तुलसी एक ऐसा पौधा है, जो हर किसी के घर में आपको दिख जाएगा। इस पौधे के ढेर सारे औषधीय गुण हैं। औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी खांसी, जुकाम, बुखार और भी कई तरह के रोगों में काम आती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप किस तरह से गमले या ग्रो बैग में तुलसी उगा सकते हैं।
गुरुग्राम की रहने वाली रुचिका हमें बता रहीं हैं कि अगर किसी के घर तुलसी का पौधा नहीं है तो वह कैसे इसे लगा सकते हैं? रुचिका कहतीं हैं कि तुलसी दो किस्म की होती है, रामा तुलसी और श्यामा तुलसी। श्यामा तुलसी के पत्ते पर्पल होते हैं और यह बहुत ही ज्यादा गुणकारी होती है। हालांकि, सामान्य हरी रामा तुलसी भी बहुत लाभदायक है, इसलिए जो भी आपको मिल जाए, उसे आप अवश्य अपने घर में लगाएं।
क्या-क्या चाहिए:
- बीज या फिर तुलसी की कटिंग
- पौधा तैयार करने के लिए छोटे पेपर कप या फिर कोई भी छोटा डिब्बा
- मिट्टी, रेत, कोकोपीट, खाद
- गमले/ग्रो बैग
कब लगाएं तुलसी का पौधा:
वैसे तो तुलसी पूरे सालभर उगती है लेकिन इसे लगाने का बसे अच्छा समय होता है बारिश का। जून-जुलाई के बाद जब बारिश शुरू होती है, तब इसके पौधे तैयार करने चाहिए। तापमान की बात करें तो अगर आपके इलाके का तापमान 20 से 30 डिग्री के बीच है तो आप तुलसी के पौधे लगा सकते हैं।
कैसे तैयार करें पौधा:
रुचिका पौधा/सैप्लिंग तैयार करने के दो तरीके बता रही हैं। एक तो कटिंग से और दूसरा बीजों से।
कटिंग से:
- सबसे पहले आप कोई भी कटिंग ले सकते हैं और जो भी कटिंग लें, उसमें नोड्स होनी चाहिए।
- नोड्स के नीचे से सभी पत्तियों को निकाल दें।
- इसके बाद, आप किसी भी प्लास्टिक कप या डिब्बे में पानी भरकर इन कटिंग को लगा दें।
- हर दिन आपको यह पानी बदलना है और लगभग 15 दिनों में इन कटिंग में जड़ें निकलने लगेंगी।
अब इन्हें आप गमले में या मिट्टी में लगा सकते हैं।
बीज से कैसे लगाएं:
“मुझे सबसे अच्छा तरीका बीज से पौधा तैयार करना लगता है। आपने देखा होगा कि तुलसी जैसे-जैसे बढ़ती है तो इसमें ऊपर बहुत से बीज भी आते हैं। आप उन बीजों को ही ले सकते हैं और इन्हें हाथ में हल्का-सा रगड़ लें तो अंदर से छोटे-छोटे बीज निकल आयेंगे। इनसे ही आप तुलसी के पौधे लगा सकते हैं,” रुचिका ने कहा।
- सबसे पहले किसी छोटे प्लास्टिक के कप या छोटे गमले में आप कोकोपीट और खाद मिलाकर पॉटिंग मिक्स तैयार कर लें।
- अब इसमें तुलसी के बीज डाल दें और इनके ऊपर हल्का-हल्का सा कोकोपीट भी।
- पानी छिड़काव करते रहें ताकि यह बीज को या फिर पॉटिंग मिक्स को बहाए नहीं।
रुचिका कहतीं हैं कि इसके बाद अगर आप चाहें तो गमले को किसी पॉलिथीन या फिर कपड़े से कवर करके रख सकते हैं। इससे आपको बार-बार पानी देने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी और लगभग एक हफ्ते में बीज अंकुरित हो जाएंगे।
- बीजों को अंकुरित होने के बाद, इन्हें थोड़ा और बड़ा होने दें।
- पौधा जब लगभग 10-12 इंच का हो जाए तो आप इसे ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।
- ट्रांसप्लांट करने के लिए मध्यम आकार के गमला लें।
- पॉटिंग मिक्स के लिए मिट्टी में रेत/बालू, कोकोपीट और खाद मिला लीजिए।
- एक गमले में एक तुलसी का पौधा लगाएं और इसे ट्रांसप्लांट करने के एक दिन बाद धूप में रखें।
तुलसी के पौधे को दिन में लगभग 5 से 6 घंटे की धूप चाहिए। इसलिए इसे ऐसी जगह रखें जहाँ अच्छी धूप आती हो। साथ ही, जब आपका पौधा बढ़ने लगे तो आप इसमें प्रूनिंग करते रहें इससे पौधा फैलेगा और पत्ते भी बड़े-बड़े होंगे।
पौधे की देखभाल के बारे में रुचिका कहतीं हैं कि तुलसी के पौधे को बहुत ज्यादा देख-रेख की ज़रूरत नहीं पड़ती है। यह बाकी सामान्य पेड़-पौधों की तरह ही फलता-फूलता रहता है। लेकिन जब बहुत ज्यादा ठंड होती है और बहुत ज्यादा गर्मी होती है, तब आपको थोड़ा-सा ध्यान देना होता है। इस दौरान आप पौधे को किसी कपड़े से कवर कर सकते हैं।
पौधे में पेस्ट की अगर बात करें तो इसके लिए आप नीम का तेल, डिशवॉश लिक्विड पानी में मिलाकर इस पर स्प्रे करें।
- ध्यान रहे कि यह मिश्रण आप शाम के समय ही स्प्रे करें और सुबह पौधे को पानी दें, साथ ही, इसे पानी से धो दें।
- बीच-बीच में दूसरे पेड़-पौधों की ही तरह आप इसकी मिट्टी ऊपर-नीचे कर सकते हैं और खाद आदि दे सकते हैं।
रुचिका अंत में कहतीं हैं कि तुलसी का पौधा सहफसली के लिए भी काफी अच्छा है। अगर आप सब्जी उगाते हैं तो आप उन गमलों में तुलसी के पौधे लगा सकते हैं क्योंकि ये बाकी पौधों को पेस्ट अटैक से बचाने में काफी सहायक होते हैं।
तो देर किस बात की है, आज ही अपने पड़ोस से या किसी पार्क से ले आइये तुलसी की कटिंग या बीज और लगाइए अपने घर के आँगन, छत या बालकनी में!
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