दो दिन पहले, यानी कि मंगलवार को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में डायमंड हार्बर रोड पर मजेरहाट ब्रिज के गिरने से अफरा-तफरी मची हुई है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन ब्रिज के नीचे फंसे लोगों को बाहर निकालने में और उन्हें प्राथमिक उपचार दिलाने में जुटे हुये हैं।
पुलिस वालों और राहत बचाव कार्यों में जुटे कर्मचारियों को लगातार काम करते देख अन्य स्थानीय निवासी भी मदद के लिए आगे आ रहे हैं। लोग घायल हुए लोगों के लिए खाना, फर्स्ट एड आदि भिजवा रहें हैं तो कइयों ने ब्लड डोनेट करने की भी इच्छा व्यक्त की है।
ऐसे में न केवल घायलों के लिए बल्कि उन्हें बचाने वाले लोगों के लिए यहां भी सिख समुदाय एक बार फिर आगे आया है। जी हां, कोलकाता के बेहला क्षेत्र में स्थित गुरूद्वारे के जनरल सेक्रेटरी सतनाम सिंह आहलुवालिया उन चंद लोगों में से हैं जिन्होंने इस हादसे को अपनी आँखों से देखा था।
उन्होंने बताया, “पुलिस वहां तुरन्त पहुंच गयी और फंसे हुए लोगों को निकालने में जुट गयी। हमने भी घायलों के लिए सबसे पहले फर्स्ट एड का इंतजाम किया।”
अब यह तो जाहिर था कि यह बचाव कार्य लम्बा चलेगा। इसलिए, गुरुद्वारा कमिटी ने कर्मचारियों के लिए खाने का बंदोबस्त करने का फैसला लिया। आहलुवालिया ने बताया, “बेहला गुरुद्वारा यह बचाव कार्य पूरा होने तक पानी, चाय और लंगर प्रदान करेगा।”
इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी लोगों ने मदद की इच्छा जताई। लोग घायलों के लिए अस्पताल जाकर खून भी दे रहे हैं।
हालांकि, इस नुकसान की भरपाई मुश्किल है। लेकिन हम सराहना करते हैं उन लोगों की, जो इन हालातों में हर संभव प्रयास कर एक दूसरे की मदद कर रहे हैं।