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Covid-19 Coronavirus Vaccine से जुड़े सभी सवालों के जवाब

Covid Vaccine Second Dose

यह लेख, द बेटर इंडिया द्वारा ‘COVID-19 केयर’ के बारे में वेरिफाईड जानकारियां साझा करने की एक श्रृंखला का हिस्सा है। वैसे तो सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप पर, COVID-19 से जुड़ी कई तरह की जानकारियां साझा की जा रही हैं। लेकिन, आपसे अनुरोध है कि जानकारी को वेरीफाई जरूर कर लें। सही तथ्यों को आप तक पहुंचाने के लिए, हम कुछ डॉक्टर और विशेषज्ञों के वीडियो और उनके माध्यम से वैज्ञानिक शोध पर आधारित जानकारियां आपसे साझा कर रहे हैं। आजकल ज्यादातर व्हाट्सऐप ग्रुप में, इन सवालों की भरमार लगी है कि वैक्सीनेशन कब, कहाँ और कैसे किया जा सकता है। एक तरफ जहाँ वैक्सीन (Covid-19 Coronavirus Vaccine) की कमी है, वहीं दूसरी तरफ वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज के बीच के समय को भी बदला जा रहा है। जिससे लोगों में बहुत ज्यादा भ्रम बढ़ रहा है कि उन्हें वैक्सीन कब लेनी चाहिये। वैक्सीन लेने से जुड़े ऐसे कई सवालों के जवाब जानने के लिए, हमने दिल्ली स्थित Fortis अस्पताल, शालीमार बाग में पल्मनॉलॉजी के डायरेक्टर, डॉ. विकास मौर्य तथा Fortis अस्पताल, नॉएडा में पल्मनॉलॉजी के डायरेक्टर और हेड डॉ. मृणाल सरकार से बात की।

इस लेख में हमने ‘सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल’ (CDC) और भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन्स को भी जोड़ा है।

Dr. Sircar and Dr. Maurya

1. Covaxin और Covishield की डोज लेने के बीच कितना अंतर होना चाहिये?

डॉ. मौर्य: पहली डोज शरीर को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयार करती है और दूसरी डोज बूस्टर का काम करती है। दूसरी डोज कब लेनी है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने पहली डोज किस वैक्सीन की ली है। Covaxin की पहली डोज लेने के चार से छह हफ्ते के बीच, दूसरी डोज लेने की सलाह दी जाती है। इसी तरह, Covishield के लिए भी चार से छह हफ्ते के बीच, दूसरी डोज लेने की सलाह दी जा रही थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 16 हफ्ते कर दिया गया है।

दो डोज के बीच में कितना अंतर होना चाहिये, इसे सुनिश्चित करने के लिए हमारे पास वैक्सीन (Covid-19 Coronavirus Vaccine) रिसर्च डाटा नहीं है। आगे चलकर, वन-शॉट या सिर्फ एक डोज वाली वैक्सीन भी आ सकती है।

डॉ. सरकार: भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय की अभी की गाइडलाइन के मुताबिक़, Covaxin की दूसरी डोज चार हफ्ते के बाद और Covishield की 12 से 16 हफ्ते के बीच लेने की सलाह दी गई है। UK में भी दूसरी डोज 12 हफ्ते के बाद लेने की सलाह दी गई है। जिससे ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन स्टॉक में रहे और बड़े स्तर पर लोगों को वैक्सीन की पहली डोज मिल सके।

2. अगर कोई कोरोना से संक्रमित था, तो उसे वैक्सीन की पहली डोज कब लेनी चाहिये?

डॉ. मौर्य: पहले दी गई रैकेमेंडेशन के मुताबिक़, कोरोना से पूरी तरह से ठीक होने के चार से आठ हफ्ते के बाद, वैक्सीन (Covid-19 Coronavirus Vaccine) की पहली डोज ली जा सकती है। हालांकि CDC की गाइडलाइन्स के मुताबिक़, कोरोना के लक्षण ठीक हो जाने के बाद, आप वैक्सीन ले सकते हैं। अगर आपने, अपने इलाज के दौरान प्लाज्मा थेरेपी ली है, तो आपको अपनी पहली डोज 12 हफ्ते या 90 दिनों के बाद लेनी चाहिये।

डॉ. सरकार: कोरोना से ठीक होने के चार से आठ हफ्ते बाद, आपको वैक्सीन की पहली डोज लेनी चाहिये।

CDC: CDC की रैकेमेंडेशन के मुताबिक़, ऐसे संक्रमित मरीज, जिन्हें पहले वैक्सीन नहीं लगी है, उन्हें टेस्ट रिपोर्ट आने के 12 हफ्ते बाद वैक्सीन लगवानी चाहिये।

भारत सरकार: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अभी के प्रोटोकॉल के मुताबिक़, यह रैकेमेंड किया गया है कि कोरोना होने के 14 दिनों की रिकवरी के बाद, वैक्सीन की पहली डोज दो से आठ हफ्ते के बाद लेनी चाहिये।

3. क्या 90 वर्ष से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को वैक्सीन लेनी चाहिये?

डॉ. मौर्य: हालांकि, यह वैक्सीन लेना जरूरी नहीं है। लेकिन, संक्रमण के खतरे को देखते हुए उन्हें भी वैक्सीन लेनी चाहिये। वैक्सीन नहीं लेने के कारण, कोरोना के संक्रमण का खतरा बना रहता है, जो बुजुर्गों के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकता है। इसलिए, मेरा सुझाव है कि सभी को वैक्सीन लगवानी चाहिये।

डॉ. सरकार: बुजुर्गों के लिए कोई विशेष आयु सीमा नहीं रखी गई है, इसलिए उनके वैक्सीन न लेने की कोई वजह नहीं है। बस ध्यान रखें कि उन्हें किसी भी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न ले जाएं। साथ ही, यह सुनिश्चित करें कि वैक्सीनेशन सेंटर पर कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन पूरी तरह से हो रहा हो। कोशिश करें कि उन्हें वहां तभी ले जाएं, जब वहां भीड़ कम हो। साथ ही, यह भी ध्यान रखें कि वैक्सीन लगने के बाद, उन्हें कोई ड्रिंक या खाना न दिया जाये, ताकि उनको अपना मास्क चेहरे से न हटाना पड़े।

4. क्या आने वाले समय में बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन लगेंगी?

डॉ. मौर्य: बच्चों को वैक्सीन लगवाना बहुत जरूरी है। अगले छह महीनों में, दो साल से ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए, वैक्सीन मिलनी शुरू हो जानी चाहिये, जिससे इस महामारी को रोकने में मदद मिलेगी। कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों के संक्रमित होने का डर ज्यादा है, इसलिए बच्चों को अभी वैक्सीन लगाना बहुत जरूरी है।

डॉ. सरकार: अमेरिका में 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए, Pfizer वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। भारत में बच्चों की वैक्सीन के लिए, Covaxin ने ट्रायल शुरू कर दिया है। यह ट्रायल सफल होने के बाद, Covaxin 12 साल से कम उम्र के बच्चों को मिलनी शुरू हो जायेंगी। अभी यह कहना मुश्किल है कि इसमें कितना समय लगेगा, लेकिन ट्रायल सफल होने जाने के बाद, बच्चों को Covaxin दी जाने लगेंगी।

मूल लेख: विद्या राजा

संपादन- जी एन झा

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