हम में से हर कोई, खासकर लडकियां, अक्सर खूबसूरती की परिभाषा उसी को समझती है जिसे समाज ने तय किया है। समाज के बनाये खूबसूरती के मापदंडो पर यदि हम कही से भी थोड़े से भी कम पड जाते है तो अपने आपको परफेक्ट नहीं समझते… परिपूर्ण नहीं समझते!
पर क्या है खूबसूरती की परिभाषा? क्या है उसके मापदंड? क्या ये वही है जो हम बरसो से सुनते आये है ? क्या छरहरा शरीर, नशीली आँखे, गोरा रंग और काले, घने लम्बे बाल होना ही खूबसूरती है? और अगर ये सब आपके पास नहीं है तो क्या आप खुबसूरत नहीं है ?
इसका जवाब आपको ब्लश द्वारा निर्मित विडिओ – फाइंड योर ब्यूटीफुल में राधिका आप्टे बतायेंगी !
इस विडियो में २४ -२५ साल की राधिका १७ साल की राधिका से कुछ कहना चाहती है। नहीं ! वो ये नहीं कहना चाहती कि उसे ज्यादा पढाई करनी चाहिए या ज्यादा सलीके से रहना चाहिए। वो १७ साल की नटखट राधिका से सिर्फ तीन शब्द कहना चाहती है – “तुम खूबसूरत हो!”
वो कहना चाहती है –
कि भले ही तुम्हारी आँखे झील सी नहीं है पर वो सुन्दर है क्यूंकि वो अलग है !
भले ही तुम्हारे बाल रेशम जैसे नहीं है पर उन्हें उलझने दो उन्हें उड़ने दो …वो ऐसे ही तुम्हे औरो से अलग करते है !
हो सकता है तुम्हारा वज़न तुम्हारे दोस्तों से थोडा ज्यादा हो पर तुम्हे इन्टरनेट से वज़न कम करने के तरीके तलाशने की कोई ज़रूरत नहीं है क्यूंकि तुम ऐसे ही परफेक्ट हो !
तुम जियो ….और खुल के जियो! समाज के मापदंड कोई लक्ष्मण रेखा नहीं है जो तुम पार नहीं कर सकती! कभी कभी नियमो को तोड़ो और अपनी ज़िन्दगी अपने मुताबिक जियो!