आजकल कई लोग छोटी-मोटी बिमारियों और कॉस्मेटिक के लिए भी नेचुरल चीजों का इस्तेमाल करने लगे हैं। प्रकृति में ऐसे कई औषधीय पौधे हैं, जिनका उपयोग अच्छे स्वास्थ्य के लिए किया जाता है। ऐसा ही एक बेहद उपयोगी पौधा है- एलोवेरा। छोटा सा पौधा आपको अनेक लाभ पहुंचा सकता है। फिर चाहे वजन कम करना हो या फिर त्वचा का सौंदर्य बढ़ाना हो, एलोवेरा हर तरह से शरीर को लाभ पहुंचाता है। इतना ही नहीं यह आपके गार्डन की खूबसूरती में भी चार-चांद लगा देता है।
देश के अलग-अलग क्षेत्रों में इसे घृतकुमारी, ग्वारपाठा, घीग्वार जैसे नामों से जाना जाता है।आमतौर पर लोग इसके जेल और जूस का बहुत इस्तेमाल करते हैं। हालांकि यह दोनों ही चीजें बाजार में आपको बहुत ही आसानी से मिल जाती हैं, लेकिन अगर आप घर पर ही एलोवेरा का पौधा लगा लें तो फ्री में इसका लाभ उठा सकते हैं।
सूरत में होम गार्डनिंग करनेवाली जागृति पटेल भी अपने बालों और त्वचा के लिए इसका इस्तेमाल करती हैं। वह कहती हैं, “इसे उगाना बेहद आसान है और एक बार उगने के बाद एक एलोवरा का पौधा कई पौधे बना लेता है।”
कैसे लगाएं एलोवेरा का पौधा
वह बताती हैं कि एलोवेरा एक ड्राई पौधा है। इसमें पानी से अधिक सूरज की रोशनी की जरूरत होती है। इसके लिए 8-10 घंटे की धूप बहुत जरूरी है। लेकिन आवश्यकता से अधिक धूप भी इसकी पत्तियों को जला देती है। जब आपको इसकी पत्तियों का रंग भूरा या पीला दिखने लगे, तो इसे धूप से हटा दें।
एलोवेरा के पौधे में अधिक पानी न डालें इससे यह सड़ने लगता है। आप चाहे तो नर्सरी से इसका पौधा लाकर लगाएं या किसी दोस्त या रिश्तेदार के घर में उगे एलोवेरा के पौधे से पत्ते को काटकर भी इसे प्रोपगेट किया जा सकता है।
पत्ते से इसे प्रोपगेट करने का तरीका
- सबसे पहले एक मध्यम आकार के एलोवेरा के पत्ते को काट लें।
- इसे अच्छे से साफ करके, एक से दो दिन सूखने दें। ताकि इससे निकलने वाला जेल थोड़ा सूख जाए।
- इसके बाद इसे किसी छोटे ग्रो बैग या किसी बेकार प्लास्टिक के डिब्बे में लगा सकते हैं। इसके अलावा, 6 से 10 इंच के एक गमले में भी इसे लगा सकते हैं।
- पॉटिंग मिक्स के लिए 60 प्रतिशत सामान्य मिट्टी, 20 प्रतिशत रेत और 20 प्रतिशत गोबर के खाद का उपयोग करें।
- एलोवेरा के पौधे को तैयार होने में अधिकतम छह महीने का समय लगता है।
- एक बार इसका पौधा लग जाने पर गमले में कई छोटे-छोटे पौधे तैयार हो जाएंगे।
जागृति ने बताया कि इसमें ज्यादा पानी न डालें बस उतना ही पानी डालें जिससे मिट्टी की नमी बनी रहे। फिर सालभर इसमें नए-नए पत्ते आते रहेंगे।
इस पौधे से आप, अपने गार्डन की शोभा बढ़ाने के साथ-साथ, अपने रोजमर्रा में इस्तेमाल भी कर सकते हैं। एलोवेरा के जूस का सेवन काफी सेहतमंद माना जाता है।
जागृति एलोवेरा के पत्तों का उपयोग नियमित रूप से अपने बालों और त्वचा के लिए करती हैं। इसकी पत्तियों से निकले जेल को डायरेक्ट ही इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं, जेल तैयार करके रख भी सकते हैं और कुछ दिनों तक इस्तेमाल कर सकते हैं।
जेल बनाने का तरीका
जेल बनाने के लिए एलोवेरा के पौधे से सबसे मोटी पत्ती चुनें। क्योंकि इसमें सक्रिय तत्व अधिक मात्रा में मौजूद होंगे।
- अब चाकू या कटर की मदद से पत्ते को किनारे से काटें और फिर इसे बीच से क्यूब्स में काट लें।
- इसमें से निकलने वाले जेल को चम्मच की मदद से निकालें और एक कटोरे में भरें।
- अब, अपने ब्लेंडर की मदद से इसका अच्छा पेस्ट बना लें।
- आपका जेल तैयार है। आप चाहें तो इसमें विटामिन सी और ई कैप्सूल मिला सकते हैं।
- तैयार जेल को चार से पांच दिनों तक इस्तेमाल किया जा सकता है।
बालों के लिए एलोवेरा पैक बनाने का तरीका
- एलोवेरा के पत्ते से चाकू की मदद से जेल निकाल लें।
- इसमें कलौंजी का पाउडर और नारियल का तेल मिलाकर बालों में लगाएं।
- आप जरूरत के हिसाब से एलोवेरा में तेल और कलौंजी का पाउडर मिलाएं।
- इसे रातभर बालों में लगे रहने दें और सुबह धो लें।
एलोवेरा जूस बनाने का तरीका
- एलोवेरा जूस बनाने के लिए सबसे पहले एलोवेरा के पत्ते को धोकर अच्छे से पोछ लें।
- चाकू की मदद से पत्ते के बाहरी लेयर को काटने के बाद उससे जेल को निकालें।
- अब इस रस को पानी के साथ मिक्स करें।
- तैयार है एलोवेरा जूस, इसमें नींबू का रस मिलाकर पिएं।
- आप पानी के बजाय किसी फ्रूट जूस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- जूस तैयार होने के तुरंत बाद ही इसे पिएं।
आप चाहें तो एलोवेरा के पत्ते से निकाले गए जूस को फ्रिज में भी रख सकते हैं। अगर आपने अब तक घर में एलोवेरा का पौधा नहीं लगाया, तो आज ही इसे लगाएं और इसका उपयोग भी करें।
हैप्पी गार्डनिंग!
संपादनः अर्चना दुबे
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