बड़ा बाग एक गार्डन है, जो जैसलमेर से लगभग 6 किमी दुर, रामगढ़ के पास है। इस बाग के आस-पास लगीं पवन चक्कियां, इसकी खूबसूरती को दोगुना कर देती हैं।
यह हवेली जैसलमेर मे पटवन परिसर के पास मे है, जिसे प्रसिद्ध व्यापारी गुमान चन्द ने अपने 5 बेटों के लिए बनवाया था। यह 5 हवेलियों का एक समूह है, जो पीले बलुआ पत्थरों से बना है और इसे बनाने मे 50 साल लगे थे।
इस किले को 12वीं सदी मे राव जैसल ने बनवाया था, जो पीले बलुआ पत्थरों से बना है, जिसके कारण सूर्यास्त के समय यह बिल्कुल सोने की तरह चमकता है और यही कारण है की इसे ‘सोनार किला’ भी कहा जाता है।
यहाँ सूर्यास्त के समय ऊँटों कि सवारी करना बेहद मज़ेदार होता है। इसके अलावा हर साल यहाँ फ़रवरी और मार्च के महीने मे डेजर्ट फेस्टिवल भी होता है, जिसे देखने के लिये पर्यटकों की भीड़ उमड़ती है।
इस झील को 14वीं शताब्दी में महारावल गड्सी ने बनवाया था। यह एक कुत्रिम झील है, जिसके किनारे कई छोटे बड़े मंदिर हैं। यह झील जैसलमेर में कभी न सूखने वाली झीलों में से एक है।