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फरवरी में बोएं इन 5 सब्जियों के बीज और शुरू करें गर्मियों के मौसम की तैयारी 

सभी सब्जियों की अपनी अलग प्रकृति और ख़ासियत होती है। इन्हें उगाने और कटाई का समय भी अलग-अलग होता है। कुछ सब्जियां ठंड के मौसम में अच्छी उगती हैं, तो कुछ गर्मियों में। फरवरी के जाते-जाते, सर्दियों का मौसम भी चला जाता है और गर्मियां शुरू होने लगती हैं। इस मौसम में ज्यादातर लोग नई सब्जियां लगाने की तैयारी करते हैं। ऐसे में फरवरी के महीने में ही गार्डन को नई फल-सब्जियों की बुआई (Vegetables To Grow In February In India) के लिए तैयार किया जाता है। इसके लिए गमलों, ग्रो बैग्स और क्यारियों की मिट्टी की खुदाई करके  मिट्टी को बाहर निकालकर, एक-दो दिन धूप में रखा जाता है। इसके बाद, इसमें  गोबर की खाद, नीमखली, घर पर बनाई जैविक कचरे की खाद आदि थोड़ी-थोड़ी मात्रा में मिलाकर नई मिट्टी तैयार की जाती है। 

फिर इस मिट्टी को गमलों, ग्रो बैग्स या क्यारियों में भरकर, फल-सब्जियों के बीज और पौधे लगाए जाते हैं। 

गार्डनिंग एक्सपर्ट सर्वेश सिंह कहते हैं, “इस महीने में आप बेल वाली सभी सब्जियां लगा सकते हैं (Vegetables To Grow In February In India), जैसे – लौकी, तोरई, करेला आदि। साथ ही भिंडी, खीरा, ककड़ी, बैंगन, सेम जैसी सब्जियां भी उगा सकते हैं, तो चलिए उनसे जानें इस मौसम में उगने वाली पांच सब्जियों को लगाने के सही तरीके के बारे में।  

1. पालक (Vegetables To Grow In February In India)

जब तक गर्मियों की शुरुआत नहीं हो जाती, तब तक आप अच्छी पत्तेदार सब्जियों का मज़ा ले सकते हैं। ऐसे में, सबकी मनपसंद सब्जी होती है पालक। इसे उगाना भी बहुत आसान है। पॉटिंग मिक्स के लिए आप 60 प्रतिशत सामान्य मिट्टी और 40 प्रतिशत ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल करें। इसे उगाने के लिए आप ग्रो बैग या टूटे प्लास्टिक टब का उपयोग कर सकते हैं। पालक के बीज आसानी से किसी भी नर्सरी में या ऑनलाइन मिल जाते हैं। 

आप रात भर इसके बीज को पानी में डुबोकर रखें और फिर सुबह इसे गमले में रोप दें। थोड़े-थोड़े बीज को गमले में  डालें और ऊपर से थोड़ी और पोटिंग मिक्स डालें। आप स्प्रे बोतल की मदद से पानी छिड़कें। इसे अच्छी धूप में रखें। तकरीबन हफ्ते भर में छोटी पत्तियां निकलने लगेंगी। एक दिन छोड़कर पानी का छिड़काव करते रहें। आप देखेंगे कि महीने भर में आपके पालक अच्छे बड़े हो जाएंगे। आप ऊपर-ऊपर से इसकी कटिंग करके दो से तीन बार पालक हार्वेस्ट कर सकते हैं। 

2. भिंडी (Vegetables To Grow In February In India)

भिंडी लगाने के लिए 50% कोकोपीट में, 25% मिट्टी और 25% वर्मीकंपोस्ट मिलाकर पॉटिंग मिक्स तैयार करें। आप किसी छोटे गमले या ट्रे में पॉटिंग मिक्स भरकर भिंडी के बीज लगा दें। बीज लगाने के बाद, इसमें पानी दें और फिर इस गमले को ऐसी जगह रखें, जहां सीधी धूप न पड़ती हो। 

लगभग 25 दिनों में भिंडी की पौध तैयार हो जाएगी और फिर आप उन्हें बड़े गमलों में लगा सकते हैं। एक बड़े गमले या ग्रो बैग में, आप एक ही भिंडी का पौधा लगाएं ताकि उसे विकसित होने के लिए पूरा पोषण मिले। 

पौधे लगाने के बाद, गमलों में पानी दें और इन्हें लगभग एक हफ्ते तक छांव वाली जगह में रखें, जहां सीधी धूप न पड़ती हो। एक हफ्ते बाद, इन्हें धूप में रख दें और जरूरत के हिसाब से पानी देते रहें। महीने में 10 दिन के अंतराल पर आप जैविक खाद देते रहें। बीच-बीच में यह भी ध्यान दें कि अगर आपको पौधे में कभी भी कोई कीट दिखे, तो आप जैविक कीट प्रतिरोधक का इस्तेमाल कर सकते हैं।  लगभग 60 से 70 दिनों में आपके पौधों पर भिंडी तैयार होने लगेगी। 

3. लौकी (Vegetables To Grow In February In India)

लौकी के पौधों को अलग से तैयार करने की जरूरत नहीं पड़ती है। आप इसे सीधा गमलों में लगा सकते हैं। पॉटिंग मिक्स तैयार करने के लिए  40% मिट्टी, 30% रेत और 30% वर्मीकंपोस्ट मिला सकते हैं। गमला या ग्रो बैग लगभग 22 इंच का लें। 

सबसे पहले गमले में पॉटिंग मिक्स भरकर, इसमें ऊपर से पानी छिड़कें। अब लगभग आधा इंच छेद करके, मिट्टी में बीज लगा दें और ऊपर से मिट्टी डाल दें। बीज लगाने के बाद, फिर से पानी दें और किसी ऐसी जगह रखें, जहां सीधी धूप न आती हो। लगभग सात दिनों बाद, जब बीज अंकुरित हो जाएं, तो आप गमले को धूप में रख सकते हैं। लगभग 10-12 दिनों में ही पौधे अच्छे से बढ़ने लगते हैं। 

जरूरत के हिसाब से पानी देते रहें। बीच-बीच में, जैविक खाद भी गमलों में डालें, ताकि पौधों को सही पोषण मिले। 25 से 27 दिनों में, बेल बढ़ने लगती हैं और इसके लिए आप कोई रस्सी बाँध सकते हैं, ताकि बेल रस्सी के सहारे ऊपर बढ़े। लगभग 50 दिनों बाद, बेल पर फूल आने लगेंगे। अब आपको नर फूलों से परागकण (Pollen) लेकर, इनका मादा फूलों पर पॉलीनेशन (परागण) करना होगा। पॉलीनेशन करने के बाद, आप मादा फूलों को किसी धागे की मदद से, ऊपर से बाँध दें। लगभग 60 दिनों बाद, लौकियां बढ़ने लगेंगी।  80 से 90 दिनों बाद, आप इनकी कटाई (हार्वेस्टिंग) कर सकते हैं। 

4. खीरा (Vegetables To Grow In February In India)

इस समय  तापमान 20 से 30 डिग्री के बीच रहता है, इसलिए खीरा लगाने के लिए यह बिल्कुल अच्छा मौसम है। आप चाहें, तो बाजार से लाए खीरे के बीज निकालकर भी इनसे नये पौधे लगा सकते हैं। खीरे के बीज सीधा गमलों में लगाने के लिए आप 15 से 18 इंच का गमला ले सकते हैं। पॉटिंग मिक्स बनाने के लिए मिट्टी, रेत और खाद को बराबर मात्रा में मिलाएं। पॉटिंग मिक्स गमलों में भरकर, इसमें पानी का छिड़काव करें। मिट्टी को गीला करके, इसमें खीरे के बीज लगा दें। अब फिर से इसमें पानी दें और इसे छांव वाली जगह पर रख दें। लगभग एक हफ्ते में बीज अंकुरित हो जाएंगे। अब आप गमलों को धूप में रखें। 

नियमित तौर पर जरूरत के हिसाब से पानी देते रहें। साथ ही, लगभग एक महीने के बाद से, आप पौधों में जैविक खाद भी डालना शुरू करें। इसके लिए आप गोबर की खाद, नीमखली, सरसों की खली दे सकते हैं।

 35 से 40 दिनों में खीरे की बेल में फूल आने लगेंगे और 60 से 70 दिनों में बेल पर लगे खीरे हार्वेस्टिंग के लिए तैयार हो जाते हैं। बस आप नियमित तौर पर इनकी देखभाल करते रहें। 

5. बैगन (Vegetables To Grow In February In India)

अलग-अलग वैराइटी के बैगन को उगाने के लिए यह एक अच्छा मौसम है। आप नर्सरी से इसका पौधा लाकर या अच्छी क्वालिटी के बीज से इसे आराम से उगा सकते हैं।  आप इसे एक आठ से दस इंच के गमले में भी उगा सकते हैं।  पोटिंग मिक्स के लिए आप 40% मिट्टी, 30% रेत और 30% वर्मीकंपोस्ट मिला सकते हैं। सीधे बड़े गमले में लगाने के बजाय इसे सीडलिंग ट्रे में उगाकर ट्रांसप्लाट करना बेहतर होता है। 

इसके बीज को एक इंच मिट्टी में दबा कर बोए फिर थोड़ा-थोड़ा पानी डालें। 20 दिन में आपके छोटे पौधे बन जाएंगे जिसे आप बड़े गमले में डाल सकते हैं। 

पौधे लगाने के बाद, गमलों में पानी दें और अच्छी धूप वाली जगह में रखें। जरूरत के हिसाब से पानी देते रहें,  महीने में दो बार आप जैविक खाद जैसे गोबर की खाद, नीमखली, सरसोंखली या फल-सब्जियों के छिलकों की खाद भी देते रहें।  पौधे में कभी भी कोई कीट दिखे तो आप जैविक कीट प्रतिरोधक का इस्तेमाल कर सकते हैं। दो महीने में आपके पौधों में पर बैगन उगने लगेंगे।  

तो आप भी गर्मियों के लिए अपनी पसंद की सब्जियां उगाना शुरू करें। ज्यादा जानकारी के लिए सर्वेश का यूट्यूब चैनल भी देख सकते हैं। अपने गार्डनिंग के अनुभव हमसे शेयर करना ना भूलें।  

हैप्पी गार्डनिंग!

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