“मेरी दादी और मैं सबसे अच्छे दोस्त हैं। वे बताती हैं कि जब मेरा जन्म हुआ था तब हम चौल में रहते थे। और मैं हमेशा उनके कमरे में सोता था। जब वे मुझे गाने गाकर सुनाती तभी मैं सोता था। मुझे मेरी दादी ने ही पाला है। मुझे याद है कि अक्सर जब भी वे मुझे स्कूल से लेकर आती थीं तो रास्ते में आईसक्रीम और दोसा खिलातीं थीं। उस समय मुझे ये सब बहुत पसंद था। हमारा रिश्ता अभी भी वैसा ही है। जब भी मैं काम के बाद घर आता हूँ, तो हम रात में 2 बजे तक म्यूजिक सुनते हैं। मैं उनसे कभी भी किसी भी चीज़ के बारे में बात कर सकता हूँ और उनके पास हमेशा सबसे अच्छी सलाह होती है! सबसे अच्छी बात यह है कि दिल से वे अभी भी बच्चों के जैसी हैं। उन्हें आईसक्रीम खाना बहुत पसंद है- यहाँ तक कि मेरे मम्मी-पापा उन्हें मना करते हैं क्योंकि 83 साल की उम्र में यह उनकी सेहत के लिए अच्छा नहीं, पर वे उनकी एक नहीं सुनती। जब भी घर में कोई नहीं होता तो हम अक्सर एक साथ बैठकर आईसक्रीम खाते हैं- मुझे लगता है हम दोनों अभी भी बच्चे हैं और बिल्कुल भी बड़े नहीं हो रहे हैं!”