'फादर ऑफ सीड्स' से लेकर 'दावर की दवा' तक 8 भारतीय, जिन्होंने पद्म अवॉर्ड्स किए अपने नाम

डॉ. चंद्र शेखर शंकुरत्री पद्म श्री

एक बम ब्लास्ट में अपनी पत्नी और बच्चों को खोने के बाद, डॉ. चंद्र शेखर शंकुरत्री ने 30 सालों तक ज़रूरतमंदों को काफी किफायती दामों पर आंखों से जुड़ी समस्याओं का इलाज और शिक्षा की सुविधा मुहैया कराई।

दिलीप महालनोबिस पद्म विभूषण

ORS पायनियर दिलीप महालनोबिस को वैश्विक स्तर पर 5 करोड़ ज़िंदगियां बचाने के लिए चिकित्सा के क्षेत्र में मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा।

डॉक्टर रतन चंद्र कर पद्म श्री

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के सेवानिवृत्त सरकारी डॉक्टर रतन चंद्र कर ने 1999 में खसरा महामारी के दौरान जारवा जनजातियों को विलुप्त होने बचाया था।

डॉ. मुनीश्वर चंदावर पद्म श्री

एक सेवानिवृत्त सेना चिकित्सक और 1971 के बांग्लादेश युद्ध के दिग्गज डॉ. मुनीश्वर चंदावर, जो पिछले 50 वर्षों से जबलपुर में वंचित लोगों का इलाज कर रहे हैं।

नेकराम शर्मा पद्म श्री

हिमाचल के नेकराम शर्मा खेती में पानी की खपत को कम करने वाली तकनीक 'नौ अनाज' की पारंपरिक फसल प्रणाली को पुनर्जीवित कर रहे हैं और अब तक 10,000 से अधिक किसानों को फ्री में स्वदेशी बीज दे चुके हैं। 

तुला राम उप्रेती पद्म श्री

 98 वर्षीय आत्मनिर्भर किसान तुला राम उप्रेती 80 सालों से पर्यावरण के अनुकूल खेती कर रहे हैं और अनगिनत किसानों को जैविक-प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित किया है।

चेरुवयाल के रमन पद्म श्री

केरल के वायनाड में चावल की 50 से अधिक स्वदेशी किस्मों को संरक्षित करने वाले आदिवासी चावल किसान चेरुवयाल के रमन

हीराबाई लोबी पद्म श्री

हीराबाई लोबी ने सिद्दी आदिवासी समुदाय के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।