पर्यटन सिर्फ मनोरंजन का ही साधन नहीं बल्कि यह किसी भी देश के सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक एवं आर्थिक विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर साल २७ सितम्बर को विश्व पर्यटन दिवस के रूप में मनाया जाता है।
भारत में इस वर्ष २७ सितम्बर को करीब २०० स्मारकों और संग्रहालयों में प्रवेश निःशुल्क कर दिया गया है।
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नवभारत टाइम्स में छपी एक खबर के अनुसार संस्कृती मंत्री, महेश शर्मा ने इसकी अनुमति दे दी है। प्रवेश निःशुल्क करने वाले स्मारको में विश्व धरोहर स्थल के अलावा सांस्कृतिक मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सारे संग्रहालय है।
जिन ११६ स्मारकों में पर्यटकों को टिकट नहीं लगेगा उनमे ताज महल, आगरा का किला, विठ्ठल मंदिर- हम्पी, खजुराहो के स्मारक स्थल, बौद्ध स्मारक साँची, गोलकुंडा का किला, चारमिनार, सासाराम में शेर शाह सूरी की समाधी, विक्रमशिला स्थल, कुम्हरार में मौर्या पैलेस स्थल, नालंदा के खोदाई स्थल और वैशाली स्थल प्रमुख हैं।
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इसी के साथ करीब ३५ संग्रहालयो के अलावा संस्कृति मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में आने वाले संग्रहालय हैं जैसे राष्ट्रीय संग्रहालय दिल्ली तथा सलार जंग संग्रहालय में भी टिकट नहीं लगेगा।
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पर्यटन दिवस के अवसर पर देश भर में कई गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इस दिन देश की राजधानी दिल्ली में सुबह मेहरोली के आर्कोलोजीकल पार्क से साईकिल रैली निकाली जायेगी। करीब सात किलोमीटर लंबी यह साइकिल रैली १०-१२ ऐतिहासिक स्थलों से होकर गुजरेगी।
इसी दिन दिल्ली हाट में प्रवेश निःशुल्क होने क साथ ही पर्यटन मंत्री द्वारा फ्री वाई फाई की सेवा भी लांच की जायेगी जिसमे पहले २० मिनट की सेवा निःशुल्क रहेगी।
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इसके अलावा दिल्ली के सभी एअरपोर्ट पर पर्यटन विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारी मौजूद रहेंगे तथा विदेश से आने वाले पर्यटकों को फूल माला पहना कर स्वागत किया जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने १९८० से हर वर्ष २७ सितम्बर को पर्यटन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। इसके पीछे का कारण था कि १९७० में इसी दिन विश्व पर्यटन दिवस का संविधान स्वीकार किया गया था। तभी से भारत के साथ साथ अन्य देश इस दिन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।