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सिर्फ 180 रूपये से शुरू किया पौधों का बिजनेस, आज हर महीने कमाते हैं 30 हज़ार

UP Nursery Owner

यह कहानी उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिला के निचलौल के रहने वाले वृद्धि चन्द्र मौर्य की है।  2003 के करीब उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी। आलम यह था कि उनका घर चलाना मुश्किल हो गया था।

लेकिन, एक परिचित डॉक्टर के सुझाव ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह से बदल कर रख दिया। 

वह बताते हैं, “मैं सिर्फ 8वीं पास हूँ और मेरे पास महज 0.35 एकड़ जमीन है। मेरे पास कमाई का कोई जरिया नहीं था। 2003 में, मेरी हालत काफी नाजुक हो गई थी। मेरी स्थिति को देख, पशुपालन विभाग के एक डॉक्टर सरोज ने मुझे नर्सरी खोलने का सुझाव दिया। क्योंकि, यह एक ऐसा काम  था, जिसमें ज्यादा पूंजी और जमीन की जरूरत नहीं थी।”

इसके बाद उन्होंने अपने पास बचे 180 रुपए से पेड़-पौधों का काम शुरू किया। शुरुआती दिनों में उनके पास 5-7 पौधे थे और वह अपने पौधों को गाँवों में साइकिल से घूम-घूम कर बेचते थे।

वृद्धि चन्द्र मौर्य

वह बताते हैं, “मैं रात में नर्सरी का काम करता था, और दिन में साइकिल से घूम-घूम कर पौधे बेचता था। शुरुआती दो वर्षों में मुझे इससे जितनी भी कमाई हुई, उसे मैंने अपनी नर्सरी में ही लगा दिया। इससे मुझे अपने काम को आगे बढ़ाने में मदद मिली।”

आज मौर्य की नर्सरी में 1000 से अधिक पौधे हैं, जिससे उन्हें हर महीने 30 हजार रुपए की कमाई होती है। साथ ही, अपनी “कृष्णा हाईटेक नर्सरी” में वह चार-पाँच अन्य लोगों को नियमित रूप से रोजगार भी दे रहे हैं।

वह बताते हैं कि उनके पास फलदार पौधों में आम, अनार, लीची, सेव, चीकू, काजू, अखरोट, नारंगी जैसे पौधे हैं, तो फूलों में, गुलाब, गेंदा, पिटोनिया जैसे पौधे हैं। उनके पास ब्रह्म कमल, कल्पवृक्ष और रूद्राक्ष जैसे दुर्लभ पौधों का भी संग्रह है।

यहाँ तक कि, उनके पास पीपल, बरगद और आम के बोनसाई पेड़ भी हैं, जिन्हें वह खुद ही तैयार करते हैं। 

मौर्य की नर्सरी

‘ऑल टाइम मैंगो’ है सबसे खास 

मौर्य कहते हैं, “मेरे पास ‘ऑल टाइम मैंगो की सबसे अधिक माँग है। मैं अब तक इसके करीब 30 हजार पौधे बेच चुका हूँ। इसकी खासियत यह है कि इसमें साल में तीन बार फल लगते हैं, और यह काफी मीठा होता है।”

वह आगे कहते हैं, “इस आम की प्रजाति को देश के किसी भी हिस्से में उगाया जा सकता है। इसका पेड़ ज्यादा बड़ा नहीं होता है। यदि आप इसे जमीन पर लगा रहे हैं, तो इसकी अधिकतम लंबाई 10-12 फीट होगी और गमले में लगा रहे हैं, तो 4-5 फीट।”

इस आम को उन्होंने कोलकाता से मंगाया था, लेकिन अब वह इसे खुद ही तैयार करते हैं। उनके इस पौधे की कीमत 250 रुपए है।

ऑल टाइम मैंगो

मौर्य बताते हैं, “इस पौधे को गमले में ठीक से तैयार होने में, करीब 3 साल लगते हैं। इसके बाद, हर मौसम में  5-7 किलो फल आते हैं। इस तरह आप आम का हर मौसम में आनंद ले सकते हैं।”

वह आगे बताते हैं, “घर में इसे उगाने के लिए, 14 इंच का गमला होना चाहिए। जिसमें 60% मिट्टी, 20% बालू, 20% वर्मी कम्पोस्ट और 100 ग्राम नीम पाउडर मिलाकर, पौधे को लगाना चाहिए। साथ ही, हर मौसम में 2-3 बार नीम ऑयल को भी स्प्रे करना चाहिए, ताकि इसमें कीट न लगे। ध्यान रखें कि शुरुआती तीन वर्षों तक इसमें कोई फल न लगे। इससे पौधा मजबूत होगा।”

पूरे देश में है माँग

मौर्य बताते हैं, “आज मेरे पास उत्तर प्रदेश के अलावा, दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु जैसे देश के कई राज्यों से हर महीने 50-60 ऑर्डर आते हैं। मैं फिलहाल लोगों के ऑर्डर फोन पर लेता हूँ। ग्राहकों तक पौधे पहुँचाने के लिए कुरियर का इस्तेमाल किया जाता है।”

विभाग के अधिकारी से मिली मदद

मौर्य बताते हैं कि शुरुआती दिनों में, उन्हें इस काम में काफी दिक्कत हुई, क्योंकि उनके पास न ज्यादा पैसे थे और न ही जानकारी। यही कारण था कि उनके तमाम सगे-संबंधियों को लगता था कि वह यह बिजनेस नहीं कर पाएंगे।

लेकिन, उस वक्त महाराजगंज में जिला उद्यान अधिकारी के रूप में तैनात राजमणि शर्मा से उन्हें काफी मदद मिली।

वह कहते हैं, “यह जिले की पहली नर्सरी थी। इस वजह से राजमणि शर्मा यहाँ नियमित रूप से आते रहते थे। वह मुझे इस बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए कई जरूरी जानकारी देते और हर बार कोई-न-कोई पौधा खरीदते थे। इस बिजनेस को यहाँ तक लाने में उनकी बड़ी भूमिका रही है।”

वह अंत में कहते हैं कि वह अपने अधिकांश पौधों को सिर्फ पहली बार ही खरीदते हैं। उसके बाद, वह पौधों को खुद से तैयार करते है। ऐसे में, नर्सरी का बिजनेस वैसे लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है, जिनके पास जमीन नहीं है, और आय का कोई जरिया नहीं है। 

यदि कोई उनसे काम सीखना चाहता है, तो वह लोगों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार हैं।

वीडियो में जानें ऑल टाइम मैंगो उगाने का तरीका –

आप वृद्धि चन्द्र मौर्य से 9919311249 पर व्हाट्सएप करके ऑर्डर दे सकते हैं।

संपादन : प्रीति महावर

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