IAS अंशुमन राज: बिहार के छोटे से गाँव में रहकर की UPSC की तैयारी, बिना कोचिंग बने IAS

बिहार के बक्सर जिले के एक छोटे से गाँव में उन जन्म हुआ; बचपन गरीबी में बीता। केरोसीन की रौशनी में पढ़ाई की लेकिन सिर्फ अपनी मेहनत और ढृढ़ता के दम पर बन गए IAS अफ़सर!

हम बात कर रहे हैं IAS अंशुमन राज की, जिन्होंने बिना किसी कॉचिंग के गाँव में रहकर ही UPSC की तैयारी की और तब तक नहीं रुके जब तक सफलता हासिल नहीं कर ली।

IAS अंशुमन के पिता का गाँव में एक छोटा-सा बिज़नेस था। लेकिन एक समय पर बिज़नेस में इतना नुकसान हो गया कि उनकी माँ सिर्फ 1500 रुपये में पूरा घर चलाया करती थीं।

अंशुमन ने बचपन काफी अभाव में बिताया और केरोसीन की रौशनी में पढ़ाई की, पर हिम्मत कभी नहीं हारी। उन्होंने सरकारी स्कूल और कॉलेज से ही अपनी पढ़ाई पूरी की।

बचपन से ही IAS बनने का सपना देखा और साधन की कमी से कभी नहीं घबराए। उनके गाँव में कोचिंग तो दूर, अंग्रेज़ी अख़बार तक नहीं आता था। ऐसे में अंशुमन ने ऑनलाइन साधनों का सहारा लिया और तैयारी में जुट गए।

एक बार फेल हुए, दूसरी दफा फेल हुए, तीसरी बार भी IRS में चयन हुआ। लेकिन अंशुमन ने जैसे ठान रखी थी कि वह अपना सपना पूरा करके रहेंगे। हर बार वह अपनी कमियों पर काम करते रहे और मेहनत दोगुनी करते गए।

2019 में अंशुमन का चौथा प्रयास था। उनकी तैयारी पूरी थी लेकिन चुनौतियाँ अभी बाकी थीं। Mains परीक्षा के कुछ रोज़ पहले ही उनका Appendix burst हो गया। भयानक दर्द रहते हुए भी अंशुमन ने यह परीक्षा दी।

पर इसके बावजूद इस बार अंशुमन ने AIR 107 हासिल कर लिया और बन गए IAS अंशुमान राज!

अंशुमन का मानना है कि कोई भी बाधा इतनी बड़ी नहीं होती कि आपको आपके सपनों को पूरा करने से रोक ले। ज़रूरत है तो बस आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत की!

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