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Grow Elaichi: गमले में इलायची उगाना है आसान, बस अपनाएं ये तरीके!

भारतीय खानपान में इलायची का खास महत्व है। इसका इस्तेमाल खाने में स्वाद और सुगंध बढ़ाने से लेकर, कई बीमारियों में घरेलू उपचार के तौर पर भी किया जाता है। इलायची में प्रोटीन, कैल्सियम, पोटाशियम, विटामिन सी जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। यह सर्दी-जुकाम से लेकर शरीर में ब्लड प्रेशर को संतुलित और पाचन शक्ति को मजबूत करने तक में कारगर है। वैसे तो अनुकूल परिस्थितियों के कारण, भारत में इसकी खेती कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु जैसे क्षेत्रों में की जाती है। लेकिन, इसे आप गमले में भी उगा सकते हैं। 

दिल्ली में टैरेस गार्डनिंग करने वाले अमित चौधरी आज हमें बता रहें हैं कि किस तरह गमले में इलायची उगाया जा सकता है।

अमित की छत पर लगा इलायची का पौधा

अमित ने द बेटर इंडिया को बताया, “इलायची दो तरह की होती है – बड़ी और छोटी। बड़ी इलायची का इस्तेमाल खाना बनाने में मसाले के तौर पर किया जाता है, जबकि छोटी इलायची का चाय, खाने और मिठाइयों में, सुगंध और स्वाद के लिए।”

वह कहते हैं कि इसका इस्तेमाल कई बीमारियों में घरेलू इलाज के तौर पर भी किया जाता है। इलायची के फल के साथ-साथ, इसकी पत्तियाँ भी इस्तेमाल में लाई जाती है। इससे शरीर में ताजगी का एहसास होता है।

गमले में कैसे लगाएं इलायची का पौधा

अमित बताते हैं कि छोटी इलायची को दो तरीके से उगाया जा सकता है – बीजों से और कटिंग से। 

अमित कहते हैं, “इलायची को बीजों से उगाना कठिन है, क्योंकि हमारे घरों में आमतौर पर काफी पुरानी इलायची उपलब्ध होती है। जिसे अंकुरित होने में काफी दिक्कत होती है। यदि आप इलायची के पौधे को बीजों से तैयार करना चाहते हैं, तो इसके लिए नए बीजों को तलाशने की जरूरत है।”

वह आगे कहते हैं, “वहीं, इलायची को कटिंग से तैयार करना आसान है। बाजार में इसके पौधे काफी आसानी से मिल जाते हैं। इसे लगाने के बाद 30 से 45 दिन में पौधा खुद को सस्टेन करने लायक हो जाता है।”

क्या करें तैयारी

इलायची की खेती के लिए समुद्री क्षेत्र उपयुक्त हैं। क्योंकि यह उमस और बारिश के मौसम में तेजी से बढ़ता है। लेकिन, पूरे रखरखाव के साथ, आज इसे कहीं भी उगाया जा सकता है।

अमित

अमित बताते हैं, “इलायची को गमले में लगाने के लिए मिट्टी तैयार करते समय सबसे अधिक सावधानी बरतें। इलायची के लिए काली मिट्टी और लाल मिट्टी सबसे उपयुक्त है। इसे गमले में लगाने के लिए 40% मिट्टी, 40% गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट और 20 प्रतिशत बालू का इस्तेमाल करें। इससे पौधों की जड़ों को आसानी से बढ़ने में मदद मिलेगी।”

धूप-पानी का रखें विशष ध्यान

अमित बताते हैं कि इलायची के पौधे को काफी पानी की जरूरत पड़ती है। इसलिए गर्मी के दिनों में दोनों वक्त सिंचाई करें। जबकि, सर्दियों में हर दो दिन में इसमें पानी दें। वहीं, इलायची के पौधे को धूप से बचाना जरूरी है, क्योंकि अधिक धूप लगने के बाद पौधा सूख सकता है। इसलिए गमले को छांव में लगाएं और इसे सिर्फ सुबह-शाम की धूप लगने दें।

कितना लगता है वक्त

अमित कहते हैं, “इलायची के पौधे को लगाने के एक-डेढ़ महीने बाद, इसमें जड़ आने लगते हैं और, 3-4 महीने में इसकी जड़ों से दूसरे पौधे निकलने लगते हैं। जिसकी कटिंग कर दूसरे गमलों में लगाई जा सकती है।”

वह कहते हैं, “इलायची में फल आने में करीब 3 साल का वक्त लगता है और इसकी जीवन अवधि 10-12 साल की होती है। तब तक आप, एक पौधे से इलायची का पूरा बगीचा लगा सकते हैं।”

कैसे गमले में लगाएं

अमित बताते हैं कि इलायची को गमले में लगाने के लिए 14 इंच गहरा और 8 इंच चौड़ा गमला उपयुक्त है। इससे पौधों को बढ़ने में आसानी होती है। यदि आपकी फैमिली बड़ी है और आप कुछ बड़े पैमाने पर, इलायची उगाना चाहते हैं, तो 30 लीटर का ड्रम उपयुक्त है।

क्या करें – 

क्या न करें-

अधिक धूप से बचाएं।

रसायनों के इस्तेमाल से बचें।

मिट्टी को कड़ी न होने दें।

आप इलायची उगाने के संबंध में अधिक जानकारी के लिए अमित के इस वीडियो को देखें।

तो देर किस बात की, आप भी गमले में इलायची उगाने की कोशिश करिए और अपने गार्डन को खूबसूरत बनाएं।

संपादन – जी. एन झा 

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