हाल ही में, पुणे के एक डॉक्टर ने नागपुर-पुणे की गो एयर फ्लाइट में एक यात्री को दिल का दौरा पड़ने पर उसकी जान बचायी।
पुणे के बी.जे मेडिकल कॉलेज में डॉ. उदय राजपूत सीपीआर सेंटर के हेड हैं। उन्होंने बताया कि उस समय फ्लाइट में लगभग 120 यात्री होंगे और फ्लाइट ने रात के करीब 9:15 बजे उड़ान भरी थी। फ्लाइट के उड़ान भरने के लगभग 20 मिनट बाद एक यात्री, जाधव को अचानक दिल का दौरा पड़ गया।
डॉ. राजपूत ने बताया, “हमने पीछे की सीट से किसी के चिल्लाने की आवाज सुनी। जब मैं पीछे मुड़ा तो मैंने देखा कि एक औरत किसी मेडिकल इमरजेंसी के लिए क्रू स्टाफ़ को बुला रही थी। स्टाफ़ ने तुरंत पायलट को सुचना दी और उन्होंने किसी डॉक्टर के लिए घोषणा की।”
डॉ. राजपूत यह घोषणा सुनकर तुरंत मरीज के पास पहुँचे और चेक-अप शरू किया। डॉ. राजपूत ने बताया कि जाधव की ना तो सांस चल रही थी और ना ही धड़कन, जिसका मतलब था कि उसे दिल का दौरा पड़ा है। डॉ. राजपूत ने तुरंत उन को सीपीआर दिया पर इसका भी कोई फायदा नहीं हुआ।
जाधव अपनी पत्नी और एक और जोड़े के साथ सफ़र कर रहे थे। उनकी मदद से डॉ. राजपूत मरीज को थोड़ी खुली जगह पर लेकर गये। इसके बाद डॉ. राजपूत ने एयरलाइन स्टाफ़ से तुरंत जरूरी मेडिकल उपकरण लाने के लिए कहा। सभी एयरलाइन्स में ये मेडिकल उपकरण और मेडिकल किट रखना अनिवार्य होता है ताकि किसी भी मेडिकल इमरजेंसी में जरुरतमन्द की मदद की जा सके।
डॉ. राजपूत ने जाधव की धड़कन वापिस लाने के लिए उन्हें शॉक देने का निश्चय किया और शॉक के बाद उन्होंने सीपीआर जारी रखा। तब जाकर कहीं जाधव की सांस वापिस आई और वे होश में आये। फ्लाइट में उपस्थित एक छोटे से ऑक्सीजन सिलिंडर पर जाधव को रखा गया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए फ्लाइट की लैंडिंग लगभग 10: 15 बजे पुणे में हुई। यहाँ से जाधव को उनके परिवारजनों के साथ एयरपोर्ट के अस्पताल भेजा गया। डॉ. राजपूत ने कहा कि उन्हें ख़ुशी है कि वे जाधव की समय रहते मदद कर उनकी जान बचा पाए।