Site icon The Better India – Hindi

जानें, कौन हैं भारतीय सेना अधिकारी ज्योति नैनवाल और क्यों हो रही है उनकी कहानी इतनी वायरल

Indian Army Officer Jyoti Nainwal

साल 2018 में, जम्मू और कश्मीर में ऑपरेशन ‘रक्षक’ चल रहा था। उस ऑपरेशन के दौरान, 11 अप्रैल 2018 को आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में अधिकारी दीपक नैनवाल (Deepak Nainiwal) शहीद हो गए और उनकी पत्नी ज्योति नैनवाल की जिंदगी मानो थम सी गई।

लेकिन, ज्योति ने खुद से वादा किया कि वह अपने पति को अश्रुपूर्ण नहीं, बल्कि गौरवपूर्ण श्रद्धांजलि देंगी। आज, तीन साल बाद, शनिवार 20 नवम्बर 2021 को, उन्होंने अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (चेन्नई) से एक अधिकारी के रूप में स्नातक कर, अपने उस वादे को पूरा भी किया।

तीन साल पहले, जब यह घटना हुई, तो दीपक 40 दिनों तक बिस्तर पर पड़े रहे और आखिरकार, उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। दीपक के शहीद होने के बाद, उनके परिवार को कुछ पता नहीं था कि उनका भविष्य क्या होगा?

माँ की एक सालह ने बदल दिया सबकुछ

दीपक के शहादत के समय ज्योति एक गृहिणी थीं। लेकिन, उनकी माँ की एक सलाह से उनकी जिंदगी में अचानक एक नया मोड़ आया। ज्योति की माँ ने कहा, “तुम्हारा जीवन अब से तुम्हारे बच्चों के लिए एक उपहार होना चाहिए। वे तुम्हारा अनुकरण करेंगे। यह तुम पर निर्भर करता है कि तुम अपने जीवन को कैसे चलाना चाहती हो।”

उस समय, ज्योति को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि सेना में शामिल होने के लिए चयन प्रक्रिया क्या है? लेकिन फोर्स में शामिल होने की उनकी उत्सुकता को देखते हुए, दीपक की मूल कंपनी ‘1 महार रेजिमेंट’ के ब्रिगेडियर चीमा और कर्नल एमपी सिंह ने उनके गुरु की भुमिका निभाई।

ज्योति (Army Officer Jyoti Nainwal) ने एक इंटरव्यू में बताया, “मैं महार रेजिमेंट को धन्यवाद देना चाहूंगी। वे हर समय हमारे साथ खड़े रहे और आज मैं जो कुछ भी हूं, वह रेजिमेंट की वजह से ही हूं।”

बच्चे भी वर्दी में आए नज़र

दीपक की शहादत के तुरंत बाद, ज्योति ने सशस्त्र बल अधिकारी कैडर में प्रवेश के लिए ‘सेवा चयन बोर्ड परीक्षा’ की तैयारी शुरू कर दी। इसके बाद, उन्होंने परीक्षा पास कर चेन्नई में 11 महीने का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया। अब उन्हें लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात किया गया है।

ज्योति (Army Officer Jyoti Nainwal) के बच्चे, नौ वर्षीया लावण्या और सात वर्षीय रेयांश परेड के बाद, ज्योति के ही जैसी वर्दी पहने हुए अपनी माँ के साथ थे।

लावण्या ने एक टीवी चैनल को बताया, “मुझे अपनी मम्मा पर बहुत गर्व महसूस हो रहा है! वह हमेशा कहती थीं कि वह एक आर्मी ऑफिसर बनेंगी। आज उन्होंने अपना सपना पूरा कर लिया है। वह दुनिया की सबसे अच्छी माँ हैं। मैं उनसे बहुत प्यार करती हूं।”

इस बीच, ज्योति और उनके बच्चों की वर्दी वाली इस वीडियो पर इंटरनेट तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज रहा है। अपने प्रियजन को खोने के वर्षों बाद, उनके जीवन में आया खुशी का यह पल आपके चेहरे पर भी मुस्कान ला देगा।

आप भी देखें यह वीडियोः

मूल लेखः अनाघा आर. मनोज

यह भी पढ़ेंः Grow Almonds: तीन आसान स्टेप्स में जानें स्टोर से खरीदे हुए बादाम से पौधा उगाने का तरीका

यदि आपको The Better India – Hindi की कहानियां पसंद आती हैं या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ साझा करना चाहते हैं तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखें या FacebookTwitter या Instagram पर संपर्क करें।

Exit mobile version