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76 की उम्र में करते हैं पुश-अप से लेकर प्लैंक तक, विराट कोहली भी हैं इनकी फिटनेस के कायल

 60 की उम्र में अपना वजन कम कर मॉडलिंग की दुनिया में तहलका मचाने वाले मॉडल दिनेश मोहन को कौन नहीं जनता है। उनकी कहानी हम सबके लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है। आज ऐसे ही एक और प्रेरक ‘सीनियर सिटीजन’ और ‘फिटनेस आइकॉन’ (Fitness Icon) से हम आपको मिलवा रहे हैं, जिनके लिए उम्र महज़ एक संख्या है। हम बात कर रहे हैं चंडीगढ़ के रहने वाले 76 वर्षीय त्रिपत सिंह की, जो लोगों को फिट रहने की प्रेरणा दे रहे हैं। इस उम्र में भी 500 से ज्यादा पुश-अप करने वाले त्रिपत सिंह ने कई मैराथन आयोजनों में मैडल भी जीते हैं। 

वह बताते हैं, “स्वास्थ्य के प्रति, मैं बचपन से ही काफी सजग रहा हूँ। इसकी वजह मेरे पिताजी थे। उन्हें डायबिटीज की समस्या थी और मैंने उन्हें बहुत ज्यादा तकलीफ में देखा था। इसलिए मैंने हमेशा अपने खाने-पीने और एक्सरसाइज का ख़ास ध्यान रखा।” पिता की बीमारी को देखते हुए, उन्होंने कम उम्र से ही शारीरिक व्यायाम और कुश्ती आदि करनी शुरू कर दी थी। उन दिनों उनका परिवार जालंधर में रहता था। वहां एक कुश्ती पहलवान सच्चा सिंह उस्ताद के मार्गदर्शन में, उन्होंने कुश्ती की ट्रेनिंग भी ली। 

उन्होंने आगे कहा, “मैं अखाड़े में होने वाली कुश्ती प्रतियोगिताओं में भाग भी लेता था और जीतता था। लेकिन फिर जब कुश्ती के दौरान कभी सामने वाले को चोट आ जाती तो मुझे काफी बुरा लगता था। इसलिए मैंने कुश्ती छोड़कर सिर्फ एक्सरसाइज पर ही ध्यान रखा। उस्ताद जी हमसे एक बार में 500-1000 दंड-बैठक भी कराते थे। जिसके कारण मेरा शरीर काफी मजबूत हुआ, जो मजबूती आज तक मेरे साथ है।” 

परिवार की ज़िम्मेदारियों में छूट गई थी एक्सरसाइज:

Tripat Singh

लेकिन घर-परिवार की ज़िम्मेदारियों के बीच त्रिपत सिंह एक वक़्त के बाद एक्सरसाइज से दूर हो गए। शादी के बाद वह अपने परिवार के साथ दिल्ली आ गए। यहां उन्होंने अपना पब्लिशिंग हाउस और बुक स्टोर शुरू किया। लगभग दो दशक तक उन्होंने पब्लिशिंग हाउस चलाया और साल 2000 के बाद, वह बच्चों के लिए शिक्षा से जुड़ी, कैसेट, वीसीडी, और सीडी आदि बनाने लगे। फिलहाल उनका ‘हैप्पी बचपन’ के नाम से एक यूट्यूब चैनल चल रहा है, जिसका काम उनके बेटे संभाल रहे हैं। 

त्रिपत सिंह बताते हैं, “साल 1999 में मेरी पत्नी के देहांत के बाद मैं अपने परिवार को लेकर चंडीगढ़ आ गया। उनके जाने के बाद मेरे जीवन में बहुत अकेलापन हो गया था। हमारे दूसरे रिश्तेदार चंडीगढ़ में थे तो उन्होंने कहा कि, हम भी यहीं बाकी परिवार के पास आ जाएं। यहां आने के बाद हमने अपना रेडीमेड कपड़ों का काम भी शुरू कर लिया।”

लगभग 40 साल तक त्रिपत सिंह एक्सरसाइज से पूरी तरह दूर रहे। इसका असर उनके शरीर और स्वास्थ्य पर पड़ने लगा था। साल 2005 में उनके पेट की बढ़ती चर्बी को देखकर, उनके एक रिश्तेदार ने उन्हें टोक दिया। उन्होंने कहा, “मैं कहीं जा रहा था और अचानक से उन्होंने कहा कि, यार तेरी भी तोंद निकल आई। मुझे बड़ा अजीब लगा क्योंकि मैंने पहले ऐसा कुछ कभी नहीं सुना था। मैं अपने परिवार में फिट रहने के लिए मशहूर हुआ करता था। बस उसी दिन मैंने सोच लिया कि अब खुद पर ध्यान देना है।”

60 की उम्र से फिर शुरू की मेहनत:

उन्होंने सुबह-शाम दौड़ से शुरुआत की। उनके परिवार ने उन्हें पहले मना भी किया। उन्हें कहा कि यह आराम करने की उम्र है। लेकिन त्रिपत सिंह ने मन बना लिया था। नियमित दौड़ करने के साथ-साथ उन्होंने एक दिन चंडीगढ़ में हो रही ‘सीनियर सिटीजन मैराथन’ के लिए भी रजिस्टर कर लिया। यह 1500 मीटर की दौड़ थी, जिसमें त्रिपत सिंह पांचवे नंबर पर आए। इस दौड़ के बाद उन्हें काफी प्रोत्साहन मिला और उन्होंने अपनी एक्सरसाइज बढ़ा दी। धीरे-धीरे हर दिन वह लगभग 15 किमी दौड़ने लगे। 

इसके बाद, उन्होंने गुरुग्राम में होने वाली एक मैराथन में भाग लिया। यहां उन्होंने सामान्य केटेगरी में रजिस्टर किया और मैराथन में पहले स्थान पर आए। यहां से उनका हौसला और बढ़ गया और वह देश में अलग-अलग शहरों में होने वाली मैराथन में भाग लेने लगे। उन्होंने एक बार शिमला में भी मैराथन में भाग लिया। यह मैराथन बिल्कुल भी आसान नहीं थी क्योंकि शिमला में ठंड काफी थी। लेकिन इस मैराथन में भी उन्होंने गोल्ड मैडल जीता। वह कहते हैं, “लगातार दौड़ने से मेरा शरीर फिट तो होने लगा था लेकिन पेट की चर्बी कम होने में मुश्किल आ रही थी। तब मुझे किसी ने सलाह दी कि मैं जिम जॉइन करूँ।”

साल 2013 में उन्होंने चंडीगढ़ में एक जिम जॉइन किया और नियमित तौर पर ट्रेनर की मदद से एक्सरसाइज करने लगे। जिम में उन्हें काफी मजा आने लगा और दौड़ के अलावा, कई अलग तरह की एक्सरसाइज भी उनके शेड्यूल में शामिल हो गई। साल 2016 में उन्होंने ‘ओज़ी जिम’ जॉइन की और आज वह यहां के ‘फिटनेस आइकॉन’ हैं। वह बताते हैं, “यहां पर काफी अलग-अलग गतिविधियां होती रहतीं हैं। एक बार मैंने यहां ‘पुश-अप चैलेंज’ में भाग लिया था। मैंने डेढ़ से दो घंटे में 584 पुश-अप किये, और प्रतियोगिता का विजेता रहा। ‘प्लैंक चैलेंज’ में भी, मैंने 12.45 मिनट तक प्लैंक होल्ड किया।”

वह कहते हैं कि नियमित एक्सरसाइज के चलते उन्हें कभी अस्पताल जाने की ज़रूरत नहीं पड़ी है। इस उम्र में भी, उन्हें कमर दर्द या घुटनों के दर्द की कोई शिकायत नहीं है। इसका पूरा श्रेय वह नियमित एक्सरसाइज के साथ सही खान-पान को देते हैं। वैसे तो वह लगभग पूरा जीवन ही शाकाहारी रहे। लेकिन जब उन्होंने जिम शुरू किया तब ट्रेनर की सलाह पर लगभग छह महीने के लिए ‘नॉन-वेज’ भी ट्राई किया। हालांकि वह ज्यादा समय तक यह खा नहीं पाये और अपनी ‘वेज डाइट’ ही लेने लगे। वह आगे कहते हैं, “लगभग तीन साल पहले मुझे एक दोस्त ने एक लिंक भेजा था। यह ‘वीगन डाइट’ से संबंधित था और इसे देखने के बाद, मुझे लगा कि मैं यह कर सकता हूँ। इसलिए तब से ही मैं सिर्फ ‘वीगन डाइट’ ही ले रहा हूँ। मेरे अपने अनुभव से मैं कह सकता हूँ कि अगर आप ठान लें, तो यह मुश्किल नहीं है।”

विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने की तारीफ:

Virat Kohli and Anushka Sharma shared his videos on Instagram Story

खुद को फिट रखने के साथ-साथ, त्रिपत सिंह फिटनेस पर पढ़ाई भी कर रहे हैं। वह ‘फिटनेस मैटर्स’ नामक एक संस्थान से ‘पर्सनल ट्रेनर’ का कोर्स कर रहे हैं। वह कहते हैं, “पढ़ने और सीखने की कोई उम्र नहीं होती है। मुझे लगा कि मुझे इस बारे में और सीखना चाहिए तो मैंने यह कोर्स जॉइन किया। आगे मैं पोषण से संबंधित भी कोई कोर्स करना चाह रहा हूँ।”

त्रिपत सिंह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं। फेसबुक तो वह काफी सालों से इस्तेमाल कर रहे हैं। 2019 से उन्होंने इंस्टाग्राम पर भी अपना जादू चलाया हुआ है। उन्होंने इंस्टाग्राम के बारे में अपनी पोतियों से ट्रेनिंग ली है और अब वह इस पर अपनी वीडियो साझा करने के साथ ही, लाइव सेशन भी करते हैं। इंस्टाग्राम पर उनके वीडियोज को देखकर, मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी विराट कोहली और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा ने भी उनकी तारीफ की। दोनों ने त्रिपत सिंह की एक्सरसाइज वीडियोज को अपनी इंस्टा स्टोरी के माध्यम से साझा किया। 

आज इंस्टाग्राम पर त्रिपत सिंह के 47 हज़ार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। ढलती उम्र में एक्सरसाइज करने के बारे में वह कहते हैं, “खुद को स्वस्थ्य रखने की कोई उम्र नहीं होती है। आप जीवनभर मेहनत करते हैं, कमाते हैं। लेकिन अगर आपका शरीर ही सुखी नहीं है और बुढ़ापे में आकर आपको डॉक्टरों को ही अपनी सारी कमाई देनी है, तो आपने क्यों इतनी मेहनत की? इसलिए बेहतर है कि आप खुद को स्वस्थ्य रखने पर भी मेहनत करें। एक्सरसाइज करने के लिए कोई तय उम्र नहीं होती है। आप हल्के-फुल्के व्यायाम से शुरू करें और फिर धीर-धीरे अपना स्टैमिना बढ़ाएं।”

त्रिपत सिंह, हर किसी को अपनी जिंदगी खुलकर जीने की सलाह देते हैं। वह कहते हैं कि, ज़िंदगी एक ही बार मिलती है। इसलिए इसे अच्छे से जी भरके जियो और खुश रहो। आपके स्वस्थ शरीर और खुश मन से ज्यादा बड़ी कोई कमाई नहीं हो सकती है। 


त्रिपत सिंह को आप इंस्टाग्राम पर फॉलो कर सकते हैं। 

संपादन – प्रीति महावर

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