भारत में मैथी का इस्तेमाल सब्जियों से लेकर कई रोगों के उपचार में भी किया जाता है। इसमें सोडियम, जिंक, फॉस्फोरस, फॉलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम,विटामिन ए, बी, और सी, फाइबर, प्रोटीन, आदि जैसे पोषक तत्वों के प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
इस वजह से मेथी का इस्तेमाल वजन, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर आदि को नियंत्रित करने के साथ-साथ त्वचा की देख-भाल और पाचन को बेहतर बनाने के लिए भी किया जाता है।
तो, आज राजस्थाने के भिलवाड़ा जिले के रहने वाले अजय शर्मा बताने जा रहे हैं कि आप अपने घर में मेथी कैसे उगा सकते हैं। अजय बताते हैं कि मेथी बहुत गुणकारी होता है और इसका सेवन खानों के स्वाद को बढ़ाने के साथ-साथ डायबिटीज, अर्थराइटिस, जैसे कई बीमारियों के इलाज के तौर पर होता है। इसे घर पर उगाना बेहद आसान है, क्योंकि इसे ज्यादा खाद-पानी की जरूरत नहीं पड़ती है।
क्या-क्या चाहिए
- मेथी के बीज
- थर्मोकोल का कंटेनर या कोई गमला
- पीली या काली मिट्टी
- खुरजी
किस मौसम में लगाएं मेथी
अजय बताते हैं कि मेथी को किसी भी मौसम में उगाया जा सकता है, लेकिन अक्टूबर-नवंबर का मौसम सबसे उपयुक्त है।
वह आगे बताते हैं कि मेथी का पौधा काफी नाजुक होता है। इसलिए पौधों को हर दिन 2-3 घंटे से ज्यादा धूप न लगने दें, नहीं तो ज्यादा धूप लगने के बाद पौधा सूख सकता है।
कैसे तैयार करें पौधा
अजय बताते हैं, “मेथी के पौधे को मिट्टी और पानी, दोनों में उगाया जा सकता है। मेथी को पानी में उगाने के लिए आप हाइड्रोपोनिक पाइप का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस पाइप में जगह-जगह पर छेद बने होते हैं। इसमें मेथी को सूती के कपड़े में बाँध कर रख दें। इस तरह, 3-4 दिनों में मेथी के छोटे-छोटे पौधे तैयार हो जाते हैं। इस विधि से मेथी उगाने में खाद की कोई जरूरत नहीं होती है, लेकिन हर दिन 3 घंटे का धूप अनिवार्य रूप से लगने दें।”
वहीं, दूसरा तरीका यह है कि यदि आप पहली बार मेथी लगा रहे हैं, तो बाजार से मेथी के बीज लाकर इसे बोने से एक दिन पहले इसे सूती कपड़े में बाँध कर पानी में फूलने के लिए दें। इससे बीज अंकुरित होने लगते हैं। फिर, अगले दिन इसे बेहद सावधानी से मिट्टी में लगा दें।
अजय बताते हैं, “मेथी के लिए पीली या काली मिट्टी सबसे उपयुक्त है। यदि आपके घर में 5 सदस्य हैं तो 4×4 के थर्मोकोल के कंटेनर में मिट्टी भर कर लगभग करीब 50 ग्राम मेथी लगाएं।”
वह आगे बताते हैं, “मेथी के पौधे को तैयार होने में 8-10 दिन लगते हैं। इनकी पत्तियों की हर 2 से 3 दिन में कटाई करनी जरूरी है, नहीं तो इसका स्वाद कड़वा होने लगता है।”
किन बातों का रखें ध्यान
अजय बताते हैं कि एक बार मेथी लगाने के बाद यह 4-5 महीने तक चलता है, लेकिन इस दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है-
- हर तीसरे दिन सिंचाई करें।
- कड़ी धूप से बचाएं।
- गहरी खुदाई करने से बचें, क्योंकि मेथी की जड़ें काफी छोटी होती है, गहरी खुदाई करने से इसे नुकसान हो सकता है।
- हर दूसरे दिन कटाई करें, इससे स्वाद कड़वा नहीं होगा।
- कीटों से बचाने के लिए गोमूत्र से बने कीटनाशकों का इस्तेमाल करें।
कैसे करें इस्तेमाल
अजय बताते हैं, “मेरे पिता जी को डायबिटीज है, इसलिए हम अपने छत पर मेथी की खेती करते हैं। हर सुबह मेथी की पत्तियों को खाने से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है। इसके अलावा, मेथी का इस्तेमाल खाने के स्वाद को भी बढ़ाने के लिए किया जाता है। आप मेथी के पत्तों को सूखाकर कस्तूरी मेथी भी अपने घर पर ही बना सकते हैं।”
मेथी से शुरू कर सकते हैं अपनी बागवानी की शुरुआत
अजय बताते हैं कि मेथी की खेती काफी आसान है और यदि आप पहली बार बागवानी कर रहे हैं, तो आपको इसकी शुरुआत मेथी से करनी चाहिए। साथ ही, मेथी एक सहफसली पौधा है, इससे दूसरे पौधों को पर्याप्त नमी मिलती है, तो आप इसे बैंगन, टमाटर जैसी दूसरी सब्जियों के साथ भी लगा सकते हैं।
आप घर पर मेथी की खेती के बारे में अधिक जानने के लिए इस वीडियो को भी देख सकते हैं।
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