बीते शुक्रवार, 8 फरवरी 2019 को उत्तर-कश्मीर के बांदीपुर जिले में स्थित पनार आर्मी कैंप के कंपनी कमांडर को एक फोन आया। फोन पर पास के गाँव के एक निवासी ने उसकी गर्भवती पत्नी, गुलशाना बेगम को अस्पताल ले जाने के लिए सेना की मदद मांगी।
द हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उस दिन मौसम बेहद खराब था और साथ ही, भारी बर्फ़बारी होने के चलते सभी रास्ते बंद थे। तापमान भी माइनस सात डिग्री सेल्सियस था। ऐसे में, किसी भी वाहन या फिर एम्बुलेंस का आना-जाना नामुमकिन था। लेकिन उस महिला का अस्पताल पहुँचना बहुत ज़रुरी था। इसलिए, उस व्यक्ति ने भारतीय सेना से ही मदद की गुहार लगायी।
भारतीय सेना के जवान तुरंत उनकी मदद करने के लिए उनके घर पहुँचे। बांदीपुर राष्ट्रीय राइफल्स के सैनिक सड़क पर कमर तक जम चुकी बर्फ़ को पार करते हुए, उस महिला को ढाई किलोमीटर तक एक स्ट्रेचर पर ले कर आये और फिर सेना की एम्बुलेंस से उसे अस्पताल पहुँचाया गया।
अस्पताल में भी भारतीय सेना ने पहले से ही डॉक्टरों को इस बारे में बता दिया था और इसलिए यहाँ पहुँचते ही महिला का इलाज शुरू हो गया। उसकी स्वास्थ्य जाँच में पता चला कि वह जुड़वाँ बच्चों को जन्म देने वाली है और इसके लिए उसका ऑपरेशन करना पड़ेगा।
ऑपरेशन के लिए उसे श्रीनगर अस्पताल ले जाया गया और वहाँ उसने सुरक्षित रूप से दो बच्चियों को जन्म दिया।