असम की बिनीता जैन ने हाल ही में ‘कौन बनेगा करोड़पति-10’ शो में एक करोड़ रूपये जीते हैं। लेकिन बिनीता का यहाँ तक का सफ़र बिल्कुल भी आसान नही था।
15 साल पहले हुई एक घटना ने बिनीता की ज़िन्दगी को पूरी तरह से बदल दिया। शो के दौरान बिनीता ने बताया कि कैसे उनके पति को आतंकवादियों ने किडनैप कर लिया था और फिर वह कभी लौटकर नहीं आये।
अपने काम के लिए बिनीता के पति अक्सर यात्रा करते थे और ऐसी ही एक यात्रा पर वे 2003 में गये, लेकिन फिर कभी वापिस नहीं आये।
बिनीता ने शो पर कहा, “उस वक़्त आतंकवादी गतिविधियाँ चरम पर थीं।”
बिनीता और उनके परिवार ने उनके पति को ढूंढने की कई कोशिशें की, लेकिन असफलता ही हाथ लगी। जैसे-जैसे वक़्त बीता, बिनीता को समझ में आने लगा कि अब उन्हें ही परिवार की ज़िम्मेदारी उठानी पड़ेगी। उन्होंने अपने पति के लौटने का इंतज़ार करते हुए घर की आर्थिक स्थिति को भी सम्भाला।
घर में कमाने वाले अकेले उनके पति ही थे, लेकिन उनके गुमशुदा होने के बाद सारी ज़िम्मेदारीयां बिनीता के कन्धों पर आ गयी। उन्होंने बच्चो को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया।
उन्होंने लगभग 7 बच्चों को पढ़ाने से अपने इस मुश्किल सफ़र की शुरुआत की थी और अब उनकी क्लास में 125 बच्चे है।
हालांकि, उनके पति को कानूनन मृत घोषित कर दिया गया है लेकिन बिनीता को अभी भी हल्की सी उम्मीद है कि शायद उनके पति लौट आये।
भारत में एविडेंस एक्ट के मुताबिक, यदि कोई व्यक्ति सात साल से अधिक लापता है तो, उसे मृत घोषित कर दिया जाता है। बिनीता के पति को तो 15 साल हो गये हैं, इसलिए कानून ने उसे मृत घोषित कर दिया है।
शो में बिनीता ने कहा कि उनको पता है कि ज़िन्दगी किसी के लिए नहीं रूकती। ये बस चलती रहती है। जिस तरह से बिनीता ने अपने जीवन को सम्भाला और उसकी बागडोर अपने हाथ में ली, उसे सुनकर अमिताभ बच्चन ने भी कहा कि अपने जीवन में संघर्ष करने वाले लोगों के लिए बिनीता एक प्रेरणा हैं।
बिनीता जैसे लोग वाकई में आदर्श हैं, जिनसे हम बहुत कुछ सीख सकते हैं।
संपादन – मानबी कटोच