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बाइक को बनाया फ़ूड स्टॉल, कमाई से की 10 भारतीय राज्यों और नेपाल, म्यांमार की यात्रा

Jibin Madhu

1 अप्रैल 2021 को कोट्टायम, पाला के रहने वाले जिबिन मधु ने एक बैग में अपने कुछ कपड़े और ज़रूरी सामान पैक किया और नौकरी की तलाश में घर से निकल पड़े। उनकी बाइक, Yamaha FZ की पेट्रोल की टंकी पूरी भरी थी, जबकि पर्स में केवल 5,000 रुपये थे। 

साथ ही इस बात को लेकर उनका इरादा बिलकुल पक्का था कि उन्हें कोई स्टेबल, फुलटाइम जॉब नहीं करनी है। क्योंकि वह नई चीज़ें देखना और जानना चाहते थे इसलिए, उन्होंने कई दिन अलग-अलग जगहों पर जाने का मन बनाया। उन्होंने तय किया वह एक जगह जाएंगे, कुछ दिन वहाँ काम करेंगे, पैसे कमाएंगे और फिर दूसरी जगह के लिए निकल जाएंगे। 

हालांकि, उनकी ‘शॉर्ट ट्रिप’ एक साल, तीन महीने और 17 दिन लंबी चली। इस ट्रिप के दौरान 24 साल के जिबिन तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड, मेघालय, महाराष्ट्र, सिक्किम और हिमाचल प्रदेश में घूमे। यहाँ तक ​​कि उन्होंने नेपाल और म्यांमार को पार करते हुए इसे एक ‘इंटरनेशनल, ऑल इंडिया ट्रिप’ में बदल दिया।

दिलचस्प बात यह है कि उनके माता-पिता और दोस्तों को इंस्टाग्राम पोस्ट और यूट्यूब वीडियो से उनके इस एडवेंचर के बारे में पता चला। सीमित सुविधाओं, अलग-अलग जगहों के मुश्किल क्लाइमेट और परिस्थितियों के बावजूद, उन्होंने अपनी बाइक पर नई-नई जगहें एक्स्प्लोर कीं। 

जिबिन बताते हैं, “जितना मुझे याद है, मुझे बचपन से ही ट्रेवल करने में बहुत इंटरेस्ट था। पहले आसपास की पहाड़ियाँ, नदियाँ और टूरिस्ट्स प्लेसेज़ मेरा लक्ष्य हुआ करते थे, लेकिन धीरे-धीरे यह दायरा बढ़ता गया।” 

होटल मैनेजमेंट ग्रैजुएट जिबिन कहते हैं, “जब मैं टीनेजर था तब से ऑल इंडिया ट्रिप करना मेरा सपना रहा है।”

वह बताते हैं कि अकेले इतनी लंबी ट्रिप करने का उन्हें पहले कोई अनुभव नहीं था। वह आगे कहते हैं, “मैंने सोचा था कि पार्ट-टाइम नौकरी करना आसान होगा लेकिन यह पूरी ट्रिप में सबसे मुश्किल था। 14-15 लोगों से मिलने के बाद मुझे एक ढाबे में काम मिला, वो भी बहुत कम सैलरी पर।” 

अनोखा बाइक फ़ूड स्टॉल

अलग-अलग जगहों पर नौकरी ढूंढना जिबिन के लिए मुश्किल हो रहा था और उनके पास पैसे भी ख़त्म हो रहे थे। फिर जिबिन ने मौजूदा संसाधनों से अपना बाइक फ़ूड स्टॉल शुरू करने का फैसला किया। 

उनके पास मिट्टी के तेल वाला चूल्हा, कुछ बर्तन और थोड़ा केरल का मट्टा राइस था। उन्होंने रास्ते में लोगों को नूडल्स, ब्रेड ऑमलेट और चाय बनाकर बेचने के लिए कुछ और चीज़ें खरीदीं। अपनी रसोई को उन्होंने बाइक के टॉप बॉक्स पर सेट किया, जहाँ पानी और पेट्रोल जमा करते थे। अब उन्हें सब कुछ आसान लग रहा था, क्योंकि उनके पास रसोई में काम करने का अनुभव था।

जिबिन बताते हैं, “पूर्वी भाग के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में, मुश्किल से कोई खाने के स्टॉल हैं। मैंने यहाँ अपना काम शुरू किया और मेरा बाइक फ़ूड स्टॉल तुरंत चल पड़ा। मैंने घाटी से ज़रूरी सामान खरीदा। जब केरलवासी आए, तो मैंने उन्हें उबले हुए चावल भी बेचे और अपने बाइक फ़ूड स्टॉल से हर दिन 500-600 रुपये कमा लेता था।”

वह बताते हैं कि ट्रिप के दौरान उन्होंने कई लोगों को अपनी गाड़ियों पर इस तरह के स्टॉल चलाते देखा था। उन्हें देखकर ही जिबिन को यह बाइक स्टॉल खोलने का आईडिया आया। इस काम से अच्छी कमाई करके जिबिन ने कुछ और बर्तन और पेपर प्लेट खरीदे। बचे हुए पैसे ट्रिप के दौरान पेट्रोल और बाकी ज़रूरतों पर खर्च किए। यहाँ तक कि इस पूरी कमाई में से एक अच्छी रक़म वो अपने घर भी भेज पाए। 

आसान नहीं थी यह ट्रिप

याद करते हुए जिबिन बताते हैं, “मेरे बाइक फ़ूड स्टॉल से होने वाली इनकम से ज़्यादा, यह लोगों का सपोर्ट था कि मैं अपने सपनों की यात्रा को आगे बढ़ा पाने में सफल हुआ। कुछ लोगों ने मुझे काम दिया, तो कुछ ने सोने के लिए जगह दी। असम के एक शख़्स ने मुझे एक टेंट भी गिफ्ट किया, क्योंकि मेरे पास जो था वो बीच में ही फट गया था।”

इन तमाम उतार-चढ़ाव के साथ यात्रा बिल्कुल भी आसान नहीं थी। जिबिन की बाइक कई बार ख़राब हुई और उन्हें इसकी मरम्मत पर करीब 10,000 रुपये खर्च करने पड़े। 

16,900 सब्सक्राइबर बेस वाले YouTuber, जिबिन कहते हैं, “लेकिन जो चीज़ें मुझे हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा देती रहीं, वे हैं अलग-अलग चीज़ों और लोगों से मिलने-जुलने का शौक़, मेरे साथी राइडर्स की मदद और सोशल मीडिया पर मेरे फॉलोअर्स का सपोर्ट।” 

उनके चैनल का नाम ‘कुंबु ट्रैवल’ है, जहाँ वह मलयालम और तमिल दोनों भाषाओं में लाइव ट्रैवेलिंग के वीडियोज़ और अनुभव शेयर करते हैं। 

ट्रिप के दौरान, तमिलनाडु के एक व्लॉगर ने अपने चैनल पर जिबिन को दिखाया, और फिर बहुत सारे तमिल दर्शक कुंबु ट्रैवल चैनल से जुड़े। उनके प्रति अपना आभार दिखाते हुए, जिबिन कभी-कभी तमिल में वीडियो बनाते हैं।

विदेश तक ले जाएंगे अपना बाइक फ़ूड स्टॉल

आमतौर पर एक राइडर, एक दिन में सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय करता है; लेकिन जिबिन का तरीक़ा इससे अलग है। वह एक डेस्टिनेशन चुनते हैं और वहाँ जाकर लोगों और संस्कृति को जानने के लिए कुछ दिनों तक रहते हैं। इस तरह उन्हें अपना बाइक फ़ूड स्टॉल चलाने में भी आसानी होती है।

वह कहते हैं, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक ऐसे ही शुरु की गई ट्रिप, ऑल इंडिया ट्रिप में बदल जाएगी। ट्रैवलिंग एक ऐसी चीज़ है जिससे मुझे ज़िंदगी में आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा मिलती है, चाहे बीच में कोई भी रुकावट और चुनौतियां क्यों न आएँ। ट्रैवल करने से मुझे फ़्रीडम और संतुष्टि मिलती है।”

आगे जिबिन का अपनी बाइक पर थाईलैंड सहित विदेशों में जाने का प्लान है। वह अब इस बड़े सफ़र के लिए खुद को और अपनी बाइक को तैयार कर रहे हैं। बड़े उत्साह से वह कहते हैं, “चाहे कुछ भी हो जाए, मैं चूल्हे और बर्तन के साथ अपना बाइक फ़ूड स्टॉल तैयार रखूंगा, जो मुझे आख़िरकार अपनी मंज़िल तक पहुंचने का विश्वास दिलाता है।” 

मूल लेख – Anagha R Manoj

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