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Grow Peas: बाज़ार के मटर गमले में बोइये और सिर्फ 70 दिनों में घर के मटर पाइये

आलू मटर, मटर पनीर, मटर कचौड़ी और न जाने मटर के ऐसे कितने ही व्यंजन हैं, जिनका नाम सुनकर ही मुंह में पानी आने लगता है। सही बात है कि जिस व्यंजन में मटर होता है, उसका स्वाद बढ़ जाता है। बच्चे भी कच्चे मटर खाना बहुत पसंद करते हैं। मटर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन A, K, C, आयरन और मैगनीज जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। साथ ही, इसमें ‘एंटी-ऑक्सीडेंट्स’ (प्रतिउपचायक) भी होते हैं। मटर स्वास्थ्य के लिए जितना फायदेमंद है, इसे उगाना भी उतना ही आसान है। जी हाँ, मटर में ढेरों पोषक तत्व होते हैं। लेकिन, रासायनिक तरीकों से उगाई हुई मटर में, ये सभी पोषक तत्व नहीं होते हैं। इसलिए, जरूरी है कि हम जैविक तरीकों से उगाई हुई मटर ही खाएं। इसका सबसे अच्छा तरीका है कि हम खुद अपने घर के आँगन, छत या बालकनी में, गमलों, ग्रो बैग या किसी अन्य कंटेनर में मटर (pea plant) उगायें।   

यह सुनकर अक्सर लोगों को हैरानी होती है कि भला घर में, गमलों में मटर कैसे उगाये जा सकते हैं? लेकिन, यह बिल्कुल संभव है और इसका एक अच्छा उदाहरण दे रहे हैं मध्य प्रदेश के भोपाल में रहने वाले शिरीष शर्मा, जो हर साल सर्दियों के मौसम में अपने घर की छत पर अन्य साग-सब्जियों के साथ मटर भी उगाते हैं। 

Shireesh Sharma growing pea plant

शिरीष शर्मा भोपाल के एक निजी संस्थान में बतौर सहायक निदेशक काम करते हैं। लेकिन, उनके दिन की शुरूआत अपने बगीचे से ही होती है। शिरीष 15 वर्षों से अधिक समय से छत पर बागवानी कर रहे हैं और उनकी छत पर 150 से अधिक पौधे हैं। वह बताते हैं, “मटर को गमलों में या किसी अन्य बड़े और चौड़े कंटेनर में भी उगाना बिल्कुल आसान है। अगर आपको बागवानी की गहरी जानकारी नहीं है, तब भी आप मटर उगाने की कोशिश कर सकते हैं। इसके लिए आपको न तो ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत पड़ेगी और न ही ज्यादा मेहनत करनी होगी।”

कैसे उगा सकते हैं घर पर मटर:

शिरीष कहते हैं कि मटर उगाने के लिए, आप बाजार से खरीदी हुई मटर के दाने भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा, बाजार में मिलने वाली सूखी मटर का भी आप बीज के रूप में उपयोग कर सकते हैं। अगर आपके घर के पास, कोई नर्सरी है, या बीजों की दूकान है तो आप वहां से भी बीज ले सकते हैं। 

अगर आप ताजा मटर के दाने ले रहे हैं, तो इन्हें तीन-चार दिनों के लिए, किसी गीले सूती कपड़े में बांधकर एक डिब्बे में रख दें। तीन-चार दिन बाद, जब ये दाने अंकुरित हो जाएं तो आप इन्हें बो सकते हैं। इसके अलावा, अगर आप सूखी मटर या बीज ले रहे हैं, तो पहले इन्हें 24 घंटे तक पानी में भिगोने के बाद गमलों में बोएं। 

Tie Green Peas in wet clothe for 3-4 days and it will sprout to grow pea plant

वह आगे कहते हैं कि मटर के बीज बोने का सबसे उपयुक्त समय, अक्टूबर के मध्य से लेकर नवंबर के मध्य तक होता है। आप नवंबर के महीने तक बीज लगा सकते हैं। जिससे आपको जनवरी के अंत तक फसल मिलनी शुरू हो जाती है। अगर आप ‘पॉलीहाउस’ लगाकर बागवानी कर रहे हैं, तो तापमान नियंत्रित करके, आप किसी भी मौसम में मटर उगा सकते हैं। इसके अलावा, जिन इलाकों में ठंड ज्यादा रहती है और गर्मी कम, वहां भी सर्दियों के बाद मटर उगाई जा सकती है। 

कैसे करें मिट्टी तैयार: 

इसके लिए आप 50% सामान्य बगीचे की मिट्टी, 30% केंचुआ खाद या गोबर की खाद और 20% कोकोपीट या रेत साथ में मिलाएं। अब, इसमें आप दो मुट्ठी नीमखली मिला लें। मटर के लिए ऐसी मिट्टी बनानी चाहिए, जिसमें पानी बिल्कुल भी न ठहरे।

मटर उगाने के लिए आप 12-14 इंच के गमले, ग्रो बैग या प्लास्टिक की बाल्टी/टब का इस्तेमाल कर सकते हैं।  

प्रक्रिया:

Sow the seeds and in one-two weeks it will germinate and pea plant will start growing

Give support to pea plant

Harvest it

शिरीष कहते हैं कि मटर के पेड़ से आप तीन बार तक फलियां ले सकते हैं। मटर की फलियां तैयार होने के बाद आप समय से इनकी कटाई कर लें ताकि आप दूसरी-तीसरी बार भी फलियां ले सकें। अगर आप चाहते हैं कि आपको लम्बे समय तक मटर की उपज मिलती रहे तो आप अलग-अलग गमलों में 15-15 दिन के अंतराल पर बीज बोएं।  

अधिक जानकारी के लिए आप यह वीडियो देख सकते हैं!

संपादन – प्रीति महावर

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