हम सब जानते हैं कि भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य ही सबसे पहले सूर्य-दर्शन करते हैं। सूरज की सबसे पहली किरणें इन्हीं ‘सेवन सिस्टर्स’ कहे जाने वाले राज्यों में पड़ती हैं।
लेकिन इनमें से एक, अरुणाचल प्रदेश में एक गांव है जहां सूरज की सबसे पहली किरण पड़ती है। जिसका नाम है दांग। प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ एक छोटा-सा गांव, जो लगभग 4,070 फ़ीट की ऊंचाई पर है। सुबह के लगभग 4 बजे यहां सूर्योदय होता है।
देश-विदेश से लोग इस गांव में सूरज की सबसे पहली किरण देखने आते हैं। इस गांव में एक चोटी पर खड़े होकर वे सूर्योदय का आनंद लेते हैं।
लोहित नदी और सती नदी के जंक्शन पर बसा यह गांव उस बिंदु के पास है जहां भारत की सीमायें चीन और म्यांमार, दोनों देशों से मिलती हैं। इस गांव की आबादी मुश्किल से 35 लोगों की है। ये सभी लोग यहां झोपड़ियों में रहने वाले 3-4 परिवारों से हैं।
दोंग गांव के लिए आप वलोंग से पैदल चलते हुए लगभग 90 मिनट में पहुंच सकते हैं। वलोंग की जमीन पर ही साल 1962 में भारत-चीन का युद्ध लड़ा गया था। यहीं पर आपको रुकने के लिए गेस्ट हाउस आदि मिलेंगें।
हालांकि, साल 1999 में ही यह पता चला कि इस गांव में सूरज की सबसे पहली किरण पड़ती है। इससे पहले माना जाता था कि अंडमान के कटचल टापू पर सबसे पहले सूर्योदय होता है।