पूरी दुनिया में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। रोज़ाना मामलों की बढ़ती संख्या देखना हमें मानसिक तौर पर परेशान कर सकता है। हालांकि, ऐसी परिस्थिति में, एक और चीज़ बेहद परेशान करने वाली है। दरअसल हमारी जान बचाने के लिए खुद की जान जोखिम डालने वाले डॉक्टर और इस पेशे से जुड़े कर्मी एक अलग ही परेशानी का सामना कर रहे हैं।
कई लोग किराए के मकान में रहने वाले चिकित्साकर्मियों को अपने घरों से निकाल रहे हैं।
विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा दिए गए सख्त निर्देश के बावजूद, ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जहां डॉक्टरों पर हमले हुए हैं या उन्हें घर खाली करने के लिए मजबूर किया गया है या फिर उन्हें अपना काम करने से रोका गया है।
ऐसे में कोलकाता की सूचना शाह ने एक फैसला लिया है जो वाकई सराहना करने योग्य है। सूचना ने अपने दो फ्लैट के दरवाज़े स्वास्थ्यकर्मियों के लिए खोल दिए हैं। साथ ही सूचना ने यह भी फैसला लिया है कि इस फ्लैट का किराया नहीं लेंगी।
सूचना 26 साल की हैं और कोलकाता के नागरबाज़ार इलाके में रहती हैं। सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट (SRFTI) में एनिमेशन सिनेमा की पढ़ाई करने वाली सूचना कहती हैं, “मैंने पढ़ा कि कैसे कोविड-19 से संक्रमित लोगों का इलाज करने वाली स्वास्थ्य कर्मचारियों को उनके मकान-मालिक घर से निकाल रहे थे। यह बहुत दुखद था। मैं उनकी मदद करना चाहती थी।”
सोच-विचार करने के बाद, उन्होंने महसूस किया कि उनके पास और दो फ्लैट थे जो खाली थे। उन्होंने सोचा कि ये फ्लैट ज़रूरतमंद स्वास्थ्य कर्मचारियों को किराए पर दिया जा सकता है। फिर उन्होंने इस संबंध में, फेसबुक पर एक स्टेटस अपडेट किया। उसके बाद फ्लैट के लिए चिकित्साकर्मियों का फोन आने लगा।
सूचना बताती हैं, “आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में काम करने वाली एक नर्स ने मुझसे संपर्क किया है। उनके मकान मालिक ने उन्हें इसलिए घर से बाहर निकाल दिया क्योंकि वह कोविड-19 रोगियों का इलाज कर रही हैं। फिलहाल वह अपने दूसरे नर्स दोस्तों से साथ रह रहीं हैं। उनके साथ बात चल रही है और मैंने उनसे पहचान पत्र मांगा है।”
सूचना ने जो किया है वह बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इनके एक नेक कदम ने कई और लोगों को मदद के लिए आगे आने के लिए प्रेरित किया है।
मुस्कुराते हुए सूचना बताती हैं, “मुझसे संपर्क करने वालों में केवल यहां रहने की इच्छा रखने वाले नहीं थे बल्कि कई ऐसे लोगों ने भी पूछताछ की है जो इन स्वास्थ्यकर्मियों की मदद करना चाहते हैं। मेरे तीन दोस्त आगे आए हैं और कहा है कि ज़रूरत पड़ने पर वे भी कुछ स्वास्थ्यकर्मियों को आश्रय दे सकते हैं। यहां तक कि मदद के लिए इच्छुक कई अनजान लोगों ने भी मुझसे संपर्क किया है।”
सूचना की तैयारी
जैसा कि जिन फ्लैटों को सूचना किराए पर देने जा रही थी, वे एक अलग बिल्डिंग में थे, इसलिए उन्हें बिल्डिंग सेक्रेट्री से अनुमति लेनी पड़ी। सूचना बताती हैं, “मेरे पिता और मैंने श्री पोद्दार से बात की, जो बिल्डिंग सेक्रेट्री हैं। हमने उन्हें अपनी योजना बताई। उन्होंने बिल्डिंग के सभी लोगों से बात की और हमारी खुशकिस्मती रही कि सारे लोग इससे सहमत हो गए। यह बहुत ज़रूरी था क्योंकि मैं उनकी अनुमति के बिना यह कर पाने में सक्षम नहीं होती।”
जबकि दोनों फ्लैटों की अच्छी तरह से साफ-सफाई करा दी गई है, लेकिन सूचना बताती हैं कि फ्लैट अब भी खाली है।
सूचना ने बाताया कि एक फ्लैट के लिए नर्सों ने उनसे संपर्क किया है और वह उनके साथ अभी वेरिफिकेशन प्रक्रिया में हैं जबकि दूसरा फ्लैट अब भी खाली है। उन्होंने बताया, “कई लोगों ने मुझसे संपर्क किया और कई लोगों ने तो किराया देने की भी पेशकश की है। लेकिन, मैंने इस बात पर जोर दिया कि ये दोनों फ्लैट केवल डॉक्टरों और नर्सों के लिए हैं, जिन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ा है और उन्हें तुरंत रहने के लिए एक आश्रय की जरूरत है।”
अंत में वह कहती हैं, “हमारे स्वास्थ्य कार्यकर्ता हमारी रक्षा के लिए अपने जीवन और अपने परिवारों को जोखिम में डाल रहे हैं। देश में डॉक्टर-मरीज का अनुपात पहले से ही कम है, इसलिए हम इस महत्वपूर्ण समय में उनके प्रति आभार व्यक्त कर सकते हैं और जैसे भी संभव हो, उनकी मदद के लिए आगे आ सकते हैं।”
अगर आप कोलकाता से हैं या कोलकाता में रहने वाले किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर को जानते हैं, जिन्हें ऐसे समय घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है, तो सूचना से 8981229636 पर संपर्क करें।
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फेसबुक पोस्ट साभार: Indiatimes