साल 2012 की UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में अखिल भारतीय रैंक 138 हासिल करने वाले IPS अधिकारी आकाश तोमर ने तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के साथ अपनी रणनीति साझा की। करीब आठ महीने की कठिन मेहनत और तैयारी के बाद सफलता हासिल करने वाले आकाश के सुझाव, उम्मीदवारों को तैयारी का सही तरीका समझने में काफी मदद कर सकते हैं।
आकाश, फिलहाल इटावा (उत्तर प्रदेश) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) के रूप में तैनात हैं। उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में सीएसई पास कर लिया था। आकाश ने बताया कि सिविल सेवा का हिस्सा बनना उनके पिता का एक सपना था, लेकिन वह इसे पूरा नहीं कर पाए। इसलिए, इस परीक्षा को पास करने के बाद, जब आकाश को पोस्टिंग मिली, तो उन्हें बहुत गर्व हुआ।
अखबार पढ़ने को अपनी आदत का हिस्सा बनाएं
द बेटर इंडिया ने जब भी UPSC के उम्मीदवारों से बात की है, तो अधिकांश ने दैनिक समाचार पत्र पढ़ने के महत्व पर जोर दिया है। आकाश ने भी यही सलाह दी। वह कहते हैं, “मैं कोशिश करता था कि दिन में कम से कम दो समाचार पत्र – द हिंदू और इंडियन एक्सप्रेस ज़रूर पढ़ूं। अखबार पढ़ते समय, विभिन्न विषयों पर जानकारी इकट्ठा करके नोट्स बनाएं और तैयारी के दौरान इसे पढ़ते रहें।
हर प्रश्न के चारों ओर बनाएं वेब
आईपीएस आकाश का कहना है कि एक विषय को पढ़ते समय, उसे व्यापक रूप से कवर करना जरूरी है। वह कहते हैं, “उस एक विषय से परीक्षा में आ सकने वाले प्रश्नों का एक वेब बनाना सीखें। ऐसा करने से आपको मेंस (Mains) और निबंध की तैयारी के साथ-साथ इंटरव्यू राउंड में भी मदद मिलेगी।”
कई तरह की किताबों पर पैसे ना करें बर्बाद
आकाश कहते हैं, “कई किताबें खरीदने के लिए पैसे खर्च करने और उसे पूरी तरह से ना पढ़ पाने से अच्छा है कि एक अच्छी किताब लें और उसे कई बार पढ़ें।” बेहतर होगा कि आप हर सब्जेक्ट की एक अच्छी किताब पढ़ें और उससे अपने नोट्स बनाएं। वह आगे कहते हैं, “जब परीक्षा बिल्कुल करीब हो, तो कोई भी नई किताब या मटेरियल ना लें।”
ऑप्शनल पेपर के प्रति रहें आश्वस्त
कभी-कभी उम्मीदवार, अपने वैकल्पिक पेपर पर निर्णय लेते समय साथियों के दबाव या किसी और चीज़ से प्रभावित हो जाते हैं। आकाश कहते हैं, “यह जरूरी है कि उम्मीदवार अपनी सहूलियत और नॉलेज के आधार पर अपने वैकल्पिक पेपर का चयन करें।
जरूरी नहीं है कि जो विषय सब चुन रहे हैं, वहीं आप भी चुने। जिस विषय में आपकी रुचि है उसे चुनने से, आपको बेहतर ढंग से तैयारी करने और अच्छे नंबर लाने में मदद मिलेगी।” ऑप्शनल पेपर चुनना एक कठिन निर्णय है, इसलिए सुनिश्चित करें कि आप उस निर्णय को लेने से पहले, सोच-विचार करने के लिए पूरा समय लें।
ध्यान भटकाने वाली चीज़ों से रहें दूर
आकाश ने बताया कि परीक्षा से कुछ महीने पहले, कैसे उन्होंने खुद को सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से अलग कर लिया और एक साधारण मोबाइल फोन ले लिया, जिसमें केवल कुछ ही फोन नंबर थे। वह कहते हैं, “मैं, अपना समय और ऊर्जा, ऐसे किसी भी चीज पर वेस्ट नहीं करता था, जिससे मेरा ध्यान भटके।”
अपनाएं विज़ुअलाइज़ेशन तकनीक
आकाश, पढ़ी गई चीजों को याद रखने के लिए विज़ुअलाइज़ेशन तकनीक का उपयोग करते थे। वह कहते हैं, “विशेष रूप से भूगोल जैसे विषयों को पढ़ने और याद रखने में यह तकनीक काफी मदद करती है। क्योंकि इस विषय में, पढ़ने और याद रखने के लिए बहुत सारे नक्शे (Maps) होते हैं, विज़ुअलाइज़ेशन तकनीक का उपयोग करने से आप चिज़ों को आसानी से समझ और याद कर सकते हैं।“ लगभग किसी भी तरह के प्रश्न में, समस्या की कल्पना करने में सक्षम होने से समाधान तक पहुँचने में मदद मिलती है।
आकाश द्वारा बनाए गए नोट्स तक पहुंचने के लिए, यहां क्लिक करें।
मूल लेखः विद्या राजा
संपादनः मानबी कटोच
यह भी पढ़ेंः DRDO-INMAS ने रिसर्च असोसिएट, JRF के लिए निकाली भर्ती, जानें कैसे करें आवेदन
यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है, या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ साझा करना चाहते हो, तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखें, या Facebook और Twitter पर संपर्क करें।