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विधान भैया की कंपनी बनाती है डायबिटिक फुटवियर, आराम व फैशन दोनों का रखते हैं ध्यान

Dr Brinsley Diabetic Footwear, Vidhan Bhaiya

डायबिटीज से जूझ रहे लोगों के लिए फुटवियर (Diabetic Footwear) खरीदना कोई आसान काम नहीं है। पैरों में होने वाली दिक्कतों के चलते उनका सारा ध्यान कंफर्ट पर होता है और जब बात कंफर्ट की हो, तो ज्यादा ऑप्शन हमारे सामने नहीं होते। क्योंकि जब हम आरामदायक जूतों की तरफ देखते हैं, तो उनके डिजाइन बमुश्किल ही पसंद आते हैं और अगर डिजाइन की तरफ जा रहे हैं, तो फिर कंफर्ट को भूलना होता है।

चेन्नई के रहनेवाले विधान ने इस परेशानी को समझा और एक ऐसा ब्रांड मार्किट में लेकर आए, जो पैरों के लिए आराम और स्टाईल दोनों का खास ख्याल रखता है।  

23 साल के विधान भैया कहते हैं, “मुझे फैशनेबल डायबिटिक फुटवियर (Dr Brinsley Diabetic Footwear) बनाने का विचार एक शादी में आया था।” साल 2016 में एक पारिवारिक कार्यक्रम के दौरान फोटो खिंचवाते हुए उन्होंने महसूस किया कि उनके चाचा अपने जूतों की वजह से काफी परेशान दिख रहे थे। समस्या यहां कंफर्ट की नहीं बल्कि स्टाइल की थी। वह अपने भारी-भरकम जूतों के साथ तस्वीर में नहीं आना चाहते थे। विधान याद करते हुए बताते हैं, “दरअसल, वह हमारे परिवार के स्टाइल आइकन थे और हाल ही में उन्हें डायबिटिक न्यूरोपैथी होने का पता चला था।“

विधान के अनुसार, जब उन्होंने अपनी कंपनी को लॉन्च किया, तो उनके चाचा ही उनके पहले ग्राहक थे। आज उनका यह प्रोडक्ट 85 अस्पतालों के साथ जुड़ा हुआ है और तकरीबन एक हजार डायबिटीक मरीजों को फायदा पहुंचा चुका है। 

7 करोड़ 70 लाख लोग हैं डायबिटिक

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, भारत में अनुमानित 8.7 प्रतिशत आबादी डायबिटीज़ से जूझ रही है। 20 से 70 साल के लगभग 7 करोड़ 70 लाख लोग डायबिटिक हैं। दिल के दौरे, स्ट्रोक और किडनी फेल हो जाने के जोखिम के अलावा, मरीज को मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द से भी जूझना पड़ता है। उनके अंग कठोर हो जाते है और सुन्न पड़ने लगते हैं। कई बार तो स्थिति इतनी भयावह हो जाती है कि शरीर के इन अंगों को काटना पड़ जाता है।

विधान ने बताया, “दुनिया में हर 20 सेकंड में शुगर की वजह से एक पैर काटा जाता है। अगर मरीज सही तरीके के जूते पहने तो इनमें से लगभग आधे मामलों को रोका जा सकता है। हालांकि डायबिटिक फुटवियर (Dr Brinsley Diabetic Footwear) बनाने का मेरा यह आइडिया नया नहीं था। इन फुटवियर्स के डिजाइन ऐसे हैं कि लोग इनका इस्तेमाल कम ही करते हैं। मैं स्टाइल और चिकित्सा उपयोगिता को एक साथ लेकर अपने इनोवेटिव विचारों के साथ आगे बढ़ा।”

विधान बताते हैं, “हम चार चीजों को दिमाग में रखकर फुटवियर तैयार करते हैं। प्लांट प्रेशर पर ध्यान देना, ताकि शरीर के वजन को समान रूप से डिवाइड करके पैरों पर पड़ने वाले वज़न को कम किया जा सके, शीर स्ट्रेस को कम करना, पैरों को बाहरी झटकों से बचाने और मधुमेह के कारण होने वाले नुकसान को कम करना हमारा उद्देश्य है।”

कैसे शुरू किया अपने आइडिया पर काम?

Vidhan Bhaiya visited Civitanova Marche, a town in Italy, to study the shoe-manufacturing industry, in 2017

एंटी-स्वेट लेदर लाइनिंग और एक सॉफ्ट मेमोरी फोम फुटबेड वाले इन जूतों की कीमत 999 रुपये से लेकर 3,999 रुपये के बीच है। ज्यादातर ऑर्डर युवा प्रोफेशनल्स द्वारा किए जाते हैं, जो अपने घर के सदस्यों के लिए इन्हें खरीदना चाहते हैं। विधान का कहना है कि कंपनी, कर्नाटक में स्थित छोटे मैन्युफैक्चरिंग विक्रेताओं के साथ काम करती है। उन लोगों का बिज़नेस महामारी के दौरान काफी प्रभावित हुआ था।

साल 2017 में, नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी, बोस्टन से केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट विधान ने अपनी फैशनेबल डायबिटिक फुटवियर (Dr Brinsley Diabetic Footwear) की सोच को साकार करने के लिए, ‘स्कॉलर्स इंडिपेंडेंट रिसर्च फेलोशिप’ के लिए आवेदन किया। यह फेलोशिप, स्वतंत्र रिसर्च और रचनात्मक कार्यों को करने के इच्छुक छात्रों की मदद के लिए, युनिवर्सिटी की तरफ से चलाई जाने वाली एक पहल है। 

साथ ही महत्वपूर्ण परामर्श के लिए, विधान ने फैकल्टी के दो सदस्यों से संपर्क किया – एक थे डॉ मार्क सिवाक, जिन्हें प्रोटोटाइप में विशेषज्ञ माना जाता है। उन्होंने यूजर्स को ध्यान में रखते हुए प्रोडक्ट बनाने में मदद की। दूसरे थे यूनिवर्सिटी के हेड ऑफ ऑन्त्रप्रेन्योर डॉ मार्क मेयर, जिन्होंने ब्रिंसले जूतों को एक कंपनी के तौर पर लाने के आइडिया पर काम किया। 

5000 अमेरिकी डॉलर का मिला अनुदान

अपने आइडिया पर काम करने के लिए विधान को 5000 अमेरिकी डॉलर का अनुदान मिला और वह कुछ समय के लिए भारत लौट आए। यहां आकर उन्होंने 200 स्टेकहोल्डर के साथ कुछ हफ्ते बिताए। इनमें से 40 डायबेटोलॉजिस्ट और मरीज थे। जब उन्होंने इस उद्योग और बीमारी से जुड़े मुद्दों की पहचान कर ली और उन्हें अच्छे से समझ लिया तब वह जूता निर्माण उद्योग का अध्ययन करने के लिए इटली के एक शहर सिविटानोवा मार्चे चले गए।

वह याद करते हुए बताते हैं, “वहां संयोग से मैं एक ऐसे परिवार से मिला जो पिछले 40 सालों से ज्यादा समय से मधुमेह के जूते (Dr Brinsley Diabetic Footwear) के व्यवसाय से जुड़ा था। मैंने उन लोगों से सीखा कि कैसे अपने डिज़ाइन गोल को व्यवहारिक तौर पर प्रोडक्ट में बदला जा सकता है। वे केवल इटैलियन भाषा ही जानते थे और मैं यह भाषा बोल नहीं सकता था। हमने सांकेतिक भाषा और राहगीरों की मदद से एक-दूसरे की बात को समझा।”

उन्होंने बताया, “सबसे बड़ी जूता निर्माण कंपनियों में से कुछ का मुख्यालय बोस्टन में है। नॉर्थ ईस्टर्न में रहने का एक फायदा यह था कि जोसलिन डायबिटीज सेंटर, बोस्टन मेडिकल सेंटर और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल जैसे बेहतरीन चिकित्सा संस्थान यहां से ज्यादा दूर नहीं थे। मैं अपने जूते के मॉडल उनके पास ले गया। उन्हें पहनने के लिए कहा और उनसे मिली प्रतिक्रिया पर काम किया।”

कॉलेज ने दी 8 महीनों की छुट्टियां

गर्मियों में, विधान को ‘शर्मन सेंटर ऑन्त्रप्रेन्योरशिप इंजीनियरिंग को-ऑप फेलोशिप’ भी मिल गई, जिसने उन्हें स्कूल से आठ महीने की छुट्टी लेने और पूरी तरह से अपने उद्यम पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति दी। उन्होंने बताया, “इस बीच मैंने पिलर वेंचर कैपिटल में एक इन्वेस्टमेंट असोसिएट के रूप में भी काम किया। इससे मुझे एक उद्यमी के तौर पर काम करने का काफी अनुभव मिल गया था।”

विधान ने फरवरी 2019 में औपचारिक तौर पर डॉ ब्रिंसले (Dr Brinsley Diabetic Footwear) को लॉन्च कर दिया था। वह कहते हैं, “चार महीने तो कर्मचारियों की नियुक्ति करने, शिपमेंट और भुगतान करने में निकल गए। ये काफी तनाव भरे दिन थे। मुझे नहीं पता था कि निर्माण कार्य इतना थका देने वाला काम होता है। मैं बहुत निराश था और नए जोश के साथ तभी वापस आ सका, जब मुझे एहसास हुआ कि मेरी अब तक की यात्रा मजेदार रही है और इसका फल मुझे बाद में मिलेगा।”

बिजनेस में 100 चीजें होती हैं गलत 

At Northeastern University, Boston.

विधान की कंपनी को पहला बड़ा ब्रेक जुलाई में मिला। नॉर्थईस्टर्न में वह एक डॉक्टर से मिले थे, जो हैदराबाद के एक प्रमुख अस्पताल से जुड़ी थीं। वह कहते हैं, “मैंने उन्हें इस बारे में लिखा और उन्होंने मुझे तुरंत जवाब देते हुए, अगले दिन मिलने के लिए बुलाया। उन्होंने अस्पताल की वेबसाइट के लिए हमें एक बड़ा ऑर्डर देने के लिए हां कर दी थी। इससे हमें अपने उत्पाद को लोकप्रिय बनाने में काफी मदद मिली।”

उन्होंने कहा, “एक उद्यमी के रूप में आप जो करते हो, उसमें 100 में से 99 चीजें गलत हो जाती हैं। लेकिन फिर कोई एक चीज़ सही हो जाती है और फिर उसके बाद सब सही होता चला जाता है और उसी पर आपका ध्यान होना चाहिए।”

महामारी ने बिज़नेस को कैसे बदला?

विधान का कहना है कि महामारी के दौरान ही कंपनी ने व्यक्तिगत बिक्री को प्राथमिकता देना शुरू कर दिया था। अस्पताल में बिक्री के लिए बिचौलियों से जूझना पड़ता था। लेकिन यहां भी कोविड-19 की वजह से विराम लग गया। अब मैं व्यक्तिगत रूप से डॉक्टरों के सामने अपने विचार नहीं रख सकता था। फिर मैंने सोचा क्यों न ग्राहकों तक सीधा पहुंचा जाए। यह काफी आसान रहेगा। तब मैंने ऑनलाइन रिटेलर्स की तरफ देखना शुरु कर दिया। इस प्लेटफॉर्म पर आने से उनके बिजनेस को काफी फायदा भी हुआ। 

फिलहाल, विधान अपने माता-पिता के साथ रहते हैं और साल 2023 में हार्वर्ड से एमबीए करने को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने बताया, “मुझे स्वीकृति पत्र मिल गया है। मैं 2023-26 के सेशन में पढ़ने के लिए वहां जा रहा हूं। इससे मुझे अपने बिजनेस को पेशेवर तरीके से आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।”

विधान, लेदर और विशेष रासायनिक मैन्युफैक्चरिंग के अपने पारिवारिक बिजनेस C&E लिमिटेड के काम-काज को भी संभालने में मदद कर रहे हैं। अपने जूते के ब्रांड के नाम के बारे में बताते हुए, उन्होंने बताया, “ब्रिंसले ‘रिचर्ड ब्रिंसले (Dr Brinsley Diabetic Footwear)’ से आया है। यह एक जूता कंपनी थी, जिसे मेरे परिवार ने लगभग चौदह साल पहले शुरू किया था। इसका मकसद कम कीमत पर भारतीय ग्राहकों के बीच यूरोपीय फैशन को बढ़ावा देना था। दुर्भाग्य से, साल 2010 में हमारी प्रोडक्शन युनिट जल गई और हमने अपनी सारी मशीनरी और इन्वेंट्री खो दी। मैंने बस इस नाम के आगे डॉक्टर जोड़ लिया है। क्योंकि यह चिकित्सा आवश्यकताओं वाले ग्राहकों के लिए है।”

आगे क्या है प्लान?

विधान कहते हैं, “हम दो प्रमुख क्षेत्रों में अनुसंधान कर रहे हैं – स्मार्ट इनसोल और कस्टमाइज फुटवियर। स्मार्ट इनसोल न केवल पैरों में होने वाले सुन्नपन के नुकसान को रोकता है, बल्कि इसे ठीक करने में भी मदद करते है। कस्टमाइज फुटवियर का मतलब है, उन मरीजों के लिए अनुकूल जूते बनाना, जिनके साथ पैर कटने का जोखिम जुड़ा है या पहले ही वह इससे गुजर चुके हैं या फिर जो पैर में होने वाली अन्य परेशानियों से जूझ रहे हैं।”

डॉ ब्रिंसले के फुटवियर (Dr Brinsley Diabetic Footwear) उनकी कंपनी की वेबसाइट और अमेज़न, फ्लिपकार्ट और सीनियरिटी जैसे ऑनलाइन रिटेलर्स पर उपलब्ध हैं। ब्रांड को अपोलो शुगर क्लीनिक, नेटमेड्स, 1mg और बीटमाईशुगर द्वारा भी स्वीकृति मिल चुकी है। 

ऑर्डर देने या अधिक जानकारी के लिए आप डॉ ब्रिंसले की वेबसाइट पर जा सकते हैं।

मूल लेखः तूलिका चतुर्वेदी

संपादनः अर्चना दुबे

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