सफेद, पीला, लाल, गुलाबी और भी कई रंगों में आने वाले रेन लिली आपके बगीचे की सुंदरता में चार चांद लगा सकते हैं।
बारिश के मौसम में इस पौधे में ढेर सारे फूल आते हैं, इसलिए इसे रेन लिली कहा जाता है।
रेन लिली के पौधों को आप बीज या बल्ब से कभी भी लगा सकते हैं।
बीजों से पौधे को विकसित होने में थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है। लेकिन अगर आप मैच्योर बल्ब से पौधा लगा रहे हैं तो यह बहुत तेजी से विकसित होता है।
बल्ब पौधे की जड़ में बनते हैं। अगर आप एक बल्ब भी लगाते हैं तो इसी से धीरे-धीरे आपका पूरा गमला रेन लिली के पौधों से भर जायेगा। क्योंकि एक बल्ब से ही कई पौधे बन जाते हैं। इसलिए अगर आप रेन लिली लगाना चाहते हैं तो सिर्फ चार-पांच बल्ब खरीदकर लगा सकते हैं।
वहीं, जब रेन लिली के फूल सूख जाते हैं तब उनमें नीचे की तरफ ‘सीड पोड’ बनता है। जिसमें बीज बनते हैं और इन्हें आप इकट्ठा कर सकते हैं।
रेन लिली लगाने के लिए आप मध्यम आकार का गमला ले सकते हैं। वहीं, पॉटिंग मिक्स के लिए आप सामान्य मिट्टी में कोकोपीट और गोबर की खाद मिला सकते हैं।
रेन लिली को बहुत ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है। इन्हें सिर्फ जरूरत के हिसाब से ही पानी दिया जाना चाहिए। इसलिए ये बहुत ज्यादा देखभाल भी नहीं मांगते हैं और इन्हें घर में लगाना आसान हैं।
बारिश का मौसम शुरू होने से पहले इसके फोलिएज की कटाई-छंटाई कर सकते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा फूल आएं।