पिता ने निधन के बाद मिड-डे मील बनाकर माँ ने अकेले ही पाला; बेटे ने IIT, GATE और अब AIR410 के साथ निकाला UPSC

तेलंगाना के डोंगरे रेवैया ने हाल ही में UPSC CSE 2022 को क्रैक कर 410वीं रैंक हासिल की है। आज वह सफलता के मुकाम पर हैं, लेकिन ऊंचाइयों तक पहुंचने के इस सफ़र में उन्होंने और उनके परिवार ने कई संघर्ष किए।

जब वह सिर्फ़ 4 साल के थे तभी उनके पिता का निधन हो गया था, जिसके बाद उनकी माँ ने घर का खर्च चलाने के लिए एक सरकारी स्कूल में मिड डे मील बनाने की नौकरी की।

उनके पास ज़्यादा पैसा नहीं थे, लेकिन उन्होंने जीवन में आगे बढ़ने के लिए बेटे को हमेशा प्रेरित किया। बेटे ने भी मां को निराश नहीं किया और पहले IIT, फिर GATE और आज UPSC CSE को क्रैक कर दिखाया है।

रेवैया ने 10वीं तक की स्कूली शिक्षा तेलंगाना सोशल वेलफेयर रेसिडेंशियल स्कूल, आसिफाबाद से की। फिर इंटरमीडिएट के लिए हैदराबाद के TSWR जूनियर कॉलेज में चले गए।

कड़ी मेहनत और लगन से उन्होंने IIT JEE निकाला और IIT मद्रास में एडमिशन लिया। हालांकि, उनके पास इसके रजिस्ट्रेशन के लिए पैसे नहीं थे, तो उनकी मदद जिले के कलेक्टर ने की।

ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने AIR 70 के साथ GATE की परीक्षा भी पास की और अच्छी जॉब करने लगे। लेकिन साथ ही वह UPSC की तैयारी भी कर रहे थे।

2022 में 2 नंबर से वह UPSC में पास होने से चूक गए थे। जिसके बाद उन्होंने अपनी नौकरी छोड़, पूरा ध्यान इस परीक्षा पर लगाया। और इस बार उन्होंने इस परीक्षा को पास कर 410वीं रैंक हासिल की।

“कुक के तौर पर मेरी माँ को सैलरी लगभग 1500 रुपये हुआ करती थी। वह भी कभी-कभी समय पर नहीं मिलती। ऐसे में हमारी सारी ज़रूरतें पूरी करने के लिए माँ को बहुत दिक्कतें हुईं। लेकिन अब समय बदल गया है, इसलिए मेरी माँ अब अपने खर्च पर खाना बनाकर जरूरतमंद लोगों में बांटती हैं।” - डोंगरे रेवैया

डोंगरे ने अपनी मेहनत और मुश्किलों से लड़कर यह सफलता हासिल की है। उन्होंने शिक्षा को बदलाव का सबसे बड़ा हथियार बनाकर समाज के सामने एक बहुत बड़ी मिसाल भी पेश की है।