हाल ही में, महाराष्ट्र के पुणे ग्रामीण क्षेत्र में संदीप पाटिल को नए पुलिस अधीक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है। इस मौके पर बहुत से लोग उन्हें फूलों के गुलदस्तों के साथ बधाई देने पहुंचें। यह देखकर पाटिल ने सभी लोगों से एक बहुत ही अनोखी और प्यारी मांग की।
दरअसल, उन्होंने सभी नागरिकों और अधिकारियों से अपील की है कि यदि कोई भी उन्हें उनकी नियुक्ति पर बधाई देने जाता है तो वह उनके लिए फूलों के गुलदस्ते की बजाय कोई भी ज्ञानवर्धक किताब उपहार स्वरूप लाये। वे इन सभी किताबों को इकट्ठा कर नक्सल प्रभावित क्षेत्र गडचिरोली के बच्चों और युवाओं के लिए भेजना चाहते हैं।
पाटिल (39 वर्षीय) को गडचिरोली में माओवादियों के विरुद्ध कई अभियानों के लिए जाना जाता है। इसके साथ ही उन्होंने इन क्षेत्रों के बच्चों और युवाओं के लिए भी कई योजनाएं चलायीं हैं। जैसे कि अग्निपंख, जिसके तहत यहां के अनाथ बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाती है।
पाटिल ने पुलिस स्टेशनों में लाइब्रेरी खोलने पर भी जोर दिया है। पिछले दो सालों में किताबों के जरिये उन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लोगों और पुलिस के बीच के फासले को भरने की कोशिश की है।
पाटिल ने कहा, “मैंने अपने जीवन में दूसरी बार ऐसी कोई अपील की है। साल 2016 में जब मुझे सतारा का एसपी नियुक्त किया गया था, तब भी मैंने लोगों से फूलों के बदले किताबों की मांग की थी। उन सभी किताबों को हमने गडचिरोली के बच्चों और युवाओं के लिए भेज दिया था।”
हम पाटिल की इस पहल की सराहना करते हैं और उम्मीद करते हैं कि उनसे प्रेरित होकर और भी बहुत से लोग इस तरह के अभियानों से जुडेंगें।