घर पर रहकर आज क्या नया किया?
#कोरोना_वायरस से लड़ते हुए घर पर रहना, आज की परिस्थिति में देश-सेवा से कम नहीं है। यदि आप घर पर ही हैं, तो आज आप से बड़ा हीरो कोई नहीं है।
घर पर समय काटने के लिए यदि आप कुछ बेहतर कर रहे हैं, तो आप ‘द बेटर इंडिया’ के भी हीरो बन सकते हैं। फिर चाहे आपने कोई पॉजिटिव कविता लिखी हो, या कोई पॉजिटिव ड्राइंग बनाई हो, कोई नयी कला सीखी हो या घर को नई सूरत दी हो। इसके लिए हमने एक चैलेंज की शुरुआत की है जिसका नाम है #StayHomeChallenge !
इस चैलेंज को स्वीकार करते हुए देश भर से हमारे पास एंट्रीज़ आयीं, जिन्हें आज हम आप सब के साथ साझा करना चाहते हैं। हो सकता है आप भी इनसे प्रेरणा लेकर बन जाए ‘द बेटर इंडिया’ #StayHomeChallenge के हीरो! हमें अपनी एंट्रीज़ आप hindi@thebetterindia.com पर भेज सकते हैं।
तो, हमारे इस हफ्ते के हीरोज़ हैं –
1. डॉ.भावना आचार्य, उदयपुर
जिन्होंने घर बैठे-बैठे यह कविता लिखी है –
“मुस्काते हम भारतवासी, नहीं जानते रोना,
दूर हैं तन से, पर भीगा है मन का कोना-कोना।
ना खोएं अपनों को, हम सब इसीलिए रुक गए हैं,
संकल्पों की शक्ति से हम दूर करें कोरोना।”
2. अरिंदम थोकदर, बंगलुरु
जिन्होंने घर बैठे-बैठे पत्तों से बनी थाली को तराशकर फिर एक बार पत्ता बना दिया!
3. अंजली डॉनी, बंगलुरु
जो घर पर बैठे-बैठे बच्चों को विज्ञान के एक्सपेरिमेंट करना सिखा रही हैं!
4. रेनू थपलियाल, अहमदाबाद
जिन्होंने घर बैठे-बैठे अपने पुराने हुनर को एक बार फिर तराशा है।
5. अलका सिंह, कोलकाता
अलका सिंह कहती हैं, “हमको बहुत दिनों से इमली का पेड़ लगाने का मन था ,पर मिल नहीं रहा था। एक सप्ताह पहले सांभर बनाने के लिए इमली इस्तेमाल की तो उसमें 4-5 बीज मिले। बस हमने उन्हें गीले कपड़ें मे लपेटकर एक डिब्बे में रख दिया (पूरी आशा के साथ, अंकुरित होने के लिए और आज खोलकर देखा तो वे सचमुच अंकुरित हो गए हैं। अब उन्हें गमलों में लगाएंगे और जब वो थोड़े बड़े हो जाएंगे तो गाँव में जमीन में लगा देंगे।”
6. संजीव छाबड़ा की कहानी, ‘तोहफा लाकडाउन का’
सुबह-सुबह अभी नींद से उठा ही था कि घंटी बजी, “गुड मार्निंग पापा!” छोटे बेटे का इंदौर से फोन था।
“कैसे हो, पापा।” उसने पूछा।
“ठीक हूँ, बेटू।”
“पापा आज तो मम्मी का बर्थडे है, क्या प्लान है? केक-वेक!” उसने पूछा।
“बेटे, लॉकडाउन चल रहा है, देखेंगे, कुछ घर पर ही।”
“पापा, एक काम करो, चाकलेट वाले बिस्किट का एक पैकेट खोलकर मिक्सर में पीस लो, एक कप दूध, दो चम्मच चीनी और एक पैकेट इनो डालकर अच्छे से मिक्स कर लेना। फिर एक बर्तन में डालकर, प्री-हीटेड ओवन में रख देना। बस 15-20 में तैयार।”
बस फिर क्या था। लग गए हमारे बड़े बेटे केक बनाने में। मैडम ने पहले से ही खीर बना रखी थी। हमने भी वेज़ नूडल्स बना दिए। टेबल पर एक मोमबत्ती जला दी गई। बड़े बेटे की उंगलियों ने गिटार पर धुन छेड़ दी, एक फूंक और हो गया हैप्पी बर्थडे।
“थैंक्यू, बेटे! आईडिया देने के लिए, बर्थडे केक का!”
7. मोहिनी बंसल, मेरठ
जिन्होंने घर बैठे-बैठे ऑनलाइन पेंटिंग क्लास शुरू की है। मोहिनी खुद इस खेत्र में नैशनल अवार्ड विनर हैं। उनकी क्लास में शामिल होने के लिए आप उन्हें 8868073360 पर संपर्क कर सकते हैं!
8. सविता डकले, औरंगाबाद
जिन्होंने घर बैठे-बैठे कोरोना से बचने का संदेश देती हुई यह रंगोली बनाई है।
आप भी अपनी एंट्रीज hindi@thebetterindia.com पर भेजिए और आपको मिलेगा मौका ‘द बेटर इंडिया’ के पेज पर छाने का!
#staysafe #stayhome #fightcorona
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