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दिल्ली: 70 किस्म के गुलाब खिलते हैं इनकी छत पर, ये है राज़

garden roses

दुनिया में फूलों की अनगिनत प्रजातियां हैं, लेकिन इन सब फूलों में गुलाब की सबसे अलग पहचान है। जिसे भी बागवानी का शौक है, वह अपने बगीचे में किसी न किसी रंग का गुलाब का पौधा जरूर लगाता है। आज हम आपको एक ऐसे गार्डनर से मिलवा रहे हैं, जिन्होंने अपने टेरेस गार्डन में 70 किस्म के 100 से ज्यादा गुलाब के पौधे (garden roses) लगाए हैं।

दिल्ली में रहने वाले हर्ष वर्धन पिछले डेढ़ साल से अपनी छत पर गुलाब की बागवानी कर रहे हैं। गुलाब के साथ-साथ उनके घर में कुछ साग-सब्जियां भी उगती हैं, जिनका ध्यान उनकी माँ, जोगवती रखती हैं। लेकिन गुलाब के पौधों का ख्याल हर्ष वर्धन खुद रखते हैं। 

बिना मिट्टी के उगा रहे हैं गुलाब 

पेशे से फिटनेस ट्रेनर, हर्ष ने द बेटर इंडिया को बताया, “गुलाब मेरा पसंदीदा फूल है। डेढ़ साल पहले ही मैंने बागवानी की शुरुआत की। मुझे अपने बगीचे में गुलाब की अलग-अलग प्रजाति के पौधे लगाने की इच्छा हुई। इसी बीच मेरी मुलाकात राहुल कुमार जी से हुई। राहुल जी काफी समय से दिल्ली में बागवानी कर रहे हैं और इंडियन रोज फेडरेशन से जुड़े हुए हैं। इसलिए उनके मार्गदर्शन में मैंने अपनी छत पर गुलाब के पौधे (garden roses) लगाने की शुरुआत की।”

Harsh Vardhan Growing Roses in Cinder (Coal Waste)

हर्ष ने अपने टेरेस गार्डन में गुलाब के पौधे (garden roses) लगाने के लिए एक अलग तकनीक का सहारा लिया। आपको यह जानकर ताज्जुब होगा कि वह बिना मिट्टी का इस्तेमाल किए गुलाब का पौधा लगाते हैं। इसके बारे में उन्होंने बताया, “गुलाब को लगाने के लिए आपको ऐसा पॉटिंग मिक्स चाहिए, जिसमें पानी बिल्कुल भी न ठहरे और सिर्फ नमी बनी रहे। इसलिए मिट्टी की जगह मैंने ‘सिंडर’ (खंगर) का इस्तेमाल किया है। कोयले के वेस्ट को सिंडर कहते हैं। इसकी खासियत यह है कि अगर आप इनपर पानी डालते हैं तो पानी ठहरता नहीं है। साथ ही, लंबे समय तक नमी बनी रहती है और इस नमी का इस्तेमाल गुलाब के पौधे करते हैं। मैंने गुलाब के सभी पौधे सिंडर में लगाए हैं। पौधों को पानी के साथ पोषक तत्व दिए जाते हैं। साथ ही, जैव कीट प्रतिरोधक का भी छिड़काव किया जाता है।” 

हर्ष बताते हैं कि उनके बगीचे में लगभग 70 किस्म के गुलाब हैं, जिनमें फ़्लोरिबण्डा (Floribunda), हाइब्रिड टी (Hybrid Tea), ग्रैंडीफ्लोरा (Grandiflora), डच रोज (Dutch Rose) आदि शामिल हैं। वह अपने सभी पौधे अच्छी नर्सरी से खरीदते हैं। उन्होंने आगे कहा कि उनकी लगायी ज्यादातर किस्में पूरे साल फूल देती हैं, लेकिन गर्मियों के मौसम में वह खुद ही पौधों से फूल नहीं लेते हैं। 

उन्होंने कहा, “गुलाब को अच्छा खाना चाहिए, क्योंकि फूल बनाने में पौधे की बहुत ऊर्जा लगती है। इसलिए गर्मियों में जब तापमान ज्यादा होता है, तो हम बड्स यानी कली आने पर इसे काट देते हैं, ताकि पौधे को थोड़ा आराम मिले। ऐसा करने से आपके गुलाब के पौधे (garden roses) की उम्र बढ़ जाती है।” 

कैसे करें गुलाब के पौधों की देखभाल 

A glimpse of his rose garden

हर्ष सलाह देते हैं कि गुलाब के पौधे लगाने के लिए आप ऐसे कंटेनर का इस्तेमाल करें, जो ग्लास के जैसा हो मतलब, ऊपर से नीचे तक समान आकार में। मिट्टी के गमले ऊपर से चौड़े और नीचे से पतले होते हैं। अगर कभी तेज हवा या आंधी आये तो इसके टूटने की संभावना होती है। इसलिए हर्ष प्लास्टिक के गमले इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। वह कहते हैं कि गुलाब के पौधे लगाने के लिए अच्छे ड्रेनेज सिस्टम वाले गमलों का इस्तेमाल करें, जो आसानी से टूटे नहीं। 

उन्होंने कहा, “जब आप गुलाब का पौधा खरीदते हैं, तो यह काफी छोटा होता है। इसे लगाने के लिए आप छह इंच का गमला ले सकते हैं। अपने इस पौधे की आप अच्छे से देखभाल करें और लगभग दो महीने बाद, जब यह बढ़ने लगे, तब आप इसे 11 इंच के गमले में लगा सकते हैं। तीन महीने बाद, जब गुलाब का पौधा बड़ा हो जाता है, तब आप इसे 14 इंच के गमले में लगा सकते हैं। इसके बाद, गमला बदलने की जरूरत नहीं है। क्योंकि आप गुलाब के पौधे की कटाई-छंटाई (प्रूनिंग) करके इसके आकार को नियंत्रित रख सकते हैं।” 

इसके अलावा, वह गमले के पौधों के लिए सिंडर/खंगर इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। लेकिन अगर आप सिंडर इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं, तो पॉटिंग मिक्स ऐसा बनाइए, जिसमें पानी बिल्कुल भी न ठहरे। क्योंकि ‘गुलाब के पौधे को तैरना पसंद है, डूबना नहीं।’ इसका मतलब है कि गुलाब की जड़ों को अगर ज्यादा देर तक पानी में रखा जाए, तो जड़ें खराब होने लगती हैं। इसलिए गुलाब के पौधों के लिए पॉटिंग मिक्स ऐसा हो, जिसमें लंबे समय तक नमी रहे। 

Beautiful Roses

हर्ष कहते हैं, “अगर सिंडर में गुलाब के पौधे (garden roses) लगा रहे हैं, तो सर्दियों में सुबह एक बार पौधों को पानी दे सकते हैं। लेकिन गर्मियों में पौधों को पानी की ज्यादा जरूरत होती है। इसलिए आप तीन बार इन्हें पानी दें- एक बार सुबह, फिर दोपहर के बाद और फिर शाम को। पोषण देने के लिए भी तरल खाद का इस्तेमाल करें और बीच-बीच में जैव प्रतिरोधक का छिड़काव करते रहें।”

हर्ष कहते हैं कि गुलाब लगाने से पहले आपको इसकी देखभाल के बारे में जानना चाहिए, ताकि आपके पौधे खराब न हों। वह अपने गुलाब के पौधों को एक ‘ऑनलाइन प्रदर्शनी’ में भी दिखा चुके हैं। अपने बगीचे में गुलाब के पौधे लगाने की शुरुआत करने वालों को हर्ष बस यही सलाह देते हैं कि अगर आप सही तरीकों से गुलाब की देखभाल करते हैं, तो आपके घर में भी सालभर गुलाब महकते रहेंगे। तो देर किस बात की, आप भी अपने बगीचे में लगाएं एक से बढ़कर एक सुंदर गुलाब के पौधे।

आप हर्ष से फेसबुक के जरिए संपर्क कर सकते हैं। अगर आपको भी है बागवानी का शौक और आपने भी अपने घर की बालकनी, किचन या फिर छत को बना रखा है पेड़-पौधों का ठिकाना, तो हमारे साथ साझा करें अपनी #गार्डनगिरी की कहानी। तस्वीरों और सम्पर्क सूत्र के साथ हमें लिख भेजिए अपनी कहानी hindi@thebetterindia.com पर!

संपादन- जी एन झा

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