जब सूरत के रहनेवाले सफीन हसन (Safin Hasan) के सभी साथी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) में प्लेसमेंट के लिए बैठे थे, तब सफीन ने प्लेसमेंट के लिए कोशिश भी नहीं की। क्योंकि उन्हें खुद पर पूरा भरोसा था कि कभी न कभी वह सिविल सेवक बनने के अपने सपने को पूरा कर लेंगे।
सफीन हसन (Safin Hasan) और उनके परिवार के लिए जिंदगी कभी आसान नहीं रही। उनके माता-पिता हीरों की एक युनिट में काम करते थे और उतना ही कमा पाते थे कि अपना और अपने बच्चे का पेट भर सकें। फिर भी, कई रातें ऐसी थीं, जब सफीन खाली पेट ही सो गए।
सफीन (Safin Hasan) की माँ को क्यों बनानी पड़ीं सैकड़ों रोटियां?
जब सफीन (Safin Hasan) को अपनी पढ़ाई के लिए और पैसों की ज़रूरत थी, तो उनकी माँ ने अपने बेटे के सपने को पूरा करने के लिए एक स्थानीय रेस्तरां में सैकड़ों रोटियाँ बनाने का काम शुरू किया। वहीं, उनके पिता ने हीरे की युनिट में नौकरी गंवाने के बाद, एक इलेक्ट्रीशियन के रूप में काम किया, ताकि बेटे का सपना पूरा कर सकें।
आज, सफीन एक IPS अधिकारी हैं, जिन्होंने साल 2018 में महज़ 22 साल की उम्र में UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास कर 570वीं रैंक हासिल की।
इस वीडियो में, उन्होंने (Safin Hasan) बताया है कि UPSC परीक्षा पास कर सीविल सेवा अधिकारी बनने के उनके सपने को पूरा करने के लिए उनके माता-पिता ने वह कौन सा एक अहम कदम उठाया था।
यहां देखें सफीन हसन (Safin Hasan) की वीडियो:
सफीन हसन (Safin Hasan) आज देश के करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं।
मूल लेखः अनाघा आर मनोज
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