नैनीताल के नथुआखान गांव की रामा बिष्ट, गांव में रहकर खेती के साथ-साथ 100 तरह के प्रोडक्ट्स बनाकर देश भर में बेच रही हैं। इस काम से वह गांव की कई महिलाओं और किसानों को भी रोजगार दे रही हैं। लेकिन एक समय पर रामा को न तो खेती का ज़्यादा ज्ञान था न ही बिज़नेस की कोई जानकारी। एक सामान्य गृहिणी से सफल बिज़नेस बनी रामा ने अपने परिवार को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक छोटी सी शुरुआत की थी जो आज उनकी पहचान बन गई है।
दरअसल शादी के कुछ साल बाद, किसी कारण से रामा के पति की नौकरी चली गई। हालांकि उनके पास कुछ पुश्तैनी जमीन थी लेकिन परिवार में किसी को भी खेती की कोई जानकारी नहीं थी। लेकिन रामा एक किसान परिवार से ताल्लुक रखती थीं। ऐसे में घर के आर्थिक हालात सुधारने के लिए उन्होंने एक कोशिश करने का फैसला किया।
द बेटर इंडिया से बात करते हुए रामा ने बताया कि सालों से खाली पड़ी वह जमीन उस समय बिल्कुल बंजर हालात में थी। जिसे कड़ी मेहनत से उन्होंने बागवानी के लायक बनाया। फिर उन्होंने यहाँ फलों के पेड़ लगाना शुरू किया।
कुछ ही सालों में रामा को समझ आ गया कि पहाड़ी इलाके में फल उगाने से मुश्किल इन फलों की सही समय पर बेचना है। जब उन्होंने आस-पास के किसानों को औने-पौने दाम पर अपनी फसल बेचते हुए देखा। रामा ने साल 2002 में घर पर ही एक छोटा सा प्रोसेसिंग यूनिट बनाकर अपने बाग़ के फलों से जैम और जूस जैसे प्रोडक्ट्स बनाना शुरू किया। जिसमें उनका पूरा परिवार उनका साथ देता था।
100 तरह के प्रोडक्ट्स बनाकर दिया गांववालों को काम
धीरे-धीरे उन्होंने फलों के पेड़ के नीचे क्यारियां बनाकर हर्ब्स उगाना शुरू किया। रामा ऐसे-ऐसे हर्ब्स उगाने लगी जिसके नाम भी गांव में किसी ने नहीं सुने थे। उनके इन्हीं प्रयासों के कारण उनका बिज़नेस साल 2018 तक इतना मशहूर हो गया कि उन्होंने कई महिलाओं और आस-पास के किसानों को भी रोजगार देना शुरू कर दिया।
आज रामा Apple Zone Ramgarh नाम से एक स्टार्टअप चला रही हैं, जिससे वह सालाना 30 से 35 लाख का टर्नओवर बना रही हैं। यह रामा की सोच और मेहनत ही है जिसके दम पर उनके घर की आर्थिक स्थिति तो ठीक हुई ही साथ ही में उनके तीनों बच्चों को अच्छी शिक्षा भी मिल पा रही है।
आप रामा और इनके स्टार्टअप से जुड़ीं जानकारी या उनके बनाएं प्रोडक्ट्स खरीदने के लिए उन्हें यहां सम्पर्क कर सकते हैं।
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