अलीपुरद्वार के बक्सा क्षेत्र के सुदूर इलाकों में, जहां गाड़ियों के आने-जाने के लिए सड़क तक नहीं है, वहां एक पालकी एंबुलेंस की शुरुआत की गई है।
इस एंबुलेंस से किसी प्रेग्नेंट महिला को ले जाते समय, एक ट्रेंड नर्स और गाँवों में रहने वाली दाइयां, पालकी एम्बुलेंस के साथ जाती हैं। पालकी को एक ऐसी जगह पर ले जाते हैं, जहाँ पक्की सड़क हो, फिर वहां से स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस रोगी को ले जाती है।
जिला मजिस्ट्रेट सुरेंद्र मीणा, उनकी पूरी टीम और गांववालों के तालमेल से शुरू हुई यह सेवा न सिर्फ यहां के लोगों की परेशानी दूर कर रही है, बल्कि इस तरह के दूसरे इलाकों के लिए उदाहरण भी बन चुकी है।