घर पर ही आसानी से उगा सकते हैं अजवाइन का पौधा, सर्दी-खासी व इम्युनिटी के लिए है कारगर

अजवाइन के पौषे को आप आसानी से अपनी बालकनी या छत पर, गमले में उगा सकते हैं और इसकी पत्तियों से बहुगुणकारी काढ़ा बना सकते हैं।

अजवाइन एक ऐसा मसाला है, जिसके इस्तेमाल से खाने का स्वाद काफी ज्यादा बढ़ जाता है। हम सभी के किचन में अजवाइन बहुत ही आसानी से मिल जाएगा। यह एक विशेष भारतीय मसाला है, जिसका इस्तेमाल अधिकतर लोग करते हैं। अजवाइन में कई स्वास्थ्यकारी गुण छिपे होते हैं। इसके पौधों को घरों में लगाने से यह एक एंटी प्यूरीफाइड की तरह काम करता है, जो आसपास के वातावरण को स्वस्थ रखने में आपकी मदद कर सकता है।

तो चलिए, आज हम आपको बताते हैं कि किस तरह गमले में आसानी से आप अजमाइन को उगा सकते हैं। 

Tips to Grow Ajwain
अजवाइन का पौधा

अजवाइन में  प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, और थायमिन जैसे कई पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं, जिस वजह से इसका इस्तेमाल एक औषधीय पौधे के रूप में किया जाता है। 

वैसे तो अजवाइन की खेती पूरे भारत में की जाती है, लेकिन इसे मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात में बड़े पैमाने पर उगाया जाता है। 

लखनऊ में टैरेस गार्डन के एक्सपर्ट पवनीत सिंह आज हमें आजवाइन को गमले में लगाने की विधि विस्तार से बताने जा रहे हैं। सिंह लाइफवॉल के संस्थापक हैं और इसके जरिए वह अब तक यूपी और दिल्ली के 800 से भी अधिक घरों में टैरेस गार्डनिंग सेटअप को विकसित कर चुके हैं।

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पवनीत सिंह

सिंह कहते हैं, “कई औषधीय गुणों से भरपूर अजवाइन धनिया प्रजाति की है, इसे गमले में  दो तरीके से उगाया जा सकता है: पहला – बीजों से, दूसरा – कटिंग से।”

वह बताते हैं, “कटिंग से तैयार होने वाले अजवाइन की पत्ती काफी मोटी और गोलाकार होती हैं। यह सुंगधित होती हैं। वहीं, घर में मिलने वाली आजवाइन को कटिंग से तैयार करना मुश्किल है, क्योंकि इसकी तने काफी पतली होती हैं।”

बीज से अजवाइन को उगाने की विधि के बारे में सिंह बताते हैं, “इस विधि से अजवाइन को उगाने के लिए सबसे पहले बीजों को कुछ देर के लिए पानी में फूलने दें। इससे पौधा जल्दी उगता है। गमले में बीज को बोने से पहले, 40 प्रतिशत मिट्टी, 60 प्रतिशत वर्मी कम्पोस्ट और कोकोपीट का मिश्रण बनाएं और इसे गमले में भर कर बीजों को लगा दें।”

सिंह कहते हैं, “अजवाइन के पौधे को तैयार होने में लगभग 20 दिन लगते हैं। लेकिन, ध्यान रखें कि सिंचाई के दौरान गमले में ज्यादा पानी जमा नहीं हो, क्योंकि इससे जड़ों के गलने का डर रहता है।”

कौन-सा मौसम है सबसे उपयुक्त

“अजवाइन को बारिश के मौसम को छोड़ कर किसी भी मौसम में उगाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए गर्मी का मौसम सबसे बढ़िया है। अजवाइन को उगाने के लिए पूरी धूप जरूरी है, इसलिए इसे हमेशा ऐसे जगह पर लगाना जरूरी है, जहाँ धूप आती हो,” सिंह ने बताया।

पानी में भी उगा सकते हैं अजवाइन

सिंह कहते हैं, “अजवाइन को बिना मिट्टी के भी उगाया जा सकता है। इसके लिए एक हाइड्रोपोनिक पाइप की जरूरत होती है। इसमें छोटे-छोटे पॉट बने होते हैं और पानी नियमित रूप से चलता रहता है। इसमें लिक्विड फार्म में उपलब्ध उर्वरकों का इस्तेमाल करना पड़ता है, जो बाजार में काफी आसानी से मिल जाते हैं। इस तरह, इसमें पौधा काफी स्वस्थ रहता है। इस विधि से अजवाइन को तैयार होने में करीब 15 दिन लगते हैं।”

सिंह बताते हैं, “एक पाँच सदस्यीय परिवार के लिए बाजार में मिलने वाले 16-18 इंच का एक टब पर्याप्त है। लेकिन, ध्यान रखें कि इसकी ऊंचाई ज्यादा न हो, इससे पौधों को बढ़ने में दिक्कत होती है।” 

अजवाइन के पौधे से बीज तैयार होने में 4-5 महीने लगते हैं। तब तक, आप उनके पत्तियों का इस्तेमाल का पराठे, सब्जी, सलाद आदि में कर सकते हैं।

किन बातों का रखें ध्यान

सिंह के अनुसार अजवाइन को गमले में उगाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है:

  • पौधों को गर्मी के मौसम में लगाएं।
  • अधिक सिंचाई से बचें।
  • मिट्टी में वर्मी कम्पोस्ट और कोकोपीट मिलाएं, यदि घर का खाद हो तो और बेहतर है।
  • गमला चौड़ा हो, लेकिन ऊंचाई ज्यादा न हो। इससे पौधों को बढ़ने में दिक्कत होती है।
  • हर 25 दिन में पौधों में खाद दें।

कटिंग से अजवाइन का पौधा तैयार करने के बारे में अधिक जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।

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