बर्थडे से लेकर नए साल के जश्न तक, हमारी हर छोटी-बड़ी खुशियां बलून डेकोरेशन के बिना अधूरी हैं। लेकिन अगर हमारी ये खुशियां किसी ज़रूरतमंद की मुस्कान की वजह बनें, तो इससे अच्छा और क्या हो सकता है?
कुछ ऐसी ही सोच के साथ अहमदाबाद के मिलन बोचीवाल एक प्रयास कर रहे हैं, जिसका नाम है ‘प्रोजेक्ट बलूनवाला’। बलूनवाला मात्र एक बिज़नेस नहीं है, बल्कि सामाजिक बदलाव के लिए की गई एक कोशिश है, जिससे अहमदाबाद के कई ऐसे युवा और बच्चे जुड़े हैं, जो पहले किसी लक्ष्य और हुनर के बिना सड़क पर बेकार घूम रहे थे और शिक्षा की कमी के कारण इन्हें किसी अच्छे व्यवसाय से जोड़ना नामुमकिन था।
मिलन के बलून डेकोरेशनएक आइडिया ने न सिर्फ इन युवाओं को रोज़गार दिया, बल्कि उनके जीवन को आत्मविश्वास से भी भर दिया है। उन्होंने सड़क पर घूमते युवाओं और बच्चों को बलून आर्ट का हुनर सिखाया।
बलून डेकोरेशन 250 बच्चों को मिला रोजगार
दरअसल, मिलन ने समाज में बदलाव की कल्पना के साथ करीबन आठ साल पहले अपनी अच्छी-खासी नौकरी छोड़ दी थी, जिसके बाद उन्होंने पर्यावरण, शिक्षा सहित कई मुद्दों पर काम करना शुरू किया और फिर करीब एख साल बाद उन्होंने ‘बलूनवाला’ की शुरुआत कर बलून डेकोरेशन का काम शुरू किया। मिलन अपनी टीम के ज़रिए लोगों की मदद करने की पूरी कोशिश करते हैं।
बलूनवाला की शुरुआत उन्होंने महज़ कुछ बच्चों के साथ की थी। उस समय उन्हें बलून डेकोरेशनमहीने के 10 ऑर्डर भी नहीं मिल पाते थे। लेकिन आज उनकी टीम ने अपनी मेहनत के दम पर पूरे शहर में लोकप्रियता हासिल कर ली है।
इन बच्चों के हुनर और मेहनत का ही नतीजा है कि आज टीम बलूनवाला हर महीने 100 से भी ज्यादा इवेंट्स में बलून डेकोरेशन करती है। वहीं इस टीम से आज 250 से अधिक बच्चे जुड़े हैं। मिलन बताते हैं कि कई बच्चे आज इस हुनर के साथ अपना खुद का बिज़नेस चला रहे हैं, तो कई लोग अब ट्रेनर बनकर दूसरे बच्चों को ट्रेनिंग देने का काम कर रहे हैं।
बलूनवाला के बारे में ज्यादा जानने के लिए आप उन्हें सोशल मीडिया पर संपर्क कर सकते हैं।
संपादनः अर्चना दुबे
यह भी पढ़ें-10 सालों से गरीबों का मुफ़्त इलाज कर रहे हैं डॉ. फारूक