Site icon The Better India – Hindi

रायपुर में जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने का काम करती है संस्था

कोरोना महामारी के इस संकंट के दौर में हर कोई यह प्रयास कर रहा है कि जरूरमंद तक सहायता पहुंचे। सरकार, स्थानीय प्रशासन से लेकर समाज का हर वर्ग अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है कि लोगों तक मदद पहुंचे। ऐसा ही कुछ प्रयास और सहयोग रायपुर की संस्था ‘आशाएं’ कर रही है। इस संस्था ने जरूरतमंद लोगों को भोजन कराने का बीड़ा उठाया है।

Ashayein Helping Labourers in Raipur, During Lockdown

सबको मिले भोजन

रायपुर की ‘आशाएं’ संस्था के युवा साथी सभी श्रमिकों को भोजन और मॉस्क उपलब्ध करवाने का काम कर रहे है। इस नेक कार्य की शुरुआत 29 मार्च को की गई थी। संस्था के लोग शहर के विभिन्न शिविरों में लोगों को खाने के पैकेट्स के रूप मे भोजन उपलब्ध करवाती है साथ ही उन घरों तक सूखा राशन भी पहुंचाने के काम करती है जिन्हें सचमुच में परेशानी है। संस्था के युवा साथी लोगों को साफ-सफाई और सोशल डिस्टेंस के बारे में भी जागरूक करत हैं।

लॉकडाउन तक सेवा रहेगी जारी

Ashayein Helping Labourers in Raipur, During Lockdown

संस्था के यश टुटेजा ने बताया, “ पहले तो हम स्वयं अलग अलग स्थानों में जाकर लोगों को भोजन देते थे लेकिन अब अन्य लोगों के माध्यम से जरूरतमंद के घर में राशन नहीं होने की सूचना मिलती है या उनके पास राशन खरीदने के पैसे नहीं है तो हमारी टीम वहाँ जाकर 15 दिन का सूखा राशन भी उपलब्ध कराती है। हमारी मंशा सिर्फ इतनी है की इस संकट के समय में कोई भूखा न रहे।”

यश ने बताया कि संस्था ने अभी तक इस काम में आर्थिक सहयोग नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि संस्था आगामी दिनों में 1000 परिवारों को राशन उपलब्ध करवाने की तैयारी भी कर रही है जिसमे 3 किलो चावल,2 किलो दाल, 2 किलो गेहूँ, तेल, शक्कर आदि सामान होगा। इस नेक कार्य में रायपुर के गुरप्रीत, शौरादित्य,पवन,पियूष,आदित्य,परवेज़.आदर्श,शादाब,ज़फर, आदित्य, राहुल, तरनजीत, धीरज ,उमेर जैसे युवा सहयोग कर रहे है।

पुलिस की मदद भी सराहनीय

Ashayein Helping Labourers in Raipur, During Lockdown

संस्था के इस प्रयास का रायपुर पुलिस भी सराहना कर रही है और हर संभव मदद भी कर रही है। संस्था जहां भी भोजन पैकेट्स का वितरण करती है वहां पुलिस भी मदद करती है। अब तक संस्था ने 5450 फ़ूड पैकेट्स जरूरतमंद तक पहुंचाने का कार्य किया है। इसके साथ ही 400 परिवार तक सूखा राशन भी पहुंचा चुकी है।


यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है, या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ साझा करना चाहते हो, तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखें, या Facebook और Twitter पर संपर्क करें। आप हमें किसी भी प्रेरणात्मक ख़बर का वीडियो 7337854222 पर व्हाट्सएप कर सकते हैं।

Exit mobile version