे हैं, बल्कि दूसरों को भी कमरे के अंदर केसर उगाना सिखा रहे हैं।

साल 1980 में NIT कुरुक्षेत्र से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करने के बाद, रमेश ने बहुत ही लार्ज स्केल की मल्टिनेशल कंपनीज़ में जॉब की। 35 साल के अपने कार्यकाल में उन्हें दुनिया के बहुत सारे देशों में जाने का मौका मिला।

द बेटर इंडिया से बात करते हुए रमेश ने बताया, "साल 2002 में जब मैं 6 महीनों के लिए साउथ कोरिया गया, तो मैंने वहां वीकेंड पर घूमते समय हाइड्रोपोनिक फार्मिंग, माइक्रोग्रीन्स, पॉलीहाउस इंजीनियरिंग और सेफ्रॉन कल्टीवेशन जैसी एडवांस फार्मिंग तकनीक देखी और मैं इससे काफी प्रभावित हुआ।"

साउथ कोरिया में खेती की एडवांस तकनीकों के देखकर रमेश ने सोचा कि क्यों न इन तकनीकों को भारत में भी पहुंचाया जाए। उन्होंने अपने काम के साथ-साथ, 6 महीनों तक कोरिया में खेती की ये तकनीकें सीखीं और वापस आकर नोएडा के सेक्टर 63 में 100 स्क्वायर फिट के कमरे में केसर उगाने का पूरा सेटअप तैयार किया।

केसर उगाने का सेटअप लगाने में कितना आया खर्च और कितना है फायदा?

Saffron farming in Noida

इस काम में करीब 4 लाख का खर्च आया और रमेश ने कश्मीर से 2 लाख के बीज मंगवाए। उन्होंने बताया, "भारत में केसर की जितनी डिमांड है, उसका सिर्फ 30% भाग ही कश्मीर से आता, बाकी 70% केसर ईरान से इंपोर्ट होता है। यह जो डिमांड और सप्लाई के बीच का गैप है, वही अपने आप में एक बहुत बड़ी मार्केट है।"

केसर फार्मिंग में बहुत अधिक लोगों की ज़रूरत नहीं होती, कोई घर का सदस्य भी इस बिज़नेस को आराम से संभाल सकता है। रमेश गेरा ने बताया, "इसमें बिजली के बिल के अलावा और कोई मंथली खर्च भी नहीं है, सिर्फ 4 महीने जब हम सिस्टम को स्विच ऑन रखते हैं, उस समय करीब 4 से 4.5 हज़ार रुपया महीना बिजली का बिल आता है। इसके बाद हम इसे स्विच ऑफ कर देते हैं।"      

आगे उन्होंने बताया, "केसर बहुत ही अच्छे रेट पर बिकता है, अगर आप होल सेल में बेचना चाहें, तो बड़े आराम से ढाई लाख रुपया/kg पर आप इसे बेच सकते हैं, रिटेल में अगर बेच सकें 1 ग्राम, 2 ग्राम, 5 ग्राम के पैकेट्स में तो 3.50 लाख रुपये/kg और अगर एक्सपोर्ट करते हैं, तो 6 लाख रुपया/kg तक भी की कमाई कर सकते हैं।"

रमेश नोएडा में ही 'आकर्षक सेफ्रॉन इंस्टीट्यूट' नाम से ट्रेनिंग सेंटर चलाते हैं और अब तक 105 लोगों को केसर उगाने की यह तकनीक सिखा चुके हैं।

अगर आप भी रमेश गेरा से केसर उगाना सीखना चाहते हैं, तो 7428496656 पर संपर्क कर सकते हैं।

यह भी देखेंः कैसे करें? केसर बिज़नेस! घर में खेती से लेकर मार्केटिंग तक की पूरी जानकारी