अक्सर गार्डनिंग करने वाले लोग पेड़-पौधों के बारे में अपने टिप्स साझा करते हुए दूसरों को कोकोपीट इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। अगर आपको अपने गमलों को हल्का रखना हो तो पॉटिंग मिक्स में मिट्टी और खाद के साथ कोकोपीट मिलाने की सलाह दी जाती है। पर बहुत से लोग इस ‘कोकोपीट’ से अनजान हैं। बहुत से कमेंट्स में हमसे पूछा जाता है कि आखिर कोकोपीट है क्या?
आज हम आपको इस बारे में पूरी जानकारी दे रहे हैं कि आखिर कोकोपीट क्या है और आप कैसे इसे घर पर बना सकते हैं? साथ ही, कोकोपीट के क्या फायदे हैं?
क्या है कोकोपीट:
यह एक प्राकृतिक फाइबर पाउडर हैं, जिसे नारियल के छिलकों से बनाया जाता है। इस पाउडर को लोग ईंट, ब्रिकेट्स आदि का रूप देकर बेचते हैं क्योंकि यह मिट्टी और पेड़-पौधों के लिए बहुत ही प्रभावशाली है। यह 100% प्राकृतिक माध्यम है पेड़-पौधों के लिए।
क्या हैं विशेषताएं:
- सबसे पहले तो कोकोपीट को मिट्टी में मिलाने से मिट्टी एकदम हल्की हो जाती है, जिसमें पेड़ों की जड़ों को विकसित होने के लिए आसानी से जगह मिलती है।
- कोकोपीट को आप एक बार बनाने के बाद सालभर से भी ज्यादा समय के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
- कोकोपीट में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, जिंक और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स होते हैं जो मिट्टी की उर्वरकता बढ़ाते हैं
- कोकोपीट के गुण ऐसे हैं कि इसमें बैक्टीरिया और फंगस आदि नहीं लगते और यह मिट्टी में भी इन्हें पनपने नहीं देता।
- कोकोपीट में पानी को सोखकर रखने की क्षमता अधिक होती है और इस कारण से कम पानी में भी आप ज्यादा उत्पादन ले सकते हैं!
अब सवाल उठता है कि आप कोकोपीट कैसे बना सकते हैं। वैसे तो ज़्यादातर लोग ऑनलाइन ही कोकोपीट मंगवाते हैं। लेकिन अगर आपके पास नारियल के छिलके उपलब्ध हों तो आप इन्हें फेंकने की बजाय इनसे कोकोपीट बना सकते हैं।
कैसे बनाएं:
1. सबसे पहले आप सभी छिलकों को इकट्ठा करके एक साफ़-सुथरी जगह पर रखकर धूप में तीन-चार दिन रखें
2. अब इन छिलकों के कैंची से छोटे-छोटे टुकड़े कर लें।
3. ध्यान रहे कि कोई भी टुकड़ा बहुत ज्यादा ठोस न हो, जो भी ठोस टुकड़ा हो उसे अलग निकाल दें।
4. अब ग्राइंडर मिक्सर से इन छिलकों को पीस लें।
5. छिलकों को तब तक पिसना है, जब तक की यह पाउडर न बन जाए।
6. वैसे नारियल के छिलकों को पूरी तरह से पिसना संभव नहीं है, इसमें कुछ फाइबर बच ही जाते हैं।
7. इसलिए आप पाउडर को अलग छान लें और फाइबर को अलग कर दें।
8. अब पाउडर में आप पानी मिलाएं और इसे 2-3 घंटे तक यूँ ही रहने दें।
9. जब यह पाउडर अच्छे से पानी सोख ले तो आप इसे निचोड़ लें, इससे एक्स्ट्रा पानी बाहर आ जाएगा।
10. आपका कोकोपीट तैयार है।
आप इसे स्टोर करके रख सकते हैं।
नोट: अगर आपके पास मिक्सर ग्राइंडर न हो तो आप हाथों से छिलके के दो टुकड़े लेकर रगड़ें, आप देखेंगे कि इससे नीचे पाउडर झड़ेगा। यही पाउडर पानी में मिलकर कोकोपीट बन जाता है!
इस दौरान बचे हुए फाइबर को भी आप गमलों में मल्चिंग आदि के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे पानी काफी देर तक पेड़ों में रहता है।
आप वीडियो देख सकते हैं:
अगर आप बाज़ार से कोकोपीट ला रहे हैं या फिर ऑनलाइन कोकोपीट मंगवा रहे हैं तो अप इसे सीधा पॉटिंग मिक्स में नहीं मिला सकते हैं।
सबसे पहले आपको इसे पानी में 2-3 घंटे भिगोना होगा ताकि यह पानी सोख ले और फिर आप इसे निचोड़ कर पॉटिंग मिक्स में मिला सकते हैं।
आप कोकोपीट अपने पास किसी नर्सरी से या फिर ऑनलाइन फ्लिपकार्ट या अमेज़न से ऑर्डर कर सकते हैं!