हाल ही में, मिस्र में वर्ल्ड किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप खेली गयी। वहां, भारतीय खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से देश का सर गर्व से ऊँचा कर दिया। इस चैंपियनशिप में टीम इंडिया ने कुल 26 पदक हासिल किए, जिनमें 11 स्वर्ण, 8 रजत और 7 कांस्य पदक शामिल हैं। इस बॉक्सिंग चैंपियनशिप में ‘जम्मू-कश्मीर की ब्रूस ली’ कही जानेवाली बांदीपोरा की तजामुल इस्लाम ने दूसरी बार गोल्ड मेडल जीता।
इससे पहले साल 2016 में, महज़ 9 साल की उम्र में वह, सब जूनियर कैटेगरी में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी थीं।
तजामुल कैसे बनीं जम्मू-कश्मीर की ब्रूस ली?
तजामुल के इस सफर की शुरुआत साल 2014 में हुई थी। एक बार, तज़ामुल अपने पिता के साथ स्टेडियम के पास से गुजर रही थीं। वहां कुछ लड़के और लड़कियां ट्रेनिंग करते नज़र आए। उन्होंने अपने पिता से कहा कि वह भी इस खेल में हाथ आज़माना चाहती हैं। तज़ामुल के पिता ड्राइवर थे और महीने में 10 हज़ार रुपये तक कमाते थे, जिससे परिवार का खर्च चलता था।
उनकी आर्थिक स्थिति बिल्कुल भी ऐसी नहीं थी कि वह कोई अतिरिक्त खर्च उठा सकें, लेकिन बिटिया के सपनों के आगे, तंगी को घुटने टेकने ही पड़े। तज़ामुल के पिता ने उन्हें खेलने और आगे बढ़ने की इजाज़त दे दी और यहीं से तजामुल का सफर शुरू हुआ। आज बेटी को आगे बढ़ने देने के एक पिता के उस एक फैसले ने देश को मेडल दिलाया है। तजामुल के बड़े भाई और दो बहनें भी किक बॉक्सिंग करते हैं।
8 साल की तजामुल और 13 साल की चुनौती
साल 2015 में, 8 साल की तजामुल ने राष्ट्रीय स्तर की किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में भाग लिया था। उस मुकाबले में उन्होंने 13 साल की बॉक्सर को हराकर स्वर्ण पदक जीता था। वह कई अन्य जिला, राज्य, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन कर चुकी हैं।
तजामुल ने सेना के गुडविल स्कूल से पढ़ाई की है। उन्होंने जब इटली के एंड्रिया में अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया था, तब भारत लौटने के बाद, खुद तत्कालीन सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग ने उन्हें सम्मानित किया था। उस समय सेना प्रमुख सिंह और जम्मू कश्मीर की तत्कालीन सीएम महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर की नन्हीं बेटी की प्रशंसा करते हुए कहा था कि यह जीत घाटी के बच्चों को प्रेरित करेगी।
असाधारण प्रदर्शन!
तजामुल ने मिस्र में मिली अपनी कामयाबी पर ट्वीट करते हुए लिखा, “यह वास्तव में मेरे लिए गर्व का क्षण था, जब मुझे मिस्र में विश्व किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में फिर से स्वर्ण पदक मिला। अब मैं 2 बार विश्व किक बॉक्सिंग चैंपियन हूं।”
इस जीत पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने तजामुल की फोटो शेयर करते हुए लिखा, ‘बांदीपोरा की तजामुल इस्लाम को विश्व किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2021 में, स्वर्ण पदक जीतकर मिस्र में इतिहास रचने के लिए मेरी तरफ से बहुत-बहुत बधाई। हमारी युवा किक बॉक्सिंग चैंपियन ने पिछले कुछ सालों में असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है।’
तजामुल ने जीत के बाद, एक इंटरव्यू में मैसेज देते हुए कहा, “लड़कियों को छुपकर रहने के लिए मत कहिए, वे लड़कों से कहीं ज्यादा अच्छा काम कर सकती हैं। अपने बच्चों को स्पोर्ट्स में जानें दे, कोच अपने स्टूडेंट्स को और माता-पिता अपने बच्चों को पूरा सपोर्ट करें। खेलने से आपके बच्चे मानसिक और शारिरिक दोनों तरह से फिट रहेंगे।”
तजामुल ओलंपिक्स में भी भारत के लिए खेलना और गोल्ड मेडल जीतना चाहती हैं।
संपादन – मानबी कटोच
Featured Image: Kashmir Life & Youtube
यह भी पढ़ेंः इंजीनियरिंग ड्रॉपआउट ने बनाया बिजली के बिना चलनेवाला वॉटर फिल्टर, खर्च सिर्फ 2 पैसा/लीटर
यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है, या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ साझा करना चाहते हो, तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखें, या Facebook और Twitter पर संपर्क करें।