अक्सर गार्डनर अपने पौधों को सीधी धूप से बचाने के लिए, किसी छाया वाली जगह पर रख देते हैं।

लेकिन वडोदरा, गुजरात के रहने वाले 51 वर्षीय राजा चड्ढा के टेरेस गार्डन के लिए, यह मौसम काफी अनुकूल है। क्योंकि, इस मौसम में उनके बगीचे में लगे एक्वाटिक प्लांट्स (जलीय पौधे) अच्छे से पनपते हैं।

UK की एक कंपनी में इंस्पेक्शन इंजिनियर के रूप में कार्यरत राजा कहते हैं, “हमारे शहर में बहुत ज्यादा गर्मी पड़ती है। इसलिए, मैं अपने आसपास के तापमान को कम करने के लिए, एक प्राकृतिक समाधान की तलाश में था।

2017 में, उन्होंने अपनी 1500 वर्ग फुट की छत पर वॉटर लिली उगाने के लिए 10 गमलों से शुरुआत की। आज उनके 300 गमलों में, 200 किस्मों के एक्वाटिक प्लांट्स लगे हुए हैं।

जिनमें वॉटर लिली, ऐवलैंच लिली, पर्पल जॉय, पैनमा पसिफ़िक लिली के साथ ही, कुछ सजावटी पौधे जैसे- वॉटर बैम्बू और जलकुंभी आदि शामिल हैं। वह अन्य 100 गमलों में, विभिन्न प्रकार के अडेनियम उगाते हैं।

राजा कहते हैं, “मलेशिया की एक ट्रिप के दौरान, मैंने एक बोटैनिकल गार्डन देखा, जहां हजारों वॉटर लिली लगी हुई थीं।  वहां लगी हरेक लिली बहुत सुन्दर और विशेष थी। यह पहली बार था, जब मैंने लिली की इतनी किस्में देखी थीं। जिन्हें देखकर मैं काफी हैरान और खुश भी था।”

इसलिए 2017 में, जब उन्होंने खुद एक्वाटिक प्लांट्स उगाने का फैसला किया, तो लिली ही उनकी पहली पसंद रही।

कंद लगाने से पहले, राजा ने एक्वाटिक प्लांट्स की देखभाल पर कई ब्लॉग पढ़े और यूट्यूब पर कई वीडियो भी देखे।

वॉटर लिली लगाने की शुरुआती कोशिशों में, उन्हें सफलता नहीं मिली। क्योंकि, राजा को उन पौधों की देखभाल का सही तरीका नहीं पता था, जिसकी वजह से उनके 40 कंद खराब हो गए।

लेकिन समय के साथ उन्होंने इन्हें उगाना और इनकी देखभाल करना सीख लिया।   

लिली कंद या राइजोम (गांठ) लगाते समय, वह कंटेनर में वर्मीकम्पोस्ट, पौधों को धीरे-धीरे पोषक तत्व देने वाले उर्वरक, चिकनी मिट्टी और महीन रेत की एक परत लगाते हैं।।

लिली की कुछ किस्मों को बड़े कंटेनरों में लगाया जाता है। क्योंकि, इनकी जड़ें काफी बड़ी और फैली रहती हैं।  वहीं कुछ ऐसी किस्में भी हैं, जिनकी जड़ें सीधी और गहरी होती हैं। जिन्हें किसी रीसायकल्ड बाल्टी या किसी ड्रम में लगाया जा सकता है।

राजा सुनिश्चित करते हैं कि पानी में मच्छरों का प्रजनन न हो, इसलिए वह हरेक गमले में गपी मछली(guppy fish) पालते हैं।

उन्होंने बताया कि उनके पास ‘सनम चाई’ (Sanam Chai) नामक सबसे महंगी लिली भी है, जिसकी कीमत 15 हजार रुपये है।

यदि आप राजा से लिली के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो उन्हें rajachdha1@hotmail.com पर ईमेल कर सकते हैं।